इजराइल ने गुरुवार को दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्लाह के एक फील्ड कमांडर को मार गिराया है। इजराइली सेना यहां ग्राउंड ऑपरेशन चला रही है। इजराइली डिफेंस फोर्सेस (IDF) ने बताया कि वायुसेना के साथ एक ज्वांइट ऑपरेशन में एयरस्ट्राइक के दौरान हिजबुल्लाह कमांडर की मौत हुई है।
वहीं लेबनान की तरफ से भी आज इजराइल पर 200 से ज्यादा रॉकेट और ड्रोन दागे गए हैं। ये हमला इजराइल के मेतुला इलाके में हुआ है, जिसमें कई मोर्टार भी दागे गए हैं। इजराइल के मुताबिक इनमें से अधिकतर रॉकेट्स को नष्ट कर दिया गया है।
दूसरी तरफ इजराइल ने दक्षिणी लेबनान में 25 गांवों को खाली करने के लिए कहा है। उसने लोगों को उत्तर की तरफ जाने की हिदायत दी है।
नसरल्लाह के दामाद की मौत का दावा इजराइल ने हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह के दामाद हसन जाफर अल-कासिर के मारे जाने का दावा किया है। न्यूज एजेंसी AFP ने सूत्रों के हवाले से बताया कि इजराइली सेना ने बुधवार को सीरिया की राजधानी दमिश्क में हवाई हमला किया था, जिसमें उसकी मौत हो गई। इसमें उसके साथ 2 और लोग मारे गए हैं।
इजराइल ने 27 सितंबर को राजधानी बेरूत में हिजबुल्लाह के हेडक्वार्टर पर 80 टन बम से हमला किया था। इसमें हिजबुल्लाह चीफ नसरल्लाह की मौत हो गई थी। नसरल्लाह के अलावा उसकी बेटी जैनब की भी इस हमले में मौत हो गई थी।
इजराइल एक साथ कई मोर्चे पर लड़ाई लड़ रहा है। इजराइली सेना लेबनान में हिजबुल्लाह, गाजा में हमास, यमन में हूती विद्रोहियों के अलावा सीरिया और ईरान का भी सामना कर रही है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के चीफ डॉ. टेड्रोस गेब्रेयेसस ने गुरुवार को बताया कि इजराइली हमलों से लेबनान में बीते 24 घंटों में 28 स्वास्थ्यकर्मी मारे गए हैं। ट्रेडोस ने कहा कि लगातार जारी हमलों के चलते स्वास्थ्यकर्मी ड्यूटी पर नहीं जा पा रहे हैं। इसके अलावा कई उन जगहों को छोड़कर चले गए हैं, जहां वो काम किया करते थे।
इजराइल ने हिजबुल्लाह के साथ जारी जंग में दक्षिणी लेबनान के 25 गांवों को खाली करने के लिए कहा है। इजराइल ने लोगों से उत्तरी लेबनान की तरफ जाने के लिए कहा है। इस लिस्ट में नबातियेह शहर भी शामिल है, जो दक्षिणी लेबनान का सबसे बड़ा शहर है।
इजराइल ने एक बार फिर लेबनान की राजधानी पर 3 एयरस्ट्राइक की है। नेशनल न्यूज एजेंसी के मुताबिक इजराइल ने बेरूत के दक्षिणी हिस्से को निशाना बनाया है।
इजराइल और हिजबुल्लाह के एक-दूसरे पर हमले
इजराइल डिफेंस फोर्सेज (IDF) ने कहा कि गाजा में हमास के डी फैक्टो पीएम रवही मुश्ताहा की हवाई हमले में मौत हो गई है। मुश्ताहा हमास चीफ याह्या सिनवार का राइट हैंड था।
उसकी मौत करीब 3 महीने पहले हो गई थी। लेकिन अब पुष्टि होने के बाद IDF और शिनबेत ने इसका खुलासा किया है।
मुश्ताहा ने सिनवार के साथ इजराइल में जेल की सजा काटी थी। मुश्ताहा को गाजा पट्टी में हमास पॉलिटिकल ब्यूरो में सबसे सीनियर माना जाता था।
इजराइल के खिलाफ वह कई मिशन में वह शामिल रहा। IDF ने बताया कि हमास के पॉलिटिकल ब्यूरो और सिक्योरिटी विभाग संभालने वाले समेह अल-सिराज और हमास कमांडर समी औदेह भी मारे गए।
