अमेरिका में राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रम्प और भारतवंशी कमला हैरिस के बीच बुधवार (11 सितंबर) को प्रेसिडेंशियल डिबेट हुई। दोनों ने 90 मिनट बहस की। डिबेट शुरू होने से पहले कमला ट्रम्प के पोडियम तक पहुंचीं और उनसे हाथ मिलाया।
डिबेट के दौरान ट्रम्प ने कमला पर पर्सनल अटैक किए। उन्हों कहा, “कमला वामपंथी हैं, उनके पिता कम्युनिस्ट हैं। उन्होंने कमला को अच्छे से वामपंथ सिखाया है। कमला क्या हैं इससे मुझे फर्क नहीं पड़ता पर मैंने कहीं पढ़ा था कि वे अश्वेत नहीं है।” ट्रम्प के इन आरोपों पर कमला ने कुछ नहीं कहा, बस मुस्कुराती रहीं।
डिबेट में कमला 37 मिनट 36 सेकेंड जबकि ट्रम्प 42 मिनट 52 सेकेंड तक बोले। डिबेट खत्म होने के बाद दोनों बिना हाथ मिलाए लौट गए। अमेरिका के 4 मीडिया हाउस (न्यूयॉर्क टाइम्स, CNN, वॉशिंगटन पोस्ट) और BBC के किए सर्वे में कमला को विजेता माना है। लोगों ने कहा कमला सवालों का बेहतर जवाब दिया।
ट्रम्प और कमला के बीच पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट ट्रम्प और कमला के बीच इस चुनाव में यह पहली डिबेट थी। कमला ने पहली बार राष्ट्रपति चुनाव की बहस में हिस्सा लिया, जबकि ट्रम्प 2016 से 24 तक 6 बार डिबेट में हिस्सा ले चुके हैं।
इस चुनाव में 27 जून को पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट ट्रम्प और बाइडेन के बीच हुई थी। बाइडेन हार गए थे, जिसके बाद उन्होंने राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी छोड़ दी थी। इसके बाद डेमोक्रेटिक पार्टी ने कमला हैरिस को उम्मीदवार बनाया था।
अब 6 सवाल-जवाब में डिबेट को सिलसिलेवार तरह से पढ़ें…
सवाल 1: दोनों पार्टियां इमिग्रेशन और बॉर्डर सिक्योरिटी को बड़ा मुद्दा मानती हैं। कमला आपकी पार्टी इस पर क्या कर रही है?
कमला का जवाब: इमिग्रेशन की समस्या के लिए ट्रम्प जिम्मेदार हैं। उनकी पार्टी ने इससे जुड़े विधेयक को रोकने की कोशिश की। ट्रम्प ने अपने लोगों से फोन कर ऐसा करने को कहा। वे नहीं चाहते समस्या खत्म हो।
ट्रम्प का काउंटर: अमेरिका में रोज हजारों अपराधी आ रहे हैं। वे (प्रवासी) कुत्ते-बिल्लियों को खाते हैं। उनकी बात काटते हुए मॉडरेटर ने कहा कि इस बात के सबूत नहीं हैं। इस पर ट्रम्प ने कहा कि उन्होंने टीवी पर लोगों को यह कहते सुना है कि माइग्रेंट्स ने उनके कुत्तों को पकाकर खा गए।
कमला का काउंटर: ट्रम्प की बात सुनकर कमला जोर से हंस पड़ी। उन्होंने हंसते हुए कहा, “ट्रम्प के मुताबिक प्रवासी पालतू जानवरों को खाते हैं। ये तो हद हो गई।”
सवाल 2: ट्रम्प आपने कहा था कि आप 6 हफ्ते के बाद भी अबॉर्शन की इजाजत देंगे, लेकिन फिर आप अपने बयान से पलट गए। ऐसा क्यो?
