हरियाणा-दिल्ली में हत्या, हत्या का प्रयास और फायरिंग कर फिरौती मांगने वाला राकेश उर्फ काला खैरमपुरिया स्पेशल टास्क फोर्स (STF) की रिमांड पर चल रहा हैं। रिमांड के दौरान वह अनगिनत की गई वारदातों के मामले में कई राज उगलने में लगा हैं।
हालांकि काला खैरमपुरिया द्वारा किए जा रहे खुलासों को एसटीएफ भी बारीकी से जांच रही हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, काला खैरमपुरिया ने दिल्ली के राजौरी गार्डन स्थित बर्गर किंग आउटलेट पर की गई अमन जून नामक शख्स की हत्या के मामले में भी खुलासा किया है।
सूत्रों के अनुसार, पूछताछ में उसने उस लड़की के नाम को भी उजागर किया, जो वारदात के वक्त अमन जून के साथ आउटलेट पर मौजूद थी। इस लड़की का नाम मीनू बताया गया है, जो काला खैरमपुरिया के संपर्क में थी। झज्जर के रहने वाले अमन जून की 18 जून को राजौरी गार्डन में गोलियां मारकर हत्या कर दी थी। हत्याकांड की जिम्मेदारी सोशल मीडिया पोस्ट डालकर गैंगस्टर हिमांशु भाऊ ने ली थी। जिसमें उसने काला खैरमपुरिया को भी टैग किया था। हत्या से पहले बर्गर किंग पर अमन जून के साथ एक लड़की भी पहुंची थी। हालांकि फायरिंग के बाद से ही वो फरार है।
उसका नाम सामने आने के बाद क्राइम ब्रांच भी पूरी तरह एक्टिव हैं। क्राइम ब्रांच की टीमों ने भी काला खैरमपुरिया के हरियाणा में रिमांड खत्म होने के बाद उसे ट्रांजिट रिमांड पर लेने की तैयारी की हुई हैं। अमन जून की हत्या में वो ही तीन शूटर शामिल थे, जिनका 4 दिन पहले दिल्ली पुलिस और एसटीएफ ने सोनीपत में एनकाउंटर कर दिया था। हत्या की वजह प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक, रंजिश सामने आई थी। इसका जिक्र खुद हिमांशु भाऊ ने सोशल मीडिया पोस्ट में भी किया था। उसने लिखा था कि ये हत्या शक्ति दादा की हत्या का बदला है।
बवाना के भाई की हत्या का बदला लिया
दरअसल, झज्जर जिले का रहने वाला शक्ति दादा दिल्ली के नामी गैंगस्टर नीरज बवाना की सगी मौसी का लड़का था। उसकी करीब डेढ़ साल पहले झज्जर में ही गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्याकांड को गैंगवार के चलते अंजाम दिया गया था। जिसमें नीरज बवाना गैंग को शक था कि अमन जून ने शक्ति दादा की मुखबिरी की थी। नीरज बवाना फिलहाल दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है और वह विदेश में बैठे हिमांशु भाऊ और काला खैरमपुरिया के जरिए हरियाणा ही नहीं, बल्कि दिल्ली में भी एक के बाद एक वारदातें करा रहा था। पुलिस इन तीनों गैंगों के गठजोड़ को लेकर भी काला खैरमपुरिया से पूछताछ कर रही है।
गुरुग्राम के एड्रेस पर फर्जी पासपोर्ट बनवा भागा था काला
बता दें कि, हिसार जिले के रहने वाले राकेश उर्फ काला खैरमपुरिया पर 15 से ज्यादा संगीन मामले दर्ज हैं। इनमें हत्या, हत्या का प्रयास, फिरौती, लूट आदि मामले शामिल है। 2023 में राकेश उर्फ काला खैरमपुरिया ने फर्जी पासपोर्ट बनवाने के लिए गुरुग्राम के भोंडसी इलाके में डिफेंस कॉलोनी के राहुल नाम का इस्तेमाल किया और फिर फर्जी पासपोर्ट के जरिए पहले UAE, आर्मेनिया और फिर थाईलैंड भाग गया।
फर्जी पासपोर्ट का एड्रेस का पता चलते ही 3 जुलाई को गुरुग्राम पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज किया और फिर पासपोर्ट के नंबर का पता लगाकर उसकी ट्रैवलिंग रूट की हिस्ट्री खंगाली। इस दौरान पुलिस को पता चला कि वो अभी थाईलैंड में है, इसके बाद पुलिस ने गृह मंत्रालय के जरिए उसका रेड कार्नर नोटिस जारी करा पासपोर्ट रद्द कराया। बाद में उसे दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया गया।
फिलहाल काला खैरमपुरिया को हिसार एसटीएफ ने 6 दिन के रिमांड पर लिया हुआ है। उसने हिसार में इनेलो नेता रामभगत गुप्ता के बेटे के शोरूम पर फायरिंग कराकर 5 करोड़ रुपए की फिरौती मांगी थी। इसके अलावा भी उसके खिलाफ कई केस दर्ज है। हिसार एसटीएफ के बाद गुरुग्राम एसटीएफ ने भी उसे रिमांड पर लेने की तैयारी की हुई है।