राजनाथ बोले- PoK की जनता भारत में विलय चाहती है:हमें हमला करने की जरूरत नहीं, वो खुद ही भारत में आ जाएगा

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) के भारत में विलय होने का भरोसा जताया है। उन्होंने कहा कि हमें हमला करके उस पर कब्जा करने की कोई जरूरत नहीं होगी, क्योंकि वहां ऐसे हालात बन रहे हैं कि PoK के लोग खुद ही भारत में विलय की मांग कर रहे हैं।

रक्षा मंत्री ने एक मीडिया इंटरव्यू में कहा कि भारत ने आज तक दुनिया के किसी देश पर न आक्रमण किया, न किसी की एक इंच जमीन पर कब्जा किया। ये हमारा चरित्र है। मैं यह भी कहता हूं कि PoK हमारा था और हमारा है। मेरा विश्वास है कि PoK खुद ही भारत में आ जाएगा।

सवाल: PoK को लेकर क्या कोई प्लान बन चुका है?
जवाब: मैं इस बारे में कुछ बोलूंगा नहीं, बोलना भी नहीं चाहिए।

सवाल: क्या भारत को चीन से अभी कोई खतरा है?
जवाब: अगर कोई खतरा है, तो निपट लेंगे। भारत अब कमजोर भारत नहीं रहा। भारत दुनिया का एक ताकतवर देश बन चुका है।

सवाल: कांग्रेस नेता राहुल गांधी का आरोप है कि भारत का 2,000 वर्ग किलोमीटर इलाका अभी चीन के कब्जे में है। इस पर आप क्या कहेंगे?
जवाब: ये बेहद तकलीफदेह है कि वो हमारे जवानों के शौर्य और पराक्रम पर सवालिया निशान उठा रहे हैं। इस तरह के बयानों से उन्हें बचना चाहिए। 1962 में भारत की कितनी जमीन पर चीन ने कब्जा किया था ? मैं उन सब की याद दिलाना नहीं चाहता, लेकिन आप आश्वस्त रहिए कि भारत की एक इंच जमीन भी जाने नहीं देंगे। बहुत सारी चीजें ऐसी है, जिनका मैं यहां खुलासा नहीं कर सकता, क्योंकि भारत और चीन की बातचीत चल रही है। ठीक तरीके से बात चल रही है।

सवाल: क्या चीन भारत पर आक्रमण कर सकता है?
जवाब: परमात्मा उनको सद्बुद्धि दे कि वो ऐसी हरकत न करें। भारत का चरित्र रहा है कि भारत ने कभी किसी देश पर आक्रमण नहीं किया, न एक इंच जमीन पर कब्जा किया। भारत किसी को छेड़ता भी नहीं, लेकिन अगर किसी ने भारत के सम्मान पर चोट पहुंचाई , तो उसको मुंहतोड़ जवाब देने की कूवत भी भारत में है। वैसे हम सभी पड़ोसियों के साथ अच्छे संबंध चाहते हैं।

अमित शाह बोले- PoK भारत का हिस्सा

गृह मंत्री अमित शाह ने 15 मार्च को कहा था कि पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर (PoK) भारत का हिस्सा है। वहां रहने वाले सभी लोग भारतीय हैं, चाहे वे हिंदू हों या मुस्लिम। शाह ने ये बातें इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में बातचीत के दौरान कहीं।

शाह ने नागरिकता संशोधन कानून (CAA) पर भी बात की। उन्होंने इस कानून के दायरे से मुस्लिमों को बाहर रखने पर कहा- CAA के तहत पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से भारत आए हिंदू, सिख, जैन, बौद्ध, ईसाई और पारसी शरणार्थियों को नागरिकता दी जाएगी। ये तीनों इस्लामिक देश हैं। वहां मुस्लिमों का उत्पीड़न नहीं होता है।