चीन में 15 दिन के अंदर दूसरी बार तूफान का खतरा मंडरा है। इस बार शक्तिशाली बेबिनका तूफान दस्तक देने वाला है। बेबिनका पिछले 75 सालों में (1949 के बाद से) शंघाई आने वाला सबसे शक्तिशाली तूफान हो सकता है। फिलहाल ये शंघाई से 400 किमी दूर ईस्ट चाइना सी में मौजूद है।
तूफान की वजह से हवाओं की रफ्तार 144 किमी/घंटा तक है, जो रविवार देर रात 155 किमी/घंटा तक पहुंच सकती है। इसे शक्तिशाली तूफानों की कैटेगिरी 1 में रखा गया है। तूफान से निपटने की तैयारियों के चलते चीन ने सैकड़ों फ्लाइट्स को रद्द कर दिया है। ये तूफान सोमवार देर रात शंघाई के तट से टकराएगा।
शंघाई से अब तक लगभग 10 हजार लोगों को निकाला गया है। तूफान बेबिनका की वजह से 254 मिमी बारिश हो सकती है।
प्रशासन ने तूफान से निपटे के लिए तैयारियां शुरु कीं शंघाई प्रशासन ने तूफान से निपटने के लिए जरूरी कदम उठाने शुरु कर दिए है। चीनी मौसम विभाग ने शंघाई में रेड अलर्ट जारी किया है। शंघाई में सोमवार को कुछ घंटों के लिए रेल सेवाओं को बंद रखा जाएगा। वहीं पब्लिक ट्रांसपोर्ट और बाजार को बंद कर दिया गया है।
शंघाई में आखिरी बार 2022 में तूफान मुइफा आया था। ये चीनी प्रांत झेनजियांग से 300 किमी की दूरी से उठा था। इसके अलावा चीन ने शंघाई से दूर सभी जहाजों को बंदरगाह पर आने के लिए कहा है। शंघाई के अलावा पड़ोसी प्रांत झेजियांग में जहाजों को वापस बुला लिया गया है।
9 सितंबर को चीन में आया था तूफान यागी साउथ चाइना सी से उठा सुपर तूफान यागी 9 सितंबर को चीन के दक्षिणी तट से टकराया था। इसने चीन के हैनान प्रांत में दस्तक दी थी। तूफान की वजह से हैनान के 4 लाख लोगों को अपना घर छोड़ पड़ा। जब ये चीन के तट टकराया उस वक्त इसकी रफ्तातर तकरीबन 250 किमी/घंटा थी।
ये इस का दूसरा सबसे शक्तिशाली तूफान थाा चीन के बाद यागी वियतनाम की तरफ बढ़ा था, जहां इसने भारी तबाही मचाई। तूफान की वजह से वियतनाम को भारी बारिश और बाढ़ का सामना करना पड़ा। इसके चलते 200 से ज्यादा लोगों की जान चली गई। वहीं 100 से ज्यादा लोग लापता है।
शंघाई में 1949 में आया था ग्लेरिया तूफान शंघाई में आने वाला अब तक का सबसे शक्तिशाली तूफान ग्लेरिया था, जो सन 1949 में आया था। उस वक्त इस तूफान की वजह से 144 किमी/घंटा की रफ्तार से हवाएं चल रही थीं।