भारत ने PM शहबाज के भाषण को पाखंड बताया:UN में कहा- पाकिस्तान ने बांग्लादेश में नरसंहार किया, अब इंटॉलरेंस की बात कर रहा

भारत ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में (UNGA) में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के आरोपों का जवाब दिया है। भारतीय राजनयिक भाविका मंगलनंदन ने राइट ऑफ रिप्लाई के तहत पाकिस्तानी PM के भाषण को ‘पाखंड’ बताया।

भारतीय राजनयिक ने कहा

बदकिस्मती से आज असैंबली में ऐसा तमाशा दिखा है। एक ऐसा देश जिसकी कमान सेना के पास है, जो आतंकवाद, अपराध और ड्रग्स की तस्करी के लिए दुनियाभर में बदनाम है, उसने दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र पर हमला करने की हिम्मत की है।

राजनयिक भाविका ने कहा कि लंबे समय से दुनिया जानती है कि पाकिस्तान ने सीमा पार आतंकवाद का इस्तेमाल अपने पड़ोसियों के खिलाफ किया है। उन्होंने हमारी संसद, हमारी आर्थिक राजधानी मुंबई, हमारे बाजार और तीर्थयात्रा के रास्तों पर हमले किए हैं। ये लिस्ट बहुत लंबी है।

भारतीय राजनयिक ने 1971 के नरसंहार की याद दिलाई राजनयिक भाविका ने कहा कि पाकिस्तान जैसे देश के लिए कहीं भी हिंसा के बारे में बात करना सबसे बड़ा पाखंड है। हैरानी वाली बात है कि जिस देश का इतिहास चुनावों में गड़बड़ी वाला है वह एक लोकतंत्र में राजनीतिक विकल्प की बात करता है।

भारतीय प्रतिनिधि ने कहा कि पाकिस्तान ने बांग्लादेश में 1971 में नरसंहार किया और अभी भी अपने अल्पसंख्यकों पर अत्याचार करता है। अब उनके नेता असहिष्णुता और फोबिया की बात कर रहे हैं।

भारतीय राजनयिक ने ये भी कहा कि पाकिस्तान की नजर हमारी जमीन पर है। उसने लगातार आतंकवाद का इस्तेमाल जम्मू-कश्मीर में चुनावों में किया है।

शहबाज शरीफ का पुराना कश्मीर राग इससे पहले पाकिस्तान के PM शहबाज शरीफ ने UNGA में कश्मीर का मुद्दा उठाया था। उन्होंने कश्मीर की तुलना फिलिस्तीन से की थी। अपने 20 मिनट के भाषण में शरीफ ने आर्टिकल 370 और बुरहान वानी का भी जिक्र किया था।

शरीफ ने कहा था कि भारत अपनी सैन्य ताकत लगातार बढ़ा रहा है। वह इसका इस्तेमाल पाकिस्तान के खिलाफ कर सकता है। पाकिस्तानी PM ने भारत को चेतावनी देते हुए कहा कि पाकिस्तान, LoC पर किसी भी हमले का जवाब देगा।

पाकिस्तानी PM बोले- भारत आर्टिकल 370 वापस ले PM शरीफ ने कहा कि कश्मीर में शांति कायम करने के लिए भारत को आर्टिकल 370 का फैसला वापस ले लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि फिलिस्तीन के लोगों की तरह कश्मीर के लोगों ने भी अपनी आजादी लिए एक सदी तक संघर्ष किया।

शरीफ ने कहा, ‘भारतीय उत्पीड़न के बावजूद कश्मीर के लोग बुरहान वानी की विचारधारा को बरकरार रखते हैं और लगातार लड़ रहे हैं। इस लड़ाई में हम उनके साथ हैं।’

पाकिस्तानी PM ने दुनिया में बढ़ते इस्लामोफोबिया पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि कुरान का अपमान बढ़ गया है। मस्जिदों पर हमले हो रहे हैं। यह एक चिंता का विषय है और हमें इसका मिलकर मुकाबला करना चाहिए।

शरीफ ने ये भी कहा कि इस्लामोफोबिया की सबसे भयावह स्थिति भारत में है। भारत में हिंदू वर्चस्ववादी एजेंडा हावी है। इसका मकसद 20 करोड़ भारतीय मुसलमानों को कमजोर करना और भारत की इस्लामी विरासत को मिटाना है।