इजराइली सेना साउथ गाजा के खान यूनिस शहर से पीछे हट गई है। इजराइली सेना ने इजराइली मीडिया हारेत्ज से कहा, “हमने सेना को वापस बुला लिया है। अब वहां सेना की जरूरत नहीं है। हमने वहां हजारों हमास आतंकियों को मार गिराया है। अब विस्थापित हुए लोग वापस जा सकते हैं।”
वहीं, इजराइली के रक्षा मंत्री योव गैलेंट का कहना है कि इजराइली सैनिक खान यूनिस से हटने के बाद, राफा शहर में जमीनी हमले की तैयारी कर रहे हैं। यहां जंग शुरू होने के बाद से हवाई हमले हो रहे थे। अब सैनिक शहर में घुसकर आतंकियों को मारेंगे।
अमेरिकी मीडिया न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, इजराइल की सेना ने खान यूनिस पर 4 महीने पहले हमला किया था। वहीं, शहर लौटे लोगों का कहना है कि चारों तरफ सिर्फ मलबा दिखाई दे रहा है।
सेना के पीछे हटने के बात खान यूनिस लौटीं माहा थाएर ने न्यूज एजेंसी AFP को बताया, “यहां शहर तो बचा ही नहीं है, सिर्फ मलबा है। मैंने कुछ लोगों को मलबे से लाशों को निकालते देखा, यहां खून की बदबू है। मैं खुद को रोने से नहीं रोक पाई। सब तबाह हो गया।”
राफा में फिलहाल 15 लाख फिलिस्तीनी
कतर के मीडिया हाउस अल जजीरा के मुताबिक, राफा में इस वक्त करीब 15 लाख लोगों हैं। इनमें ज्यादातर वो लोग हैं जो इजराइली हमले शुरू होने के बाद गाजा के अलग-अलग हिस्सों से भागकर यहां पनाह लेने पहुंचे।
इजराइल डिफेंस फोर्सेस (IDF) का दावा है कि गाजा के राफा इलाके में हमास की चार बटालियन मौजूद हैं और IDF इन्हें खत्म करके रहेगी। इसके बाद राफा के इलाके को खाली कराया जाएगा। सेना ने कहा है कि हमारी कोशिश है कि वहां जो भी सिविलियन्स मौजूद हैं, उन्हें नुकसान न पहुंचे।
6 महीने में 33 हजार से ज्यादा मौतें
7 अक्टूबर 2023 को हमास ने इजराइल पर हमला कर दिया था। 1200 लोगों की मौत हुई थी। हमास ने दावा किया था कि उसने इजराइल पर 5 हजार से ज्यादा रॉकेट दागे। कुछ घंटों बाद ही इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने जंग का ऐलान कर दिया।
जंग को 6 महीने हो गए हैं। गाजा में 33 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनियों की मौत हो गई है। इसमें 13 हजार से ज्यादा बच्चे हैं। अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, हर दिन करीब 180 लोगों की मौत हो रही है। 75 हजार से ज्यादा लोग घायल हैं। वहां भुखमरी के हालात भी हैं।
‘अल-अक्सा फ्लड’ के खिलाफ इजराइल का ऑपरेशन ‘सोर्ड्स ऑफ आयरन’
हमास ने इजराइल पर 7 अक्टूबर को हमला किया था। उसने इजराइल के खिलाफ अपने ऑपरेशन को ‘अल-अक्सा फ्लड’ नाम दिया। इसके जवाब में इजराइल की सेना ने हमास के खिलाफ ‘सोर्ड्स ऑफ आयरन’ ऑपरेशन शुरू किया।
हमास के सैन्य कमांडर मोहम्मद दीफ ने कहा था- ये हमला यरुशलम में अल-अक्सा मस्जिद को इजराइल की तरफ से अपवित्र करने का बदला है। दरअसल, इजराइली पुलिस ने अप्रैल 2023 में अल-अक्सा मस्जिद में ग्रेनेड फेंके थे।
वहीं, हमास के प्रवक्ता गाजी हामद ने अल जजीरा से कहा था- ये कार्रवाई उन अरब देशों को हमारा जवाब है, जो इजराइल के साथ करीबी बढ़ा रहे हैं। हाल ही के दिनों में मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि अमेरिका की पहल पर सऊदी अरब इजराइल को देश के तौर पर मान्यता दे सकता है।