राहुल बोले- लोकसभा चुनाव के बाद अब डर नहीं लगता:

अमेरिका दौरे पर गए राहुल गांधी ने मंगलवार को कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद कुछ बदल गया है। अब डर नहीं लगता। डर निकल गया है। भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी ने इतना डर ​​फैलाया, छोटे व्यवसायियों पर एजेंसियों पर दबाव बनाया, सब कुछ सेकंड में गायब हो गया।

उन्होंने कहा, ‘उन्हें यह डर फैलाने में सालों लग गए और कुछ सेकेंड में गायब हो गया। संसद में, मैं प्रधानमंत्री को सामने देखता हूं। मैं बता सकता हूं मोदी का विचार, 56 इंच का सीना, भगवान से सीधा संबंध, यह सब अब खत्म हो गया है, यह सब अब इतिहास बन गया है।’

ये सब बातें राहुल गांधी ने वर्जीनिया के हर्नडन में भारतीय समुदाय के लोगों से चर्चा के दौरान कहीं। इसके बाद वे वाशिंगटन DC की जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी पहुंचे और छात्रों के कार्यक्रम में हिस्सा लिया।

कांग्रेस नेता 3 दिन के अमेरिका दौरे पर हैं। दूसरे दिन मंगलवार वे वॉशिंगटन पहुंचे। नेता विपक्ष के तौर पर उनका ये पहला विदेशी दौरा है। इससे पहले वे रविवार को टेक्सास गए थे। जहां एयरपोर्ट पहुंचने पर इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के सदस्यों और प्रवासी भारतीयों ने उनका स्वागत किया था।

भारतीय समुदाय के लोगों के कार्यक्रम में राहुल के स्पीच की 3 बड़ी बातें…

  • चुनाव से पहले बैंक अकाउंट सील कर दिए गए: हमारी पार्टी के फाइनेंस डिपार्टमेंट से एक व्यक्ति आए और वह बताते हैं कि हमारे सभी खाते सील हो गए। आप सोचिए कि अगर कोई कारोबार चला रहा हो और उसके सामने ऐसी स्थिति हो, तब क्या होगा! कांग्रेस के साथ यही हुआ था। हमारे पास विज्ञापन और कैंपेनिंग तक के पैसे नहीं थे। नेताओं के आने-जाने के लिए भी रकम नहीं थी। मल्लिकार्जुन खडगे, अन्य सीनियर लोग और हमारे ट्रेजरर हम सब साथ थे। उस वक्त ट्रेजरर सोच रहे थे कि वह इस स्थिति में करें तो क्या करें! हम इसी मसले पर तब चर्चा कर रहे थे। मेरे सामने भी ऐसा पहला अनुभव था। ट्रेजरर ने मुझसे कहा था कि पैसे नहीं हैं। मैंने जवाब दिया कि जो होगा, देखा जाएगा। हमने इसी स्पिरिट के साथ आम चुनाव लड़ा।
  • देश सबका है, ये BJP नहीं मानती: BJP को समझ में नहीं आता कि ये देश सबका है। भारत एक संघ है। संविधान में साफ लिखा है। भारत एक संघ राज्य है, जिसमें विभिन्न इतिहास, परंपराएं, संगीत और नृत्य शामिल हैं। BJP कहती है कि ये संघ नहीं है, ये अलग है।
  • RSS भारत को नहीं समझती: RSS कहती है कि कुछ राज्य दूसरे राज्यों से कमतर हैं। कुछ भाषाएं दूसरी भाषाओं से, कुछ धर्म दूसरे धर्मों से, कुछ समुदाय दूसरे समुदाय से कमतर हैं। हर राज्य का अपना इतिहास, परंपरा है। RSS की विचारधारा में तमिल, मराठी, बंगाली, मणिपुरी है, ये कमतर भाषाएं हैं। इसी बात पर लड़ाई है। RSS भारत को नहीं समझती।
    • आरक्षण खत्म करने का अभी सही समय नहीं: आरक्षण खत्म करने को लेकर राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस आरक्षण खत्म करने के बारे में तब सोचेगी, जब सही समय होगा, अभी सही समय नहीं है। जब आप वित्तीय आंकड़ों को देखते हैं, तो आदिवासियों को 100 रुपए में से 10 पैसे मिलते हैं, दलितों को 100 रुपए में से 5 रुपए मिलते हैं और OBC को भी लगभग इतनी ही रकम मिलती है। असलियत यह है कि इन्हें भागीदारी नहीं मिल रही है। भारत के हर एक बिजनेस लीडर की लिस्ट देखें। मुझे आदिवासी, दलित का नाम दिखाएं। मुझे OBC का नाम दिखाएं। मुझे लगता है कि टॉप 200 में से एक OBC है, जबकि वे भारत में 50% हैं, लेकिन हम इस बीमारी का इलाज नहीं कर रहे हैं।
    • जातिगत जणगणना जरूरी: भारत के दलित, OBC, आदिवासी को उनका हक नहीं मिल रहा है। देश के 90% आबादी वाले OBC, दलित और आदिवासी इस खेल में ही नहीं हैं। जातिगत जनगणना यह जानने का आसान तरीका है कि निचली जातियां, पिछड़ी जातियां और दलित किस स्थिति में हैं। टॉप 200 बिजेनस की लिस्ट देखिए। 90% लोगों का कहीं भी हिस्सा नहीं है। देश के सर्वोच्च न्यायालय में देखिए, उनकी कोई भागीदारी नहीं है। मीडिया में देखिए, वहां निचली जातियां, OBC, दलित हैं ही नहीं।
    • हमने पहले भी गठबंधन चलाया: हमारा गठबंधन (I.N.D.I.A) इस बात पर सहमत है कि भारत के संविधान की रक्षा की जानी चाहिए। हम में से ज्यादातर जाति जनगणना के विचार पर सहमत हैं, भारत के बिजनेस को सिर्फ दो बिजनेसमैन अडानी और अंबानी नहीं चला सकते। हमने बार-बार गठबंधन सरकारें चलाई हैं, जो सफल रही हैं। हमें पूरा यकीन है कि हम ऐसा फिर से कर सकते हैं। यह BJP का गठबंधन नहीं है I.N.D.I.A. गठबंधन है। गठबंधन का पूरा विचार लोगों को यह बताना था कि भारत पर हमला हो रहा है और यह बहुत सफल रहा।
    • निष्पक्ष चुनाव होते तो BJP 246 के करीब नहीं होती: चुनावों से पहले, हम इस बात पर जोर देते रहे कि संस्थाओं पर कब्जा कर लिया गया है। एजुकेशन सिस्टम पर RSS का कब्जा है। मीडिया और जांच एजेंसियों पर उनका कब्जा है। हम यह कहते रहे, लेकिन लोगों को यह समझ में नहीं आ रहा था। इसके बाद मैंने संविधान को सामने रखना शुरू किया और मैंने जो कुछ भी कहा, वह अचानक से फूट पड़ा। गरीब भारत, पिछड़ा भारत, जिसने यह समझ लिया कि अगर संविधान खत्म हो गया, तो पूरा खेल खत्म हो जाएगा। लोगों ने समझा कि जो संविधान की रक्षा कर रहे हैं और जो इसे नष्ट करना चाहते हैं, यह उनके बीच की लड़ाई है। जाति जनगणना का मुद्दा भी बड़ा हो गया। ये चीजें अचानक एक साथ आने लगीं। मुझे नहीं लगता कि निष्पक्ष चुनाव होते तो BJP 246 के करीब होती।
    • UCC पर अभी टिप्पणी नहीं करूंगा: समान नागरिक संहिता (UCC) पर तभी कुछ कहेंगे जब पता चलेगा कि BJP का प्रस्ताव क्या है। हमने इसे नहीं देखा है। हमें नहीं पता कि वे किस बारे में बात कर रहे हैं। हमारे लिए इस पर टिप्पणी करने का कोई मतलब नहीं है। जब वे इसे लाएंगे, तब हम इसे देखेंगे और इस पर टिप्पणी करेंगे।

