आजमगढ़ में भोजपुरी स्टार अक्षरा सिंह के कार्यक्रम में बवाल हो गया। अभिनेत्री के स्टेज पर चढ़ते ही भीड़ बेकाबू हो गई। लोग बैरिकेडिंग तोड़कर मंच की तरफ बढ़ने लगे।
धक्का-मुक्की शुरू हो गई। इसके बाद जूते-चप्पल और पानी की बोतलें फेंकी गईं। पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा। यह सब देख अक्षरा कार्यक्रम छोड़कर चली गईं।
करीब आधे घंटे बाद किसी तरह लोग शांत हुए। इसके बाद अक्षरा फिर से स्टेज पर आईं। इस बीच, तहसीलदार और भाजपा नेता बैठने को लेकर भिड़ गए। उन्हें किसी तरह सीनियर अफसरों ने समझाया।
20 हजार से अधिक लोग कार्यक्रम देखने पहुंचे थे 18 सितंबर को आजमगढ़ महोत्सव की शुरुआत हुई। राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज परिसर में 5 दिन से महोत्सव चल रहा था। रविवार को महोत्सव के अंतिम दिन रात को अक्षरा सिंह का कार्यक्रम था। कार्यक्रम को देखने के लिए 20 हजार लोग पहुंचे थे। रात 9 बजे अक्षरा सिंह स्टेज पर पहुंचीं। उन्होंने ‘बड़ा निक लागेला बलम जी के बोलिया’…सॉन्ग गाना शुरू किया।
भीड़ बेकाबू हो गई। लोगों ने हूटिंग करनी शुरू कर दी और जूते-चप्पल फेंकने लगे। इसके बाद पुलिस ने लाठी चार्ज कर लोगों को खदेड़ा। भीड़ को काबू करने में पुलिस को आधे घंटे लग गए। दर्शकों का कहना है कि अगर प्रशासन सावधानी बरतता, तो भगदड़ जैसी स्थिति न होती।
कुर्सी पर बैठने को लेकर तहसीलदार और भाजपा नेता भिड़े महोत्सव के बीच कुर्सी पर बैठने को लेकर तहसीलदार और भाजपा जिला उपाध्यक्ष भिड़ गए। तहसीलदार कुर्सी पर बैठे भाजपा नेता को उठाना चाह रहे थे। भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि तहसीलदार ने ऊंची आवाज में बात की। देखते ही देखते दोनों पक्ष भिड़ गए। बाद में सीनियर अफसरों ने भाजपा नेता को समझा-बुझाकर मामले को शांत करवाया।
पिछले साल जौनपुर में अक्षरा के कार्यक्रम में हुआ था बवाल इससे पहले, 2023 में जौनपुर जिले में अक्षरा के कार्यक्रम में बवाल हुआ था। गणेश उत्सव में जब अक्षरा सिंह ने “जान मारे लहंगा ई लखनऊवा” गाना शुरू किया, तो भीड़ बेकाबू हो गई। जमकर उपद्रव किया था। कुर्सियां तोड़ दी थीं।