रेवाड़ी में जयसिंहपुर खेड़ा बॉर्डर पर सख्ती:किसानों को रोकने के लिए पत्थर रखवाए; क्रेन, डंपर के साथ राजस्थान-हरियाणा पुलिस जवान तैनात

किसानों के दिल्ली कूच आंदोलन को लेकर राजस्थान से हरियाणा होते हुए दिल्ली को जोड़ने वाले नेशनल हाईवे-48 पर पुलिस की तरफ से सख्ती शुरू कर दी गई है। रेवाड़ी की सीमा में जयसिंहपुर खेड़ा बॉर्डर पर लगातार सुरक्षा बंदोबस्त किए जा रहे हैं। बैरिकेड्स के साथ-साथ पत्थरों के डिवाइडर, डंपर और क्रेन को खड़ा किया गया है। इतना ही नहीं हरियाणा और राजस्थान दोनों ही राज्यों के पुलिस जवानों को तैनात किया गया है।

बता दें कि 2020 में हुए किसान आंदोलन के समय भी दिल्ली की तरफ बढ़ते समय किसानों ने जयसिंहपुर खेड़ा बॉर्डर पर डेरा जमा लिया था। कई महीनों तक जयसिंहपुर खेड़ा बॉर्डर बंद रहा था। इस बार राजस्थान से दूसरे राज्यों के किसान इस हाईवे से दिल्ली की तरफ न कूच कर जाएं, इसके लिए पहले से ही व्यापक तैयारियां कर ली गई हैं।

हरियाणा और राजस्थान के आला पुलिस अधिकारी आपस में तालमेल बनाकर हर रोज रणनीति तैयार कर रहे हैं। हालांकि, पुलिस की तरफ से बैरिकेड्स जरूर लगाए गए हैं, लेकिन हाईवे पूरी तरह खुला हुआ है।

दोनों राज्यों की पुलिस टुकड़ियां तैनात
दरअसल, किसानों ने हरियाणा में शंभू बॉर्डर, खनौरी बॉर्डर के अलावा कुछ अन्य जगहों पर डेरा जमा लिया है। राजस्थान की तरफ से कोई किसान जत्थेबंदी दिल्ली की तरफ रुख न कर जाए, इसके लिए रेवाड़ी और राजस्थान पुलिस ने पहले से ही तैयारियां की हैं। बॉर्डर पर केंद्र सरकार की तरफ से भी सीमा सुरक्षा बल की एक पूरी बटालियन को मोर्चा संभालने के लिए भेजा है।

DSP पवन कुमार ने बताया कि कोई भी गतिविधियां जो कानून के खिलाफ हों, उसे घटित नहीं होने दिया जाएगा। इसी को ध्यान में रखते हुए पुलिस 24 घंटे बॉर्डर पर तैनात है। पुलिस के जवान पूरी मुस्तैदी के साथ अपनी ड्यूटी पर तैनात हैं। किसी भी अप्रिय घटना को देखते हुए टुकड़ियां अपना मोर्चा संभाले हुए हैं। साथ लगते राजस्थान प्रदेश की पुलिस भी अपने क्षेत्र में मुस्तैदी के साथ तैनात है।