देश का मानसून ट्रैकर:एमपी के ग्वालियर में 24 घंटे में 8 इंच बारिश, 6 जिलों में बाढ़; UP-MP और राजस्थान में स्कूलों की छुट्‌टी

बंगाल की खाड़ी में बने स्ट्रॉन्ग सिस्टम के चलते मध्य और उत्तर भारत में बुधवार को भारी बारिश हुई। कई शहरों में बाढ़ है तो कई जिलों का सड़क संपर्क टूट गया है। नदियों किनारे बसे गांवों से लोगों को हटाकर सुरक्षित स्थानों पर ले जाना पड़ा है। सबसे ज्यादा बारिश मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में हुई है।

मध्य प्रदेश : 28 जिलों में बुधवार को तेज बरसात हुई। ग्वालियर में 24 घंटे में ग्वालियर में 8 इंच और भोपाल में ढाई इंच बारिश हुई। दमोह, सिवनी, बालाघाट, सागर, छतरपुर और शिवपुरी में बाढ़ जैसे हालात हैं। दतिया में 400 साल पुराने किले की दीवार गिरने से 3 लोगों की मौत हो गई। लहार में मकान की दीवार गिरने से एक व्यक्ति की मौत और 10 साल की बच्ची घायल हो गई।

गुना, अशोकनगर, विदिशा, रायसेन, नर्मदापुरम, सीहोर और भोपाल में गुरुवार को भारी बारिश का रेड अलर्ट, जबकि ग्वालियर, जबलपुर समेत 29 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है। भिंड में क्वांरी, सांक और सिंध नदी खतरे के निशान पर हैं। इससे 50 गांवों में अलर्ट है। गुरुवार को भोपाल में 5वीं, राजगढ़, सागर, गुना, शिवपुरी, मुरैना और भिंड में 8वीं तक के स्कूलों की छुट्‌टी है।

राजस्थान : पूर्वी हिस्से में भी भारी बारिश जारी है। सुजान गंगा नदी ओवरफ्लो होने से कोटा और भरतपुर में बाढ़ के हालात बन गए हैं। गुरुवार को जयपुर, अजमेर, उदयपुर समेत 7 जिलों में तेज बारिश का अलर्ट है। अजमेर, धौलपुर सवाई माधोपुर जिले में गुरुवार को स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है।

छत्तीसगढ़ : लगातार बारिश के चलते नदी-नाले उफान पर हैं। सुकमा-बीजापुर से तेलंगाना और आंध्र प्रदेश का संपर्क कटा हुआ है। राजनांदगांव में शिवनाथ नदी का पानी घुसने से 11 गांव पानी में घिर गए हैं। यहां 30 साल बाद बाढ़ आई है। राजनांदगांव, खैरागढ़ में सैकड़ों लोगों को राहत कैंपों में शिफ्ट किया गया है।