दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड इस साल मिथुन चक्रवर्ती को दिया जाएगा। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार (30 सितंबर) को इसकी ऑफिशियल अनाउंसमेंट की। 8 अक्टूबर को 70वीं नेशनल फिल्म अवॉर्ड सेरेमनी में मिथुन को सम्मान दिया जाएगा।
मिथुन ने अपना फिल्मी करियर 1976 में मृगया से शुरू किया था। पहली ही फिल्म में उन्होंने नेशनल अवॉर्ड जीता। 1982 में आई डिस्को डांसर से उन्हें पहचान मिली।
केंद्रीय मंत्री ने लिखा- मिथुन को दादा साहब फाल्के देते हुए गर्व महसूस कर रहे
अश्विनी वैष्णव ने X लिखा, मिथुन दा की उल्लेखनीय सिनेमैटिक जर्नी कई जनरेशन्स को इंस्पायर करती है। ये अनाउंस करते हुए गर्व महसूस हो रहा है कि दादा साहेब फाल्के सिलेक्शन जूरी ने इस साल लेजेंड्री एक्टर मिथुन चक्रवर्ती को उनके भारतीय सिनेमा को दिए आइकॉनिक योगदान के लिए ये अवॉर्ड देने का फैसला किया है।
350 से ज्यादा फिल्में कीं, 3 नेशनल अवॉर्ड जीते
16 जून 1950 को मिथुन चक्रवर्ती का जन्म कोलकाता में हुआ था। उनका असली नाम गौरांग चक्रवर्ती है। मिथुन ने 1976 की आर्ट फिल्म मृगया से एक्टिंग करियर की शुरुआत की थी। इस फिल्म के लिए उन्हें पहला नेशनल अवॉर्ड मिला था। मिथुन अपने करियर में 3 नेशनल अवॉर्ड हासिल कर चुके हैं। उन्हें दूसरा नेशनल अवॉर्ड 1993 की फिल्म तहादेर कथा, जबकि तीसरा नेशनल अवॉर्ड 1996 की स्वामी विवेकानंद के लिए मिला।
करीब 4 दशकों के एक्टिंग करियर में मिथुन बंगाली, हिंदी, तमिल, तेलुगु, कन्नड़,ओडिया और भोजपुरी जैसी कई भाषाओं की 350 से ज्यादा फिल्मों में काम कर चुके हैं।
मिथुन हाईएक्ट पेड एक्टर्स में से एक थे
जनवरी 2024 में मिथुन चक्रवर्ती को पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। मिथुन को भारतीय सिनेमा के इतिहास के बड़े एक्टर्स में गिना जाता है। मिथुन इकलौते एक्टर हैं, जिन्हें अपनी पहली ही फिल्म के लिए बेस्ट एक्टर के नेशनल अवॉर्ड से सम्मानित किया गया।
80-90 के दशक के बीच मिथुन भारत के हाईएस्ट पेड एक्टर्स में से एक रहे हैं। मिथुन चक्रवर्ती की आखिरी रिलीज हुई हिंदी फिल्म साल 2022 की द कश्मीर फाइल्स थी। इसके अलावा वे बंगाली फिल्म प्रजापति और काबुलीवाला में भी नजर आए।
लिम्का बुक में दर्ज है मिथुन का नाम
मिथुन चक्रवर्ती की साल 1989 में 19 फिल्में रिलीज हुई थीं, जिनमें वो बतौर लीड एक्टर नजर आए थे। उनका ये रिकॉर्ड नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज है। इस बात को तकरीबन 35 साल हो गए हैं, लेकिन आज तक कोई भी एक्टर इस रिकॉर्ड को तोड़ नहीं पाया है। 1982 की फिल्म डिस्को डांसर हिंदी सिनेमा की 100 करोड़ कमाने वाली पहली फिल्म है।
बीते साल वहीदा रहमान को मिला था ये सम्मान
साल 2023 में वेटरन एक्ट्रेस वहीदा रहमान को दादा साहब फाल्के अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था। वे ये अवॉर्ड हासिल करने वालीं 8वीं महिला हैं। उनसे पहले ये अवॉर्ड देविका रानी, रूबी मेयर्स, कानन देवी, दुर्गा खोटे, लता मंगेशकर, आशा भोसले और आशा पारेख को मिल चुका है।
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16 जून 1950 को कोलकाता में जन्मे मिथुन दा बंगाली, हिंदी, तमिल, तेलुगु, कन्नड़,ओडिया और भोजपुरी जैसी विभिन्न भाषाओं में 350 से अधिक फिल्में कर चुके हैं।
तीन बार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार और दो बार फिल्मफेयर पुरस्कार जीतने वाले मिथुन को हिंदी सिनेमा के इतिहास के सबसे सफल अभिनेताओं में से एक माना जाता है। उन्हें पद्म भूषण से भी सम्मानित किया जा चुका है।