    टेक्सास में राहुल बोले थे- भारत में सब मेड इन चाइना राहुल सोमवार को भी दो कार्यक्रमों में शामिल हुए थे। सबसे पहले उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास के छात्रों से भारतीय राजनीति, इकोनॉमी और भारत जोड़ो यात्रा समेत कई मुद्दों पर चर्चा की थी। इसके बाद राहुल गांधी ने डलास में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित किया।

    टेक्सास में बात करते हुए राहुल ने कहा था, ‘भारत में सब मेड इन चाइना है। भारत में रोजगार की समस्या है। ऐसा इसलिए क्योंकि हमने प्रोडक्शन पर ध्यान नहीं दिया। भारत में सब कुछ मेड इन चाइना है। चीन ने प्रोडक्शन पर ध्यान दिया है। इसलिए चीन में रोजगार की दिक्कतें नहीं हैं।’

    वहीं राहुल ने BJP और RSS पर निशाना साधते हुए कहा कि वे महिलाओं को घर में रखना चाहते हैं। राहुल ने कहा कि RSS को लगता है भारत एक विचार पर बना है, जबकि हमें लगता है कि भारत कई विचारों से मिलकर बना है।

    साथ ही उन्होंने कहा कि लोग समझ गए हैं कि BJP हमारी परंपरा, भाषा, राज्यों और हमारे इतिहास पर हमला कर रही है। राहुल ने कहा कि चुनाव के बाद लोगों में BJP का डर खत्म हो गया है।

    • मई 2022- राहुल गांधी ब्रिटेन के दौरे पर थे। उन्होंने CBI और ED का हवाला देते हुए भारत सरकार की तुलना पाकिस्तान सरकार से की थी। BJP ने राहुल पर विदेश में जाकर भारत को बदनाम करने का आरोप लगाया
    • दिसंबर 2020- राहुल गांधी नानी से मिलने इटली गए थे। 28 दिसंबर को हर साल कांग्रेस का स्थापना दिवस मनाया जाता है। इसमें वे शामिल नहीं हुए। इस पर विवाद हुआ। कुछ महीने बाद पंजाब, गोवा, उत्तराखंड, मणिपुर और UP में चुनाव हुए। इसमें कांग्रेस का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा। इसके बाद कई कांग्रेस नेताओं ने इसे राहुल के विदेशी दौरे से जोड़ा। राहुल पर आरोप लगा कि इटली जाने के लिए उन्होंने पंजाब में रैली को कैंसिल करवा दिया।
    • दिसंबर 2019- भारत में CAA के खिलाफ बड़ा आंदोलन चल रहा था। राहुल गांधी तब दक्षिण कोरिया चले गए थे। उनकी इस यात्रा को लेकर कई कांग्रेसी नेताओं ने भी सवाल उठाए थे।
    • अक्टूबर 2019- हरियाणा और महाराष्ट्र में होने वाले चुनाव से सिर्फ 15 दिन पहले राहुल गांधी कंबोडिया चले गए। BJP ने कहा कि राहुल गांधी पर्सनल टूर पर बैंकॉक गए हैं। वहीं, कांग्रेस ने कहा कि वे मेडिटेशन के लिए कम्बोडिया गए हैं।