बृजभूषण बोले- राहुल-प्रियंका ने मेरे खिलाफ साजिश की:भाजपा विरोध करती तो न FIR, न चार्जशीट दाखिल होती

पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया के कांग्रेस में शामिल होने पर बाहुबली बृजभूषण शरण सिंह ने कहा- 18 जनवरी 2023 में जंतर-मंतर पर धरना शुरू हुआ। उस वक्त मैंने कहा था कि यह खिलाड़ियों का आंदोलन नहीं है, इसके पीछे कांग्रेस है। खासकर भूपेंद्र हुड्डा, प्रियंका गांधी, राहुल गांधी।

बृजभूषण ने कहा- आज यह बात सच साबित हुई कि पूरे आंदोलन में जो हमारे खिलाफ षड्यंत्र किया गया, उसमें कांग्रेस शामिल थी और इसका नेतृत्व भूपेंद्र हुड्डा कर रहे थे। जनवरी 2022 में शुरू हुआ यह पूरा ड्रामा अब समाप्त हो चुका है।

. कुश्ती के दम पर नाम कमाया, अब खत्म हो जाएगा यह पहलवान किसी भी सीट से हरियाणा में चुनाव नहीं जीत पाएंगे, क्योंकि यह लोग अब राजनीति कर रहे हैं। इन दोनों पहलवानों ने कुश्ती के दम पर पूरे देश में अपना नाम रोशन किया था। अब कांग्रेस में शामिल होने के बाद इनका नाम वैसे ही खत्म हो जाएगा।

. कांग्रेस ने पहलवानों को मोहरा बनाकर कुश्ती का सत्यानाश किया पहलवानों को न्याय दिलाने के नाम पर कांग्रेस नेता धरने में शामिल हुए। उन्होंने धीरे-धीरे एक के बाद एक कई पहलवानों को अपना मोहरा बना लिया। इस देश की कुश्ती का सत्यानाश भी कांग्रेस पार्टी के लोगों ने पहलवानों के साथ मिलकर किया है।

कुश्ती का सत्यानाश करने में इन पहलवानों का भी बड़ा योगदान है, जो आज कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए हैं। कांग्रेस पार्टी की सरकार देश में थी तो कुश्ती का नाम-ओ-निशान नहीं था, लेकिन मेरे अध्यक्ष बनने के बाद भारत में लोग कुश्ती को जानने लगे और कई मेडल आए।

. बीजेपी की आईटी सेल नहीं, बल्कि उनके ही लोग कर रहे ट्रोल इन जैसे पहलवानों को भाजपा की आईटी सेल ट्रोल नहीं करती है। जब इन लोगों ने आरोप लगाया था तो उनके ही लोगों ने हमें ट्रोल किया था। अब देश के लोग उनकी सच्चाई जान चुके हैं तो वह धीरे-धीरे उन्हें ट्रोल कर रहे हैं। इनके साथ हरियाणा में उनके परिवार के साथ कोई नहीं खड़ा होगा।

बीजेपी पहलवानों के विरोध में नहीं थी पूर्व भाजपा सांसद ने कहा- जब पहलवान धरने पर बैठे थे तो देश ने समझा कि आंदोलन में कुछ सच्चाई है। इसलिए विपक्षी पार्टियां उनके साथ आ गईं। बीजेपी सच्चाई का पता लगा रही थी। पार्टी पहलवानों के विरोध में नहीं थी। अगर विरोध में होती तो मेरे खिलाफ FIR नहीं लिखा जाती। FIR लिखी भी जाती तो चार्जशीट दाखिल नहीं होती।

विनेश जूनियर खिलाड़ियों का हक मारकर ओलिंपिक गई थीं बृजभूषण ने कहा- क्या यह सच नहीं है कि बजरंग एशियाई खेलों में बिना ट्रायल के चले गए? मैं कुश्ती विशेषज्ञों से पूछना चाहता हूं। मैं विनेश फोगाट से पूछना चाहता हूं कि क्या कोई खिलाड़ी एक दिन में 2 भार श्रेणियों में ट्रायल दे सकता है? इसमें आपने हक नहीं मारा? क्या वजन मापने के बाद 5 घंटे के लिए ट्रायल रोके जा सकते हैं? आप (ओलिंपिक में) कुश्ती जीतकर नहीं गई थीं, बल्कि चीटिंग करके गई थीं। जूनियर खिलाड़ियों का हक मारकर वहां गई थीं। भगवान ने आपको उसी की सजा दी है।