एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) की रिपोर्ट के अनुसार हरियाणा विधानसभा चुनावों में आपराधिक मामलों वाले उम्मीदवारों की संख्या आम आदमी पार्टी (AAP) में सबसे ज़्यादा है, जबकि भाजपा में सबसे कम। रिपोर्ट में भाजपा के कैप्टन अभिमन्यु और कांग्रेस के रोहताश सिंह को सबसे अमीर उम्मीदवार बताया गया है।
5 उम्मीदवार ऐसे हैं जिनके पास कोई संपत्ति नहीं है। आपराधिक मामले घोषित करने वाले उम्मीदवारों में से आप के कुल 88 में से 23 ऐसे उम्मीदवार हैं (26%)। उनमें से 14 पर हत्या, बलात्कार, बच्चों और महिलाओं के खिलाफ अपराध और भ्रष्टाचार सहित गंभीर अपराधों के लिए मामले दर्ज हैं।
2019 के चुनावों में, आप ने अपने कुल 46 में से 12 उम्मीदवारों (26%) को मैदान में उतारा, जिनके खिलाफ आपराधिक मामले थे।
हरियाणा विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के 17 उम्मीदवार आपराधिक मामलों में लिप्त हैं (19 %), इंडियन नेशनल लोकदल के नौ उम्मीदवार (18%), जननायक जनता पार्टी के सात उम्मीदवार (11%), बहुजन समाज पार्टी के तीन उम्मीदवार (9 %) तथा भाजपा के छह उम्मीदवार (7 %) आपराधिक मामलों में लिप्त हैं।
इन सर्वेक्षणों में कुल 1,031 उम्मीदवारों में से 1,028 उम्मीदवारों का विश्लेषण किया गया, जिनमें से 133 (13 %) उम्मीदवार आपराधिक मामलों का सामना कर रहे हैं।
सबसे गरीब उम्मीदवारों में पांच हैं। फरीदाबाद एनआईटी से अखिल भारतीय किसान मजदूर पार्टी के मनीष, बडख़ल से निर्दलीय आबिद खान, फरीदाबाद से निर्दलीय आदर्श बालियान, बरवाला से जन सेवक क्रांति पार्टी के राजीव खटक और नीलोखेड़ी (एससी) से निर्दलीय सरिता ने शून्य संपत्ति घोषित की है।मनीष बेरोजगार हैं और 10वीं पास हैं।
उन्होंने कहा, “मैं पैदल ही प्रचार कर रहा हूं और घर-घर जा रहा हूं। दूर-दराज के इलाकों में मैं अपने चाचा की कार का इस्तेमाल कर रहा हूं।” आबिद खान ग्रेजुएट हैं, लेकिन उनके पास आय का कोई निश्चित स्रोत नहीं है। उन्होंने कहा, “मैं दोस्तों से चंदा लेकर प्रचार कर रहा हूं।”
हरियाणा में चुनाव लड़ रहे कुल 486 (47%) उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षणिक योग्यता 5वीं से 12वीं कक्षा के बीच घोषित की है, जबकि 492 (48 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने स्नातक या उससे ऊपर की शिक्षा घोषित की है।
26 उम्मीदवार डिप्लोमा धारक हैं। आठ ने खुद को केवल साक्षर और 15 ने खुद को निरक्षर घोषित किया है। एक ने अपनी शैक्षणिक योग्यता नहीं बताई है।
चुनाव लड़ रहे 3 निर्दलीय उम्मीदवारों के हलफनामों का अध्ययन नहीं किया जा सका क्योंकि उन्हें ठीक से स्कैन नहीं किया गया था। 11 उम्मीदवार ऐसे हैं, जो महिलाओं के खिलाफ अपराध और दो बलात्कार के आरोपों से संबंधित मामलों का सामना कर रहे हैं।
6 उम्मीदवारों ने हत्या और आठ हत्या के प्रयास के मामलों से संबंधित मामलों की घोषणा की है। 2019 में विश्लेषण किये गये 1,138 उम्मीदवारों में से 117 (10%) ने अपने विरुद्ध आपराधिक मामले घोषित किए।