टीम इंडिया के विकेटकीपर-बल्लेबाज ईशान किशन ने पहली बार भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) कॉन्ट्रैक्ट और रणजी ट्रॉफी में नहीं खेलने पर बात की। गुरुवार को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के खिलाफ अर्धशतक लगाने के बाद उन्होंने कहा, मैं अभ्यास कर रहा था। जब मैंने खेल से थोड़ा खुद के लिए वक्त निकाला तो लोग बहुत बातें कर रहे थे। सोशल मीडिया पर कई बातें आईं। लेकिन आपको यह भी समझना चाहिए कि कई चीजें खिलाड़ियों के हाथ में नहीं हैं। RCB के खिलाफ मैच में ईशान किशन ने मुंबई की ओर से 69 रन की पारी खेली।
दरअसल ईशान अपने राज्य झारखंड की ओर से रणजी खेलने के बजाय बड़ौदा में जा कर ट्रेनिंग कर रहे थे। जबकि BCCI ने टीम इंडिया के लिए नहीं खेल रहे सीनियर्स खिलाड़ियों को आदेश दिया था कि वह घरेलू टूर्नामेंट रणजी में अपने राज्यों की ओर से खेल कर अपनी योग्यता को साबित करें। उनके रणजी न खेलने पर काफी सवाल उठे और सोशल मीडिया पर उन्हें ट्रोल भी किया गया था।
ईशान को इस साल BCCI के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर कर दिया गया है। माना जाता है, BCCI ने यह एक्शन इसलिए लिया क्योंकि वे रणजी ट्रॉफी में हिस्सा नहीं लेकर इंडियन प्रीमियर लीग-2024 की तैयारी कर रहे थे।
ब्रेक के दौरान मेरी सोच में बदलाव आया- ईशान
ईशान ने आगे कहा, केवल एक चीज जो आप कर सकते हैं, वह है समय का सही उपयोग। साथ ही यह कि इस खास स्थिति में अगर पिछला वाला ईशान किशन होता तो उसकी मानसिकता क्या होती। मैं पहले दो ओवरों में कभी भी गेंद नहीं छोड़ता था। भले ही वे कितनी भी अच्छी गेंदबाजी कर रहे हों। अब समय के साथ मैंने सीखा है कि 20 ओवर भी बड़ा मैच है। आप अपना समय ले सकते हो और आप आगे बढ़ सकते हो। भले ही हम मैच हार गए हों, लेकिन हम एक टीम के रूप में मिलकर काम करना चाहते हैं।
उन्होंने आगे कहा, मेरे अंदर बदलाव आए हैं जैसे कि अगर मैं परफॉर्म नहीं कर रहा हूं और अगर मुझे पता है कि कोई और परफॉर्म नहीं कर रहा है, तो मैं उनसे बात करता हूं। मैं जानना चाहता हूं कि वे क्या सोच रहे हैं। इसलिए इन चीजों ने ब्रेक के दौरान मेरी मदद की।
साउथ अफ्रीका दौरे के बीच भारत लौटे थे
साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज से पहले किशन ने भारतीय टीम से अपना नाम वापस ले लिया था। उन्होंने पर्सनल कारणों के चलते BCCI से भारत लौटने की परमिशन मांगी थी। किशन साउथ अफ्रीका में टी-20 स्क्वॉड का हिस्सा थे, लेकिन उन्हें एक भी टी-20 खेलने का मौका नहीं मिला था। वह वनडे स्क्वॉड का हिस्सा नहीं थे। इसके बाद टेस्ट सीरीज में उनका नाम था, लेकिन वे पहले ही भारत लौट गए थे। तब से वह इंटरनेशनल क्रिकेट से दूर हैं।