ट्रम्प का जवाब: डेमोक्रेटिक पार्टी प्रेग्नेंसी के 9वें महीने में अबॉर्शन का हक देना चाहती है। उनके एक नेता ने कहा था कि हम बच्चा पैदा होने के बाद देखेंगे कि उसका क्या करना है। जरूरत पड़ी तो उसे मार दिया जाएगा। इसलिए मैंने अबॉर्शन पर पक्ष बदला।
कमला के उप-राष्ट्रपति उम्मीदवार कह चुके हैं कि 9वें महीने के बाद अबॉर्शन में कोई दिक्कत नहीं है।
कमला का काउंटर: ट्रम्प झूठ बोल रहे हैं। उनकी वजह से अमेरिका के 20 राज्यों में अबॉर्शन पर बैन है। रेप पीड़ित परेशान हैं। सरकार या ट्रम्प महिलाओं को नहीं बता सकते कि उन्हें अपने शरीर के साथ क्या करना चाहिए। मैं अपने कार्यकाल में अबॉर्शन की इजाजत का बिल जरूर साइन करूंगी।
ट्रम्प का काउंटर: मैं अबॉर्शन बैन नहीं करूंगा। इस मुद्दे ने 52 साल देश को बांटकर रखा है। सभी राज्य अबॉर्शन पर खुद फैसला ले रहे हैं। मुझे अबॉर्शन बिल पर वीटो की जरूरत नहीं पड़ेगी, क्योंकि कमला हैरिस कभी चुनाव नहीं जीतेंगी। कमला से पूछा जाना चाहिए कि क्या वह प्रेग्नेंसी के 7वें, 8वें और 9वें महीने में अबॉर्शन की इजाजत देंगी।
ट्रम्प को बीच में काटते हुए कमला ने कहा: कमॉन, यह सब झूठ है। ट्रम्प की नीतियों की वजह से गर्भवती महिलाओं को इलाज के लिए दूसरे राज्यों में जाना पड़ रहा है।
सवाल 3: गाजा में 11 महीने से जंग जारी है। करीब 100 बंधक हमास के पास हैं। पिछले हफ्ते इजराइली PM नेतन्याहू ने कोई भी पीस डील न होने की बात कही। कमला आपका इस पर क्या कहना है?
कमला का जवाब: आतंकी संगठन हमास ने 1200 से ज्यादा इजराइलियों को मार डाला। कई महिलाओं से रेप किया। इजराइल को अपनी रक्षा का पूरा हक है, लेकिन ये भी सच्चाई है कि यह जंग बहुत लंबी खींच गई है।
इसे खत्म होना चाहिए। हमें सीजफायर डील की जरूरत है ताकि बंधक आजाद हों। एक अलग फिलिस्तीन की स्थापना इसका हल है। हमें गाजा को फिर से बसाना होगा। फिलिस्तीनियों को सुरक्षा देनी होगी।
ट्रम्प का काउंटर: मैं अमेरिका का राष्ट्रपति होता तो ये जंग कभी नहीं होती। कमला इजराइलियों से नफरत करती हैं। नेतन्याहू जब अमेरिकी कांग्रेस को संबोधित करने आए तो कमला उनसे मिली भी नहीं, वह पार्टी कर रही थीं। कमला मिडिल ईस्ट के लोगों से भी नफरत करती हैं।
मैं आधुनिक इतिहास का सबसे बड़ा इजराइल समर्थक राष्ट्रपति हूं। मैं राष्ट्रपति होता तो हमास के पास आतंक फैलाने के लिए पैसा ही नहीं होता। अगर कमला जीतीं तो इजराइल का 2 सालों में अस्तित्व मिट जाएगा।
कमला का काउंटर: ट्रम्प देश को तोड़ने की राजनीति करते हैं। वे पहले दिन से तानाशाह बनना चाहते हैं। सब जानते हैं कि वे तानाशाह किम को प्रेम पत्र लिखा करते थे।
दुनियाभर के तानाशाह चाहते हैं कि आप फिर से राष्ट्रपति बनें। वे आपको अपने फायदे के लिए इस्तेमाल करेंगे। मैं कई ऐसे मिलिट्री अधिकारियों से मिली हूं जो आपको कलंक मानते हैं। वे आपको देश की सुरक्षा के लिए खतरनाक मानते हैं।
सवाल 4: कमला अफगानिस्तान में जिस तरीके से तालिबान की वापसी हुई क्या आप उसकी जिम्मेदारी लेती है?
कमला का जवाब: मैं अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना को हटाने के राष्ट्रपति बाइडेन के फैसले का समर्थन करती हूं। इससे पहले 4 राष्ट्रपति ऐसा करने के लिए कह चुके थे, लेकिन इसे बाइडेन ने पूरा किया। नतीजा यह हुआ कि अब अमेरिकी नागरिकों को रोजाना 300 मिलियन डॉलर नहीं चुकाने पड़ रहे हैं।
अमेरिका का एक भी सैनिक अफगानिस्तान और दुनिया के किसी भी हिस्से में किसी भी लड़ाई में शामिल नहीं है। ट्रम्प ने अपने कार्यकाल में अमेरिकी इतिहास की सबसे कमजोर डील साइन की। उन्होंने अफगान सरकार को बायपास करते हुए सीधे तालिबान से डील की। 5 हजार आतंकियों को रिहा किया।
ट्रम्प का काउंटर: उस समय तालिबान हमारे सैनिकों को मार रहा था। मैंने तालिबान प्रमुख अब्दुल से कहा कि अगर हमारा एक भी सैनिक मारा जाता है, तो आपको दिक्कत होगी। इसके बाद 18 महीनों तक किसी की मौत नहीं हुई।
माइक पोम्पियो (पूर्व अमेरिका विदेश मंत्री) ने तालिबान के साथ जो समझौता किया, वो बेस्ट था। वो लागू हुआ होता तो एक भी सैनिक वहां नहीं छूटा होता, हमारे नागरिक नहीं छूटे होते। 85 बिलियन डॉलर के नए मिलिट्री इक्विपमेंट भी वहां नहीं छूटते।
हमारी डील को (डेमोक्रेट्स) ने रद्द किया। इस वजह से सबसे खराब तरीके से सैनिकों की वापसी हुई, जो अमेरिकी इतिहास का सबसे शर्मनाक पल था। इसी वजह से रूस ने यूक्रेन पर हमला किया, क्योंकि वो जानते थे कि कमला और बाइडेन नाकाबिल हैं।
सवाल 5: रूस-यूक्रेन जंग शुरू हुए ढाई साल हो चुके हैं। ट्रम्प आपने कहा था कि आप इसे 24 घंटे में रोक सकते हैं। आप यह कैसे करेंगे? क्या आप चाहते हैं कि यूक्रेन की जीत हो?