हिजबुल्लाह ने दावा किया है कि उसने दक्षिणी लेबनान के रास्ते इजराइल आर्मी की देश में घुसने की एक कोशिश को नाकाम कर दिया है। हिजबुल्लाह ने कहा कि इसके लिए उसने कई बम दागे।
संगठन ने बताया कि इजराइल ‘फातिमा गेट’ के जरिए लेबनान में घुसने की कोशिश कर रहा था। फातिमा गेट इजराइल और लेबनान की सीमा पर मौदूद मेतुला गांव की एक लोकेशन है। हालांकि इजराइली सेना की तरफ से अब तक कोई बयान नहीं दिया गया है।
IDF ने बताया कि उसने बुधवार रात लेबनान के बिंत जबल गांव में एक बिल्डिंग पर एयरस्ट्राइक की थी। इस हमले में हिजबुल्लाह के 15 सदस्यों की मौत की मौत हो गई। इजराइल ने इस हमले का वीडियो भी जारी किया है।
लेबनान से लॉन्च हुए एक ड्रोन को इजराइली एयरफोर्स ने नहारिया के तट के पास मार गिराया है। इसके अलावा लेबनान ने इजराइली शहर अपर गैलीली पर हमले के लिए भी 25 रॉकेट लॉन्च किए, जिनमें से ज्यादातर को IDF ने मार गिराया है।
हिजबुल्लाह चीफ की मौत के बाद से इराक में हसन नसरल्लाह के नाम पर नवजात बच्चों का नाम रखने का चलन बढ़ा है।
इराक की हेल्थ मिनिस्ट्री के मुताबिक पूरे देश में लगभग 100 बच्चों का नाम ‘नसरल्लाह’ नाम से रजिस्टर्ड कराया गया है।
यरुशलम पोस्ट के मुताबिक इजराइली हमले में 27 सितंबर को मारे गए हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह का जनाजा शुक्रवार को निकाला जाएगा। जगह और टाइमिंग के बारे में अभी जानकारी नहीं मिली है।
इजराइल ने 2006 के बाद पहली बार बेरूत में देर रात मिसाइल से हमला किया है। इसमें कम से कम 6 लोगों की मौत हो गई। इजराइल पहले भी बेरूत के आसपास के इलाके पर हमला कर चुका है, लेकिन 18 सालों में पहली बार है जब राजधानी पर हमला हुआ है।
यूनाइटेड नेशन में चीन के स्थायी प्रतिनिधि फू कांग ने सिक्योरिटी काउंसिल से इजराइल-लेबनान संघर्ष को रोकने की मांग की है। फ्रांस-24 के मुताबिक फू ने कहा कि UNSC के पास दुनिया में शांति बनाए रखने की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि सभी पक्षों को राजनीतिक और कूटनीतिक समाधान के रास्ते पर लौटना चाहिए।
इजराइली अधिकारियों ने बुधवार को कहा कि लेबनान के खिलाफ चलाए जा रहे ऑपरेशन में सेना ने हिजबुल्लाह के 50% हथियार नष्ट कर दिए हैं। इसमें बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइलों के साथ-साथ कई हजार रॉकेट भी शामिल हैं।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि मिडिल ईस्ट में तनाव कम करना जरूरी है। उन्होंने सुरक्षा परिषद में कहा कि वहां के नागरिक इसकी बड़ी कीमत चुका रहे हैं। गुटेरेस ने कहा कि लेबनान में पूरी तरह से जंग रोकना जरूरी है वरना इसका विनाशकारी असर होगा।
इससे पहले इजराइल ने UN चीफ एंटोनियो गुटेरेस के देश में आने पर रोक लगा दी थी। इजराइल के विदेश मंत्री ने कहा कि UN चीफ ने ईरान के हमलों की निंदा नहीं की, जिसके बाद यह फैसला लिया गया।
लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि पिछले 24 घंटों में हुए इजराइली हमले में 46 लोगों की मौत हुई है। वहीं, 85 घायल हैं। लेबनान में इजराइली हमले में मंगलवार को 55, सोमवार को 95 और रविवार को 105 लोगों की मौत हुई थी।
