मेरठ के प्राथमिक विद्यालय में तैनात सहायक टीचर सुजाता यादव 7 साल के 2920 दिन में सिर्फ 759 दिन ही स्कूल में उपस्थित रहीं। इस दौरान सुजाता यादव पूरी सैलरी लेती रही। अवकाश नियमावली के प्रावधान के विपरीत तत्कालीन प्रधानाध्यापक धर्म सिंह भी लीव स्वीकृत करते रहे।
मीडिया में मामला आने के बाद जांच बैठी तो आरोप सही पाए गए। गुरुवार को मेरठ की बेसिक शिक्षा अधिकारी आशा चौधरी ने सुजाता यादव और धर्म सिंह को निलंबित कर दिया है।
अब पूरा मामला पढ़िए… मेरठ के परीक्षितगढ़ क्षेत्र के सीना गांव के प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापिका सुजाता यादव 10 साल से तैनात है। इस दौरान वह लंबे समय तक गैर हाजिर रही। शिकायत किए जाने पर मामला मीडिया में आया तो बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने तीन सदस्य जांच समिति गठित की गई।
अवकाश नियमावली के प्रावधानों के विपरीत किया अवकाश स्वीकृत जांच समिति ने पाया कि सितंबर 2013 से प्राथमिक विद्यालय सीना में तैनात सुजाता यादव दो बार निलंबित हो चुकी है। मार्च 2014 से नए सहायक अध्यापक (प्रभारी हेडमास्टर) कुलदीप सिंह की नियुक्ति के बाद उपस्थिति पंजिका में गैर हाजिरी के चलते उनका वेतन रोका गया।
जांच समिति ने माना कि सुजाता यादव की स्कूल में भौतिक उपस्थिति और शिक्षण कार्य बेहद कम रहा है। शिक्षिका को उदारता पूर्वक अवकाश नियमावली के प्रावधानों के विपरीत अवकाश स्वीकृत किए गए हैं।
7 साल के 2920 दिन में 759 दिन रही उपस्थित जांच में सामने आया कि सन 2014 में सुजाता यादव एक भी दिन विद्यालय नहीं आई। वर्ष 2014 में उनको छह बार चाइल्ड केयर लीव स्वीकृत किया गया। 2015 में उनकी भौतिक उपस्थित केवल 27 दिन रही। 9 बार बाल्य देखभाल अवकाश स्वीकृत किया गया।
2016 में उनकी भौतिक उपस्थित 131 दिन रही। 2017 में केवल 43 दिन उपस्थित रही। 6 बार बाल्य देखभाल अवकाश स्वीकृत किया गया। अगस्त 2018 से 9 जनवरी 2020 तक वह निलंबित रही। 2020 में उनकी स्कूल में उपस्थिति 148 दिन रही। 2021 में 187 दिन, 2022 में 173 दिन और 2023 में 50 दिन उपस्थिति रही।
बागपत में 7 साल रहते हुए भी गिनती के दिन गई विद्यालय जांच के दौरान एक व्यक्ति ने सुजाता यादव के सात साल के बागपत में तैनाती की उपस्थिति पंजिका की छाया प्रति उपलब्ध कराई। इसमें 646 दिन बाल्य देखभाल अवकाश दिखाया गया। 330 दिन मातृत्व अवकाश 425 दिन चिकित्सा अवकाश और 143 दिन का अवैतनिक अवकाश मिला।
लेकिन भौतिक सेवा पंजिका/ ई-सेवा पंजिका के अवकाश लेखे में कोई अवकाश की प्रविष्टि नहीं की गई। 7 साल में विद्यालय में भौतिक उपस्थित महज 150 दिन अंकित है। जांच टीम की रिपोर्ट के आधार पर बेसिक शिक्षा अधिकारी आशा चौधरी ने सुजाता यादव को गुरुवार को आदेश जारी करते हुए निलंबित कर दिया।
पूर्व प्रधानाध्यापक रहे धर्म सिंह की भी रही लापरवाही सीना प्राथमिक विद्यालय में जनवरी 2024 से पूर्व प्रधानाध्यापक रहे धर्म सिंह को भी निलंबित किया गया है। सुजाता यादव की गैर हाजिरी को उपस्थिति पंजिका में उपस्थित दिखाकर धर्म सिंह ने कई वर्षों तक वेतन जारी कराया।