Mars 2020 Perseverance rover: मंगल की सतह पर रेंगा NASA का पर्सिव‍ियरेंस रोवर, 19 दिनों में 21 फीट का सफर तय किया

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के पर्सिवियरेंस रोवर ने मंगल ग्रह की सतह पर चलना शुरू कर दिया है। एक टन वजन वाले रोवर को मंगल ग्रह पर एक लंबा सफत तय करना है, लेकिन उसने 19 दिनों में 6.5 मीटर यानी 21 फीट का ही सफर तय किया है। इस दूरी को तय करने के बाद रोवर 150 डिग्री को मोड़ लिया और वापस अपनी जगह पर लौट आया। वैज्ञानिकों ने उसकी इस गति को एक महत्‍वपूर्ण उपल्बिध करार दिया है। एजेंसी की ओर से बताया गया है कि पर्सिवियरेंस करीब दो वर्ष के कालखंड में मंगल सतह पर करीब 15 किलोमीटर तक का सफर तय करेगा।

19 फरवरी को रोवर ने मंगल ग्रह की सतह पर लैंडिंग की

गौरतलब है कि 19 फरवरी को नासा का पर्सिवियरेंस रोवर ने मंगल ग्रह की सतह पर लैंडिंग की थी। मंगल ग्रह तक पहुंचने के लिए रोवर ने आधा अरब किलोमीटर की दूरी तय की थी। रोवर मंगल पर मानव जीवन के निशानों की खोज करेगा। इसके साथ यह एक लाख पुरानी सूख चुकी झील की जमीन की जांच करने के साथ अरबों साल पहले मंगल ग्रह पर माइक्रो ऑर्गानिज्‍म की किसी भी गतिविधि यानी जीवन के हाने के चिन्‍हों की जांच करेगा।

रोवर उन तस्‍वीरों को पृथ्‍वी पर भेजेगा। इस रोवर का एक मकसद मंगल ग्रह पर कम वजन वाले एक हेलिकॉप्‍टर को भी उड़ाना है। यही वजह है पर्सिवियरेंस अपने साथ एक छोटा सा हेलिकॉप्‍टर लेकर गया है। यह किसी अन्‍य ग्रह पर इस तरह की पहली उड़ान होगी। बता दें कि 1970 के बाद अमेरिकी नासा का यह पहला मिशन है, जो मंगल ग्रह पर जीवन के निशान तलाशने के लक्ष्‍य से भेजा गया है। पर्सिवियरेंस रोवर नासा द्वारा मंगल ग्रह की सतह पर उतारा गया अब तक का सबसे तेज रोवर है।

रोवर ने भेजी मंगल ग्रह से चौंकाने वाली तस्‍वीरें

नासा के पर्सिवियरेंस रोवर ने अपना काम शुरू कर दिया है। रोवर ने मंगल ग्रह से चौंकाने वाली तस्‍वीरें भेजी हैं। उसकी मिमोरी में बहुत सारा डेटा है, जिसको वह धीरे-धीरे धरती पर भेज रहा है। नासा ने कहा है कि वह आने वाले दिनों में और भी कई तस्‍वीरें जारी करेगा। इन तस्‍वीरों में रोवर के मंगल ग्रह पर उतरने की छोटी सी मूवी शामिल होगी। खास बात यह है कि मूवी में साउंड भी होगा।

नासा के वैज्ञानिकों को कहना है कि इस तस्‍वीर में पर्सिवियरेंस नीचे की ओर झुका हुआ है और मंगल की सतह की ओर जा रहा है। यह दृष्‍य अंतरिक्ष की खोज के इतिहास में एक अहम तस्‍वीर बन सकती है। नासा ने कहा कि पर्सिवियरेंस ठीक स्थिति में है और वह इसके सिस्टम को काम करने के निर्देश दे रहे हैं।