हमास ने इजराइल के साथ जंग रोकने में पाकिस्तान की मदद मांगी है। इस्लामाबाद पहुंचे हमास चीफ इस्माइल हानिए ने कहा- पाकिस्तान बहादुर देश है। ये मुजाहिदीन की जमीन है। इस्लाम के लिए लड़ने वालों को मुजाहिदीन कहा जाता है। पाकिस्तान की जियो न्यूज के मुताबिक हानिए ने कहा- अगर पाकिस्तान चाहे तो वो इजराइली हमले रुकवा सकता है। वो हमें सपोर्ट कर सकता है।
इधर, इजराइली सेना का कहना है कि सैनिकों ने गाजा के स्कूलों और अस्पतालों से हथियार बरामद किए हैं। इसका एक वीडियो भी शेयर किया है। वीडियो में सैनिक स्कूल से मिसाइलें, ग्रेनेड, बंदूकें निकालते दिख रहे हैं।
वहीं, अल जजीरा के मुताबिक गाजा में कोई भी सुरक्षित जगह नहीं बची है। यहां सीजफायर खत्म होने के बाद एक बार फिर मदद पहुंचना बंद हो गई है। एक फिलिस्तीनी महिला ने कहा- कोई बेकरी या सुपरमार्केट नहीं बचा है। हमें खाना नहीं मिल रहा है। हमारे बच्चे खाली पेट सोने को मजबूर हैं। अब तो लगने लगा है कि हम भूख से यहीं मर जाएंगे।
WHO ने कहा- घुटनों पर गाजा का हेल्थ सिस्टम
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के डायरेक्टर जनरल टेड्रोस अदनोम घेबियस का कहना है कि गाजा पट्टी में हेल्थ सिस्टम अपने घुटनों पर है और पूरी तरह से तबाह होने वाला है। यहां 36 में से सिर्फ 14 अस्पतालों में लोगों का इलाज किया जा रहा है। बाकि अस्पताल तबाह हो गए हैं। गाजा में फौरन सीजफायर की जरूरत है।
मारे गए आतंकियों की तादाद 5 हजार से कम
इजराइली डिफेंस फोर्स (IDF) के एक अफसर का कहना है कि गाजा में आतंकियों से दोगुने सिविलियन मारे गए हैं। एक हमास आतंकी को मारने की कोशिश में दो आम फिलिस्तीनियों को जान गंवानी पड़ी।
- ‘टाइम्स ऑफ इजराइल’ की रिपोर्ट में इजराइल के एक अफसर का बयान अहम है। इस अफसर ने गाजा स्ट्रिप में मारे गए लोगों के आंकड़े पर जानकारी दी। इस अफसर के मुताबिक- 7 अक्टूबर को IDF का मिलिट्री ऑपरेशन शुरू होने के बाद अगर एक आतंकी मारा गया तो दो आम लोगों को भी जान गंवानी पड़ी। IDF ने हाईटेक मैपिंग टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल ज्यादा किया और इसकी वजह यह थी कि वो आम नागरिकों की जान बचाना चाहती थी।
- इस अफसर ने कहा- मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि हमने पांच हजार आतंकी मार गिराए हैं। मुझे लगता है कि यह सही आंकड़ा नहीं है। मेरे हिसाब से मारे गए आतंकियों की तादाद थोड़ी कम है।
- यह बयान इस लिहाज से अहम हो जाता है, क्योंकि गाजा में हमास के कब्जे वाली हेल्थ मिनिस्ट्री दावा कर रही है कि अब तक 16 हजार आम लोग मारे गए हैं। दूसरी तरफ, इजराइल इस बारे में कुछ बताने को तैयार नहीं है।
इजराइल के कुछ ट्रेडर्स को हमले की जानकारी वाली रिपोर्ट खारिज
इजराइल स्टॉक एक्सचेंज के चीफ ने अमेरिका के दो ट्रेडिंग एक्सपर्ट की उस रिपोर्ट को खारिज कर दिया है, जिसमें कहा गया था कि स्टॉक मार्केट के कुछ ट्रेडर्स को 7 अक्टूबर के हमले की पहले से जानकारी थी।
अमेरिकी रिपोर्ट पर सवालिया निशान
