हिसार जिले के बडाला गांव के एक युवक के साथ यूरोप भेजने के नाम पर करीब 7 लाख रुपए की धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है। आरोपियों ने दुबई में 6 महीनों तक पीड़ित से अपने ही ऑफिस में फ्री में चपरासी का काम करवाकर वापस घर भेज दिया।
पीड़ित की शिकायत पर बास थाना पुलिस ने चरखी दादरी निवासी नवनीत सांगवान, पूजा सांगवान, अनुराग सहारण और किताब कौर के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
गुजरात में साथ करता काम था आरोपी
बडाला गांव निवासी आशीष ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह 12वीं कक्षा पास है। वह लगभग डेढ़ वर्ष से सरकारी या प्राइवेट रोजगार की तलाश में हैं और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा है। आरोपी चरखी दादरी निवासी नवनीत सांगवान मेरे साथ इंडियन नेवी गुजरात में वलसूरा बेस में कार्यरत था। जहां से किसी एकेडमिक इश्यू के कारण डिस्चार्ज कर दिया था।
आरोपी ने दिया यूरोप का झांसा
पीड़ित ने बताया कि मई 2022 में वह नवनीत सांगवान के घर पर गया हुआ था। नवनीत ने मुझसे कहा कि मैं यूरोप में सैट होने के लिए प्रयास कर रहा हूं। मेरी बहन दादरी व हाल दुबई निवासी पूजा सांगवान व जीजा अनुराग सहारण करवा रहे है। नवनीत सांगवान ने मेरी बात पूजा व अनुराग से करवाई और उन्होंने कहा कि वो नवनीत के लिए यूरोप में सेटिंग कर रहे है। जिसके लिए इसको पहले दुबई आना होगा और अगर तुम्हें भी नवनीत की तरह यूरोप में सेटल होना है तो हम आपका भी वीजा यूरोप में लगवा सकते हैं।
झांसा देकर बुलाया दुबई
इसके लिए कम से कम छह महीने के लिए दुबई आना होगा और हम तब तक तुम दोनों की दुबई में भी एक लाख रुपए प्रति माह की नौकरी दिलवा देंगे। इसके लिए फिलहाल साढ़े चार लाख रुपए हमारे खाते में ट्रांसफर करने होंगे ताकि हम तुम्हारे रहने व नौकरी का इंतजाम कर सकें और दुबई व यूरोप के वीजा से सम्बन्धित दस्तावेज तैयार करवा सकें। पीड़ित ने बताया कि उसने नवनीत व अनुराग के बताए गए बैंक खातों में अलग-अलग ट्रांजैक्शन के माध्यम से ट्रांसफर कर दिए। सितम्बर 2022 में पूजा के नाम से रजिस्टर्ड कम्पनी से मुझे 10 अगस्त 2022 का वीजा भेज दिया। जो 8 अक्टूबर 2022 तक वैध था।
6 महीने कराया फ्री काम
पीड़ित ने बताया कि वह 6 महीनों तक चपरासी का कार्य करता रहा और इस दौरान उन्होंने मुझे इस कार्य की एवज में कोई वेतन भी नहीं दिया। जब उसने तंग आकर यूरोप का वीजा लगाने बारे बात की तो उन्होंने उसे कुछ दस्तावेज फोन पर दिखाए। नवनीत व अनुराग ने मेरे दुबई के वीजा की अवधि को अक्टूबर 2022 तक अपनी कम्पनी के माध्यम से बढ़वा दी। लेकिन बाद में एक्सटेंड नहीं करवाया। भारतीय दूतावास से मेरे पास फोन आया कि आपके वीजा की अवधि समाप्त हो चुकी है। जब उसने आरोपियों से भारतीय दूतावास से आई कॉल के बारे में बात की तो उन्होंने कहा कि इस पर करीब दो लाख रुपए खर्च आएगा और लगभग 6 लाख रुपए यूरोप वीजा के लगेंगे।
आउटपास पर भेजा घर
जिसके बाद मैने अपने घरवालों व कुछ जान-पहचान के लोगों से मांगकर अपने खाता में रूपए डलवाए और उसके बाद नवनीत, पूजा व अनुराग को नगद दे दिए। जनवरी 2023 में नवनीत व अनुराग ने मुझे दुबई का आउट पास दिया, जिसके बदले मुझसे 50 हजार रुपए अतिरिक्त शुल्क के रूप में ले लिए। फिर कहा कि एक बार घर चले जाओ और अप्रैल 2023 में यूरोप का वीजा घर पर भिजवा देंगे। नवनीत व अनुराग के आश्वासन पर वह दुबई के आउट पास पर 26 जनवरी 2023 को वापस घर आ गया।
यूरोप भेजने के लिए लिए 2 लाख
मई 2023 में उन्होंने कहा कि आपका यूरोप जाने के लिए सारा काम पूरा हो गया है और अब 2 लाख रुपए यूरोप की कम्पनी को ओर भेजने पड़ेंगे। मेरे पिता राजेश को हांसी बुलाकर यूरोप के वीजा के कुछ फर्जी कागजात भी दिखाए और हांसी में उससे 2 लाख रुपए नगद लिए तथा कहा कि अक्टूबर 2023 में वीजा आपके घर आ जाएगा।
आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज
3 नवंबर 2023 को जब मेरे पिता व मैंने वीजा के बारे में पूछा तो उनकी बातों से पता लगा कि उनके साथ धोखाधड़ी हुई है। जब उन्होंने आरोपियों से अपने पैसे वापस मांगे तो उनको जान से मारने की धमकी दी। बास थाना पुलिस ने आशीष की शिकायत पर नवनीत सांगवान, पूजा सांगवान, अनुराग सहारण व किताब कौर के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।