‘मैं हैरान था, वो लड़के नशे में लग रहे थे। मैं वर्दी में नहीं था। वो मुझे ही धमका रहे थे। मुझे मार सकते थे। मैं डटा रहा। चौकी से पुलिसकर्मियों को लेकर आया। जब उन्हें थाने लाया, तो गिड़गिड़ाने लगे। उनका नशा उतर चुका था।’
यह कहना है ट्रैफिक कॉन्स्टेबल राजीव कुमार का। जिन्होंने 3 किमी तक एक ऐसी लड़की का पीछा किया, जिसको लड़के परेशान कर रहे थे। अश्लील कमेंट कर रहे थे। स्कूटी से गिराने और किडनैप का प्रयास कर रहे थे। राजीव ने सूझबूझ दिखाते हुए न सिर्फ लड़की को बचा लिया, बल्कि परेशान करने वाले यूसुफ और फिरोज को पकड़ भी लिया।
कमिश्नर आवास से 100 मीटर पर लड़की का पीछा करते दिखे लड़के
मैं ऑफिशियल काम से पुलिस कमिश्नर आवास गया था। वहां से रात करीब 8 बजे निकला। मेरी बाइक बालूगंज की मेन रोड पर करीब 300 मीटर आगे बढ़ी होगी। मैंने देखा, सामने एक स्कूटी पर लड़की जा रही है। मैं उस वक्त चौंक गया, जब स्कूटी के बगल में बुलेट पर 3 लड़के पैर से स्कूटी को धक्का दे रहे थे।
गाड़ी को चलाते हुए मुश्किल से 100 मीटर आगे पहुंचा। विक्टोरिया पार्क चौराहा के पास मैंने देखा, लाल रंग की बाइक पर बैठे दो लड़के स्कूटी के साथ-साथ गाड़ी चलाने लगे। दोनों लड़के हट्टे-कट्टे थे।
सुनसान सड़क आते ही लड़की पर हाथ मारने लगे
अब हम यमुना किनारे रोड पर आ गए। हल्की बारिश शुरू हो चुकी थी। यहां सड़क पूरी तरह से सुनसान थी। अब लड़कों की हरकतें बढ़ गईं। मुझे ऐसा लगने लगा कि लड़के लड़की पर कमेंट कर रहे हैं। वह कोई प्रतिक्रिया नहीं कर रही है। लेकिन, उनकी लहराती हुई बाइक से बचते हुए धीरे-धीरे गाड़ी चला रही है।
10 मिनट बाद ही लड़के उस पर हाथ मारने लगे। लड़की ने शायद गुस्से में कुछ कहा। इसके बाद वे लोग अपशब्द बोलने लगे। बार-बार अपनी बाइक को उसकी स्कूटी के आगे लगा देते। डरी हुई लड़की उनसे बचते हुए गाड़ी को आगे बढ़ा देती।
दूसरी तरफ बुलेट सवार युवक भी कमेंट पास करने वाले लड़कों को जाने के लिए कह रहे थे। लेकिन वे लोग अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे थे। मुझे ऐसा लग रहा था कि अगर लड़कों के पास कार होती तो ये लोग उस लड़की को कार में खींच लेते। लड़की भी डरी हुई थी, लेकिन कुछ कर नहीं पा रही थी।
लड़के मुझे गाली देने लगे, बोले- चल भाग, अपना काम कर
इसके बाद जैसे ही हम हाथी घाट वाली रोड पर पहुंचे, मैंने लड़कों को रोकने का मन बनाया। उस रोड पर चहल-पहल थी। मनकामेश्वर मंदिर के तिराहे पर मैंने अपनी बाइक उन लड़कों की गाड़ी के आगे लगा दी। उन्हें रोक लिया। मैं सादे कपड़ों में था। मैंने उनसे पूछा कि भाई मैं तुम्हें काफी देर से देख रहा हूं, लड़की को क्यों परेशान कर रहे हो? इस पर लड़के नाराज हो गए। एक लड़के ने मुझे गाली देते हुए कहा- तू कौन है। चल भाग, अपना काम कर।
मैंने उन्हें समझाने का प्रयास किया, लेकिन वो नशे में लग रहे थे। आस-पास लोग इकट्ठा हो गए। वे भी तमाशा देख रहे थे, कोई मदद को नहीं आ रहा था। दोनों बॉडी बिल्डर जैसे दिख रहे थे। ऐसे में मैंने उनसे वहां पर उलझने की जगह पुलिस चौकी पर जाने का फैसला लिया।
चौकी से मदद लाया, तब भी वो लोग खींचतान कर रहे थे
मैंने बाइक स्टार्ट की और वहां से थोड़ी दूर बेलनगंज पुलिस चौकी पर उनसे पहले पहुंच गया। मैंने वहां मौजूद चौकी इंचार्ज को पूरी घटना बताई। चौकी इंचार्ज और 2 सिपाही मेरे साथ चल दिए। ACP छत्ता ऑफिस की रोड पर हमने घेराबंदी कर उन लड़कों को पकड़ लिया। इस दौरान भी वे लोग खींचतान कर रहे थे।
लड़की की शादी होने वाली है, वो इतनी सहम गई कि शिकायत तक नहीं की
पुलिस उन लड़कों को पकड़कर थाने लाई। तब तक उनका नशा कम हो गया था। अब हाथ जोड़कर माफी मांगने लगे। युवती ने पुलिस को बताया कि वो बेलनगंज क्षेत्र की रहने वाली है। उसकी शादी होने वाली है। वो सहमी हुई थी, बहुत डर गई थी। इसलिए उसने तहरीर नहीं दी।
लेकिन, जब लड़की का पीछा करते हुए लड़कों का वीडियो वायरल हो गया। इसके बाद पुलिस ने सोमवार को दोनों आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज की।
जो लड़के स्कूटी पर पैर मार रहे, वो मददगार निकले
पुलिस ने इन आरोपियों की ट्रेसिंग की। सामने आया कि एक लड़का यूसुफ था, जो बाइक चला रहा था। वह गुदड़ी मंसूर खां का रहने वाला है। उसके साथ हींग मंडी में रहने वाला फिरोज था। बाइक यूसुफ की थी। इस पूरे मामले में एंटी रोमियो स्क्वायड छत्ता प्रभारी प्राची चौधरी की तरफ से FIR दर्ज कराई गई है।
पहले पुलिस लड़की की स्कूटी में पैर लगाने वाले लड़कों को भी ढूंढ रही थी। लेकिन, बाद में सामने आया कि वो उसकी मदद कर रहे थे।