महाराष्ट्र सरकार में डिप्टी CM अजित पवार ने बुधवार (7 अगस्त) को कहा कि अगर भाजपा और शिवसेना ने उन्हें मुख्यमंत्री पद ऑफर किया होता तो वे पूरी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) को साथ ले आते। पवार ने यह भी कहा कि राजनीति में वे शिंदे और देवेंद्र फडणवीस दोनों से सीनियर हैं।
अजित ने यह बात CM शिंदे की जीवनी “योद्धा कर्मयोगी – एकनाथ संभाजी शिंदे” के विमोचन के दौरान कही। ठाणे में हुए बुक लॉन्च इवेंट में CM शिंदे और देवेंद्र फडणवीस भी मौजूद थे।
अजित पवार ने जुलाई 2023 में अपने चाचा शरद पवार के खिलाफ बगावत की थी। जिसके बाद NCP टूट गई और वे 40 विधायकों के साथ भाजपा-शिवसेना (शिंदे गुट) सरकार में शामिल हो गए।
मजाक के मूड में थे अजित, बोले- मैं पीछे रह गया
NCP चीफ पवार अक्सर राज्य का मुख्यमंत्री बनने की अपनी तमन्ना जाहिर करते रहे हैं। इस बार उन्होंने कहा- फडणवीस पहली बार 1999 में और शिंदे 2004 में विधायक बने थे, जबकि मैं पहली बार 1990 में विधायक बन गया था। सभी आगे बढ़ गए और मैं पीछे रह गया।
फडणवीस ने दो बार मुख्यमंत्री बन चुके हैं। पहली बार 2014 से 2019 तक और दूसरी बार 2019 में 72 घंटों के लिए जब अजित पवार ने अल्पकालिक गठबंधन सरकार में उनके साथ हाथ मिलाया था।
पवार ने चुटकी लेते हुए कहा- मैंने BJP के कुछ लोगों से मजाक में कहा कि जब आपने एकनाथ शिंदे से कहा कि वे इतने विधायकों के साथ आएं और उन्हें मुख्यमंत्री बनाया जाएगा, तब आपको मुझसे पूछना चाहिए था। मैं पूरी पार्टी को साथ लेकर आता। जीवन में जो कुछ भी होता है, वह नियति तय करती है।
2 साल में महाराष्ट्र की राजनीति में दो बड़े बदलाव
2022- शिवसेना टूटी, शिंदे ने 39 विधायकों को साथ लेकर बगावत की
शिंदे ने 2022 में तत्कालीन शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के खिलाफ 39 विधायकों के साथ विद्रोह का नेतृत्व किया, जिसके कारण ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी सरकार गिर गई। इसके बाद शिंदे मुख्यमंत्री बने।
2023 – NCP टूटी, अजित 40 विधायक ले गए
अजित पवार, जुलाई 2023 को NCP के 8 विधायकों के साथ महाराष्ट्र की शिंदे सरकार में शामिल हो गए थे। उन्होंने अपने साथ NCP के 40 विधायकों के समर्थन का दावा किया था। गठबंधन सरकार में अजित को डिप्टी CM बनाया गया है।