- तेल अवीव स्टॉक एक्सचेंज यानिव पेगोट ने दो अमेरिकी एक्सपर्ट्स की उस रिपोर्ट को खारिज कर दिया है, जिसमें कहा गया था कि इजराइल के कुछ ट्रेडर्स को 7 अक्टूबर के हमले के बारे में पहले से जानकारी थी।
- न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी ऑफ लाॅ के दो प्रोफेसर्स रॉबर्ट जैक्सन और जोशुआ मिट्स ने 67 पेज की रिपोर्ट में दावा किया था कि कुछ ट्रेडर्स को हमले का अंदाजा था, इसलिए कुछ दिन पहले ही ट्रेडिंग काफी बढ़ गई थी। इनके मुताबिक- इजराइल के सबसे बड़े बैंक लियूमी में अचानक ट्रांजेक्शन कई गुना बढ़ गया था और स्टॉक एक्सचेंज का डाटा भी यही बताता है।
- तेल अवीव स्टॉक एक्सचेंज के चीफ यानिव ने इस रिपोर्ट को खारिज कर दिया। कहा- ये सही नहीं है। अकसर, बाजार में इस तरह के उतार-चढ़ाव होते रहते हैं। इसका सीधा संबंध इकोनॉमी से होता है। मुझे तो लगता है कि दोनों एक्सपर्ट्स को हमारे स्टॉक मार्केट की सही समझ ही नहीं है।
बंधकों को टॉर्चर किया गया था
इजराइल की हेल्थ मिनिस्ट्री ने संसद में बताया है कि हमास ने जो बंधक छोड़े, उन्हें रिहाई से पहले ड्रग्स दिए गए थे। दरअसल, हमास दुनिया को ये दिखाना चाहता था कि सभी बंधक स्वस्थ और बहुत खुश हैं। इसकी वजह यह थी कि कैद में इनको खतरनाक तरीके से टॉर्चर किया गया था।
अफसरों ने आगे कहा- कई बंधक गहरे सदमे या ट्रॉमा में हैं और इन्हें इससे निकालना मुश्किल काम है। वहीं अमेरिका ने मंगलवार को घोषणा की है कि वो उन कट्टरपंथी इजराइलियों को वीजा नहीं देगा जो वेस्ट बैंक में फिलिस्तीनियों को टारगेट कर रहे हैं।
लेबनान के सैनिक की मौत पर इजराइली सेना ने माफी मांगी
लेबनान में हिजबुल्लाह के आतंकियों के साथ झड़प में इजराइली सेना ने लेबनान के एक सैनिक को भी मार दिया। टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक सेना हिजबुल्लाह की लॉन्च साइट पर हमला कर रही थी। लेकिन इसमें लेबनान के कई सैनिक घायल हो गए और एक की मौत हो गई।
घटना के बाद IDF ने लेबनान से माफी मांगी है। सेना ने कहा- सैनिक हमारा टारगेट नहीं थे। हमें इस घटना पर खेद है, इसकी जांच करवाई जाएगी। CNN के मुताबिक, अमेरिका का मानना है कि इजराइल जनवरी तक साउथ गाजा में हमास को निपटाने के अपने ऑपरेशन को पूरा कर लेगा। इसके बाद वो हमास नेताओं को निशाना बनाएगा।
नेतन्याहू ने कहा- बंधकों को छुड़ाने का फिलाहल कोई रास्ता नहीं
दूसरी तरफ मंगलवार को इजराइली PM नेतन्याहू ने रिहा हुए बंधकों और उन लोगों के परिजनों से मुलाकात की जो अब भी हमास की कैद में हैं। इस दौरान उनमें जमकर बहस भी हुई। टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक, परिजनों ने बताया कि नेतन्याहू उनकी बात नहीं सुन रहे थे। वो सिर्फ अपना लिखा हुआ भाषण पढ़ रहे थे।
मीटिंग के लीक हुए अंशों के मुताबिक, नेतन्याहू ने लोगों को बताया कि फिलहाल बंधकों को वापस लाने का कोई रास्ता नहीं है। ये समझौता इजराइल नहीं बल्कि हमास ने खत्म किया। वो अब ऐसी शर्तें रख रहे हैं, जिन्हें स्वीकार नहीं किया जा सकता। इस दौरान नेतन्याहू के भाषण से गुस्साए कई लोग मीटिंग को बीच में ही छोड़कर चले गए। लोगों ने नेतन्याहू पर झूठ बोलने का भी आरोप लगाया।