ट्रम्प का जवाब: मैं चाहता हूं कि जंग खत्म हो। हजारों लोगों की मौत हो चुकी है। बाइडेन-कमला यूक्रेन को करोड़ों डॉलर दे चुके हैं। मैंने नाटो सहयोगियों को कह दिया था कि या तो आप पैसे दें नहीं तो हम आपकी रक्षा नहीं करेंगे। इसलिए वे मुझे पसंद नहीं करते। मेरे जेलेंस्की और पुतिन से अच्छे रिश्ते हैं। वे बाइडेन का सम्मान नहीं करते।
बाइडेन को नहीं पता जंग कैसे रोकनी है। पुतिन से कैसे बात करनी है। इसलिए तीसरे विश्व युद्ध का खतरा है।
कमला का जवाब: सबसे पहले तो मैं बता दूं कि आप बाइडेन के खिलाफ नहीं मेरे खिलाफ लड़ रहे हैं। आप कहते है कि राष्ट्रपति बनने के 24 घंटे में जंग रुकवा देंगे, लेकिन असल में आप यूक्रेन को अकेला छोड़ देंगे। ट्रम्प राष्ट्रपति होते तो पुतिन अभी कीव में बैठे होते। पुतिन का एजेंडा सिर्फ यूक्रेन नहीं है।
हम NATO का महत्व समझते हैं। हमारे यूरोपीय साथी, नाटो सहयोगी इस बात से खुश हैं कि आप राष्ट्रपति नहीं हैं। हमने यूक्रेन की रक्षा की है। आप जिसे दोस्त (पुतिन) समझते हैं वो एक तानाशाह है जो आपको लंच में खा जाएगा।
ट्रम्प का काउंटर: रूस पास न्यूक्लियर हथियार है जिसके बारे में हम बात ही नहीं करना चाहते। बाइडेन ने कमला को यूक्रेन में शांति के लिए भेजा और 3 दिन बाद जंग शुरू हो गई। इनके पास ऐसा टैलेंट भी है। इन्होंने बाइडेन को बर्बाद कर दिया। मुझे लगता है कि बाइडेन अमेरिकी इतिहास के सबसे बुरे राष्ट्रपति हैं। कमला ने उन्हें ऐसा बनाने में मदद की।
सवाल 6: ट्रम्प क्या आपको कैपिटल हिल (अमेरिकी संसद) हिंसा पर पछतावा है?
ट्रम्प का जवाब: मैंने अपने भाषण में समर्थकों से शांतिपूर्वक तरीके से काम करने के लिए कहा था। मेरी एक महिला समर्थक (एशले बैबिट) की मौत पुलिसवाले की गोली से हुई।
मेरा हिंसा से कोई लेना-देना नहीं, सिवाय मेरे भाषण के। मैंने पहले ही कह दिया था कि एक बड़ी रैली होने वाली है। हिंसा मैंने नहीं दूसरों ने की। 6 जनवरी को जो हुआ वो नहीं होता अगर नैंसी पेलोसी और वॉशिंगटन डीसी के मेयर ने अपना काम किया होता।
मैं सिक्योरिटी के लिए जिम्मदार नहीं था, नैंसी पेलोसी जिम्मेदारी थीं। उन्होंने अपना काम नहीं किया।”
कमला का काउंटर: मैं 6 जनवरी को कैपिटल हिल पर मौजूद थी। उस समय मैं वाइस प्रेसिडेंट इलेक्ट और एक्टिंग सीनेटर थी। उस दिन अमेरिका के राष्ट्रपति (ट्रम्प) ने हमारे देश की राजधानी पर हमला करने के लिए भीड़ बुलाई।
उस दिन 140 लोग कैपिटल हिल में घुसे। कुछ की मौत भी हुई। इसकी वजह राष्ट्रपति ट्रम्प का भाषण था। संसद में घुसने वाले उनके प्राउड बॉय मिलिशिया से ट्रम्प ने कहा था- स्टैंड बैक एंड स्टैंड बाय यानी जहां है वहीं रहें।