लेबनान में इजराइली हवाई हमले में एक अमेरिकी नागरिक की मौत हो गई है। 56 साल के कामेल अहमद जवाद मिशिगन के रहने वाले थे। वह अपनी बुज़ुर्ग मां की देखभाल के लिए लेबनान में रह रहे थे। अमेरिकी राष्ट्रपति भवन के एक प्रवक्ता ने कामेल अहमद जवाद की मौत की पुष्टि की है और इस पर शोक जताया है।
मिडिल ईस्ट में तनाव के बीच ईरान के राष्ट्रपति मसूद पजशकियान बुधवार को कतर पहुंचे। कतर, अमेरिका और ईरान दोनों का सहयोगी देश है। कतर पहुंचकर ईरानी राष्ट्रपति ने कहा कि अमेरिका और यूरोपीय देश, इजराइल को समझाएं कि वे मिडिल ईस्ट में संकट पैदा न करे। पजशकियान ने चेतावनी दी कि इजराइल अगर ईरान पर हमला करता है तो उसे करारा जवाब मिलेगा।
मिडिल ईस्ट में बढ़ते तनाव को लेकर विकसित देशों के G7 ग्रुप ने बुधवार को इमरजेंसी बैठक की। बैठक मौजूदा अध्यक्ष इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने बुलाई थी। बैठक में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने G7 देशों के नेताओं के साथ फोन कॉल पर चर्चा की। इस दौरान G7 नेताओं ने ईरान की ओर से इजराइल पर किए गए हमले की निंदा की। ईरान के खिलाफ नए प्रतिबंधों पर भी बात की गई।
मिडिल ईस्ट में बढ़ते तनाव को लेकर विकसित देशों के G7 ग्रुप ने बुधवार को इमरजेंसी बैठक की। बैठक मौजूदा अध्यक्ष इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने बुलाई थी। बैठक में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने G7 देशों के नेताओं के साथ फोन कॉल पर चर्चा की। इस दौरान G7 नेताओं ने ईरान की ओर से इजराइल पर किए गए हमले की निंदा की। ईरान के खिलाफ नए प्रतिबंधों पर भी बात की गई।
इजराइल एक साथ 5 मोर्चों पर लड़ रहा है। उसकी सेना लेबनान में हिजबुल्लाह, गाजा में हमास, ईरान और यमन में हूती विद्रोहियों से मुकाबला कर रही है। सीरिया में भी इजराइल ने बुधवार को हमला किया है, जिसमें 3 लोग मारे गए। गाजा में बुधवार को इजराइली हमले में 8 लोगों की मौत हुई।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि वो ईरान के परमाणु ठिकानों पर इजराइली हमले का समर्थन नहीं करते हैं। उन्होंने कहा कि इजराइल के पास जवाबी कार्रवाई करने का अधिकार है, लेकिन उसे इस तरह से नहीं करना चाहिए। इसके अलावा बाइडेन ने ईरान के खिलाफ नए प्रतिबंध लागू करने की बात भी कही है।
ईरान में फ्रांस के दूतावास ने अपने नागरिकों से ईरान छोड़ने के लिए कहा है। दूतावास ने कहा है कि जैसे ही फ्लाइट्स शुरू होती है, नागरिक ईरान छोड़कर चले जाएं। ये चेतावनी इजराइल और ईरान में बढ़ते तनाव की वजह से जारी की गई है।
दक्षिणी लेबनान में इजराइल और हिजबुल्लाह के बीच जमीनी लड़ाई जारी है। BBC के मुताबिक बुधवार को इजराइली सेना लेबनान के 2 किमी अंदर मरून अल-रस गांव पहुंच गई। इस दौरान इजराइली सैनिकों की हिजबुल्लाह के लड़ाकों से मुठभेड़ भी हुई। आमने-सामने की इस लड़ाई में अब तक इजराइल के 8 सैनिकों की मौत हो गई, जबकि 35 घायल हुए हैं।