प्रयागराज में 10 साल की मासूम बच्ची से दरिंदगी की कहानी शव के पोस्टमॉर्टम में साफ हो गई। क्लास-2 में पढ़ने वाली बच्ची से हैवानियत की हदें पार की गईं। बच्ची के दोनों हाथ मोड़कर तोड़े गए। चोट के कई निशान भी हैं।
ऐसा लग रहा कि बच्ची खुद को बचाने के लिए दरिंदे से जूझी थी। बच्ची जब विरोध कर जूझती रही तो उसे नृशंस तरीके से मारा गया। यानी सिर में घाव के साथ हाथ मोड़कर तोड़ा, फिर जमीन में पटका गया। इसी वजह से उसकी कनपटी पर घाव बना।
शरीर पर 7 गंभीर घाव, कई खरोंच भी
बच्ची का दायां और बायां हाथ पूरी तरह तोड़ दिया गया है। उसके सिर पर गंभीर वार हुए हैं। एक तरह से जिस हिस्से में वार हुआ उसे कूंच देने जैसा हाल किया गया। उसके शरीर पर 7 गंभीर घाव हैं। छोटी मोटी खरोंच अलग हैं।
बच्ची के स्वाब की स्लाईड प्रिजर्व की गई है ताकि आगे विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजी जा सके। पुलिस अधिकारियों को इसकी भी रिपोर्ट का इंतजाम है। लेकिन, घटनास्थल से लेकर क्राइम सीन और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से रेप के बाद नृशंस हत्या की कहानी साफ है।
गैंगरेप की बात इसलिए नहीं कही जा सकती, क्योंकि ऐसा कोई सबूत नहीं है। लेकिन, जिस तरह से बच्ची को मारा गया, उससे एक्सपर्ट इनकार नहीं कर रहे कि वारदात में एक से ज्यादा दरिंदे शामिल हो सकते हैं।
परिजन बोले- पुलिस से बात कर ही कोई बयान देंगे
शुक्रवार शाम तीन डॉक्टरों के पैनल, फोरेसिंग टीम के सामने वीडियोग्राफी, फोटोग्राफी कराने के बाद बच्ची के शव का पोस्टमॉर्टम किया गया। स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में बच्ची के परिजन आए। दैनिक भास्कर रिपोर्टर ने उनसे बात करना चाहा तो परिजन बोले- पुलिस अधिकारियों को सब बता दिया है। उनसे बात कर ही कोई बयान देंगे ताकि आरोपियों को इसका फायदा न पहुंच जाए।
हालांकि DCP गंगा नगर कुलदीप गुणावत का कहना है कि जांच की जा रही है। अभी साफ तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता। पुलिस टीमें कई गांवों में छापेमारी, पूछताछ में जुटी हैं। उन्हें इस नृशंस हत्याकांड पर अफसरों को रिपोर्ट देनी है। 24 घंटे बाद यानी 6 अक्टूबर को CM योगी आदित्यनाथ का प्रयागराज दौरा है। पुलिस अधिकारी परेशान हैं कि उससे पहले मामला खोल दिया जाए।
जानिए क्या है दरिंदगी का यह मामला
प्रयागराज में 10 साल की बच्ची की हत्या कर दी गई। 16 घंटे से वह लापता थी। शुक्रवार यानी 4 अक्टूबर की सुबह 10 बजे घर से 200 मीटर दूर धान के खेत में शव मिला। शरीर पर कपड़े नहीं थे। गांव वालों ने रेप के बाद हत्या की आशंका जताई।
पूरा मामला सोरावं थाने के एक गांव का है। बच्ची का शव मिलने की सूचना पर पुलिस और फोरेंसिंक टीम मौके पर पहुंची। पुलिस की मुताबिक, बच्ची के सिर और हाथ में चोट के निशान हैं। घटनास्थल से कई सबूत जुटाए हैं। पुलिस CCTV भी खंगाल रही है।
रातभर बच्ची को ढूंढ़ते रहे परिजन
परिजनों के मुताबिक- बच्ची गुरुवार शाम को 6.30 बजे घर से दवा लेने के लिए निकली थी। काफी देर बाद जब वह नहीं लौटी, तो पहले घर में पूछताछ की। मगर कुछ पता नहीं चला। इसके बाद हम लोग पूरे गांव में खोजने लगे, लेकिन किसी ने कोई जानकारी नहीं दी।
रिश्तेदारों को भी फोन किया। मगर उन्होंने भी बच्ची के बारे में जानकारी से इनकार कर दिया। खोजते-खोजते जब गांव लौटे तो एक गांव वाले ने बताया कि तुम्हारी बेटी तो दुर्गा पंडाल देखने गई है। हम लोग दुर्गा पंडाल में भी बेटी को खोजने गए, लेकिन वहां भी नहीं मिली। थक-हारकर घर आ गए।
गुमशुदगी दर्ज कराने से पहले ही बेटी के हत्या की आई सूचना
परिजनों ने मुताबिक- हम लोग सुबह-सुबह बेटी की गुमशुदगी दर्ज कराने निकलने वाले थे कि कुछ गांव के लोग पहुंचे। कहा- थोड़ी दूर पर एक लाश मिली है। हम लोग वहां पहुंचे। देखा तो धान के खेत के पास काफी संख्या में ग्रामीणों की भीड़ लगी है। वहां बेटी का शव पड़ा था। बच्ची के सिर और हाथ पर चोट के निशान थे। उसके साथ जरूर गलत काम किया गया होगा।
मामा बोले- पुलिस ने चेहरा नहीं देखने दिया
मामा ने बताया- बच्ची के शरीर पर कपड़े नहीं थे। पुलिस ने चेहरा नहीं देखने दिया। चेहरा धान से ढका था। सिर पर चोट लगी थी। वहीं, ईंट भी पड़ी थी। पुलिस ने हमें वहां नहीं जाने दिया। मामा ने बताया- वह तीन भाई-बहनों में दूसरे नंबर पर थी। भाई बड़ा है। बच्ची के पिता को स्पाइनल की परेशानी है। रोज इंजेक्शन लगता है। बच्ची इंजेक्शन लेने के लिए मेडिकल स्टोर गई थी।