कांग्रेस नेता शशि थरूर ने रविवार को PM मोदी पर निशाना साधा। थरूर ने कहा कि बीते 10 साल में हमने बहुत सारा ‘I, my, myself’ (मैं और मेरा) सुना है। इन सालों में सिर्फ एक ही व्यक्ति की बात हुई है।
इस ‘मैं’ का समाधान है ऐसी लीडरशिप तैयार करना जो अपनी बड़ाई न करती हो, बल्कि पूरी विनम्रता के साथ आपकी बात सुनती हो, आपकी बात करती हो, आपकी जरूरतों को समझती हो और उन्हें पूरा करने की दिशा में काम करती हो।
थरूर ने ये बातें रविवार को 17वें जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में कहीं। वे यहां इंद्रजीत रॉय की किताब ‘ऑडैशियस होप: हाउ टु सेव डेमोक्रेसी’ पर चर्चा में शामिल हुए थे।
यहां थरूर ने युवाओं से अपील की कि वे आने वाले लोकसभा चुनावों में अपने वोट का सोच-समझकर इस्तेमाल करें। उन्होंने कहा कि आखिर में सिर्फ आपका वोट ही मायने रखता है। आपका भविष्य आपके ही हाथों में है।
देश इलेक्टोरल डिक्टेटरशिप में तब्दील हो रहा
शशि थरूर ने कहा कि केंद्र सरकार ने देश के लोकतांत्रिक संस्थानों को बर्बाद कर दिया है और देश इलेक्टोरल डिक्टेटरशिप में तब्दील होता जा रहा है। आज के समय में लोकतंत्र के सामने बहुत बड़ी चुनौती है। एनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट, सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन और कई अन्य एजेंसियां जिस तरह से काम कर रही हैं, उनसे पता चल रहा है कि केंद्र सरकार अपने फायदे के लिए बेशर्मी से उनका इस्तेमाल कर रही हैं।
कुछ राज्यों में इंडिया ब्लॉक की पार्टियों के बीच सहमति नहीं बन पा रही
इंडिया ब्लॉक में पीएम पद का दावेदार तय न हो पाने के सवाल पर थरूर ने कहा कि पहले आप विपक्षी गठबंधन को वोट दीजिए, उसके बाद हम इस सवाल का जवाब देंगे। बंगाल में अकेले चुनाव लड़ने के तृणमूल कांग्रेस के फैसले पर थरूर ने कहा कि इंडिया ब्लॉक में इतनी पार्टियां शामिल हैं कि, कोई एक फॉर्मूला सब पर लागू नहीं हो सकता है। हर राज्य की अपनी अलग राजनीति है। कुछ राज्यों में इंडिया ब्लॉक के दलों के बीच सहमति बन पा रही है, जबकि कुछ राज्यों में हम एक-दूसरे से सहमत नहीं हो पा रहे हैं।
कांग्रेस एंटी हिंदू नहीं है, हमारी पार्टी में 80% नेता हिंदू हैं
कांग्रेस पर एंटी हिंदू होने के आरोप पर उन्होंने कहा- हम एंटी हिंदू नहीं है। हमारी पार्टी के अस्सी फीसदी नेता हिंदू हैं। हम एंटी हिंदू कैसे हो सकते हैं। 80 प्रतिशत हिंदुओं का देश हैं, लेकिन 20 प्रतिशत गैर हिंदुओं का भी सम्मान है। संविधान में सबको बराबरी का अधिकार है।
थरूर ने कहा- राम मंदिर राजनीतिक मंच बनाया गया। प्रधानमंत्री पुरोहित थोड़े हैं, जो वे पूजा करने गए थे। मैं अयोध्या जाता, जब मेरी मर्जी होती। चुनाव के बाद जाऊंगा। मैं मंदिर प्रार्थना करने जाता हूं, राजनीति करने नहीं।