‘कंगना ने किसानों को रेपिस्ट कहा, देश से माफी मांगें’:शिवसेना सांसद बोलीं- CBI अरेस्ट करे, ताकि आंदोलन में विदेशी ताकतों का सच पता चले

किसान आंदोलन में रेप-मर्डर की बात कहने वालीं एक्ट्रेस-सांसद कंगना रनोट के बयान पर विपक्ष हमलावर है। विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सोमवार को कहा- भाजपा सांसद द्वारा किसानों को बलात्कारी और विदेशी ताकतों का नुमाइंदा कहना भाजपा की किसान विरोधी नीति और नीयत का सबूत है।

इससे पहले भाजपा ने एक्ट्रेस-सांसद कंगना रनोट के बयान से खुद को अलग कर लिया था। अब शिवसेना (उद्धव गुट) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा है कि कंगना ने किसानों को रेपिस्ट कहा है। उन्हें देश से माफी मांगनी चाहिए।

आंदोलन में विदेशी हाथ होने के कंगना के दावे पर चतुर्वेदी ने कहा कि क्या उनके पास प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और NSA डोभाल से ज्यादा जानकारी है। CBI उन्हें अरेस्ट करके पूछताछ करे, ताकि सच सामने आ सके।

कंगना रनोट के बयान से जुड़े विवाद पर प्रियंका चतुर्वेदी ने दैनिक भास्कर से खास बातचीत की। पढ़ें इंटरव्यू…

सवाल- कंगना रनोट ने कहा है कि किसान आंदोलन में रेप-मर्डर हुए, इस पर आप क्या कहेंगी?
जवाब
– मैं हैरान हूं कि एक सांसद ने ऐसा गैर जिम्मेदाराना बयान दिया है। वे किसानों को रेपिस्ट कह रही हैं, क्या रेप इतना हल्का शब्द है? कंगना देश के किसानों की तुलना आतंकवादियों और बांग्लादेश वालों से कैसे कर सकती हैं। कंगना को समझना पड़ेगा कि वे अब सांसद हैं, थोड़ी तो मैच्योरिटी दिखाएं। अब उनका काम सिर्फ फिल्म का प्रमोशन करना नहीं है।

चौंकाने वाली बात यह है कि भारतीय जनता पार्टी के किसी व्यक्ति ने इसका विरोध नहीं किया, यह दिखाता है कि ये लोग कितने बड़े किसान विरोधी हैं। प्रधानमंत्री को इस पर संज्ञान लेना चाहिए और कंगना को माफी मांगने के लिए मजबूर करना चाहिए।

सवाल- कंगना कह रही हैं कि किसान आंदोलन के पीछ विदेशी ताकतें थीं, आपका क्या कहना है?
जवाब-
 यह बड़ी अजीब बात है, जो जानकारी देश की खुफिया एजेंसियों को नहीं है, वह कंगना रनोट के पास है। क्या कंगना रनोट के पास देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और NSA अजीत डोभाल से ज्यादा जानकारी है? NSA अजीत डोभाल को कंगना को समन भेजना चाहिए। CBI को कंगना को इसी वक्त अरेस्ट करके पूछना चाहिए कि जब कंगना के पास ऐसी खुफिया जानकारी थी, तो उन्होंने इसकी जानकारी होम मिनिस्ट्री को क्यों नहीं दी?

सवाल- लेकिन कंगना के समर्थक तो उनके इस बयान को सही ठहरा रहे हैं, इसमें गलत क्या है?
जवाब
– कंगना का बचाव करने वाले लोगों को शर्म आनी चाहिए। मान लें कि वहां रेप जैसे अपराध हुए भी, तो पूरे आंदोलन को उससे जोड़ देना गंदी मानसिकता को दिखाता है। देश में हर दिन 80 से 90 रेप केस दर्ज होते हैं। क्या कंगना ने इसके खिलाफ कभी आवाज उठाई? मुझे लगता है कि कंगना ने अपनी PR आर्मी को काम पर लगा दिया है। वही लोग उनके सपोर्ट में हैं, कोई सभ्य इंसान कभी उनके समर्थन में खड़ा नहीं होगा। आप बताइए, क्या देश के कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान कंगना के इस बयान से सहमत होंगे?

सवाल- पंजाब के एक कांग्रेस नेता ने कंगना पर NSA लगाने की मांग कर दी है, आपका क्या कहना है?
जवाब-
 देखिए, NSA लगना चाहिए कि नहीं, यह सब मैं नहीं जानती, लेकिन ये जरूर कहूंगी कि वे अपने आप को इस दुनिया की सबसे ज्ञानी महिला समझती हैं। उन्हें लगता है कि सारी जानकारी सिर्फ उन्हें ही हैं। फिल्म इंडस्ट्री की इनसाइड बातें सिर्फ उन्हीं को पता हैं। सुशांत सिंह राजपूत क्या करते थे, सिर्फ उन्हें पता है। उन्हें सद्बुद्धि की जरूरत है। संसद में अभी तक मेरी और उनकी मुलाकात नहीं हुई है। जब मिलूंगी, तो उन्हें सही बात समझाऊंगी।

सवाल- कंगना ने राहुल गांधी को उनकी फिल्म इमरजेंसी देखने की सलाह दी है, इस पर क्या कहेंगीं?
जवाब-
 वे तो जब से पार्लियामेंट में आई हैं, फिल्म का प्रमोशन ही कर रही हैं। मुझे समझ में नहीं आया कि उन्हें इस 50 साल पुराने मुद्दे पर फिल्म बनाने की जरूरत क्यों पड़ी। देश में इस वक्त बेरोजगारी और महंगाई अहम मुद्दा है। क्या इस पर उन्हें फिल्म नहीं बनानी चाहिए?

कंगना के बयान पर विपक्ष के तमाम नेताओं ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी है। यहां पढ़ें कंगना का बयान और विपक्ष का रिएक्शन…

कंगना ने कहा था- हिंसा की प्लानिंग थी, पंजाब बांग्लादेश बन सकता था
दैनिक भास्कर को दिए इंटरव्यू में कंगना ने कहा था कि पंजाब में किसान आंदोलन के नाम पर उपद्रवी हिंसा फैला रहे थे। वहां रेप और हत्याएं हो रही थीं। किसान बिल को वापस ले लिया गया वर्ना इन उपद्रवियों की बहुत लंबी प्लानिंग थी। वे देश में कुछ भी कर सकते थे।

भाजपा ने सोमवार को कहा- कंगना को किसान आंदोलन पर बोलने की इजाजत नहीं

भाजपा ने सोमवार को ही एक्ट्रेस-सांसद कंगना रनोट के उस बयान से खुद को अलग कर लिया था। भाजपा ने प्रेस रिलीज में लिखा- पार्टी कंगना के बयान से असहमत है। उन्हें पार्टी के नीतिगत मुद्दों पर बोलने की इजाजत नहीं है। वे पार्टी की तरफ से बयान देने के लिए अधिकृत भी नहीं हैं।

भाजपा ने कंगना को हिदायत दी है कि वे इस मुद्दे पर आगे कोई बयान न दें। पार्टी स्टेटमेंट में सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के सिद्धांत पर चलने की बात कही गई है।