बाबा सिद्दीकी मर्डर- बोन टेस्ट में आरोपी नाबालिग नहीं:तीसरा आरोपी प्रवीण गिरफ्तार, शूटर्स को ठिकाना दिया था; 3 अभी भी फरार

बाबा सिद्दीकी मर्डर केस में अब तक 6 आरोपियों की पहचान की गई है। इनमें 3 को गिरफ्तार किया गया है। अब तक धर्मराज, शिव कुमार, गुरमेल, जीशान अख्तर, शुभम लोनकर और प्रवीण लोनकर के नाम सामने आए हैं। धर्मराज, गुरमेल और प्रवीण लोनकर को गिरफ्तार किया गया है।

धर्मराज और गुरमेल को 13 अक्टूबर को कोर्ट में पेश किया गया था, जहां धर्मराज ने कोर्ट से कहा था कि वो नाबालिग है। टेस्ट में उसका ये दावा खारिज हो गया है। मजिस्ट्रेट के सामने उसका बोन टेस्ट कराया गया, जिसमें उसकी उम्र 18 साल से ज्यादा निकली।

बाबा सिद्दीकी मर्डर की जिम्मेदारी लॉरेंस गैंग ने ली है। सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा गया कि सलमान की मदद करने वालों को छोड़ेंगे नहीं। मुंबई पुलिस ने बांद्रा में सलमान के गैलेक्सी अपार्टमेंट की सुरक्षा बढ़ा दी है। इसी साल अप्रैल में लॉरेंस गैंग ने सलमान के घर पर फायरिंग करवाई थी।

12 अक्टूबर की रात NCP अजित गुट के नेता बाबा सिद्दीकी की बांद्रा में हत्या कर दी गई। यह मर्डर सिद्दीकी के विधायक बेटे जीशान के ऑफिस के बाहर किया गया। बाबा सिद्दीकी कांग्रेस में रहते हुए 3 बार बांद्रा से विधायक बने। इसी साल फरवरी में कांग्रेस छोड़कर अजित पवार के साथ जुड़े थे। 13 अक्टूबर की रात 10.30 बजे मुंबई के मरीन लाइंस स्टेशन के सामने बड़ा कब्रिस्तान में बाबा सिद्दीकी को दफनाया गया। उन्हें स्टेट ऑनर भी दिया गया।

1. ऑटो से उतरे शूटर, 6 गोलियां मारीं पुलिस ने 13 अक्टूबर को बताया कि ऑटो से उतरे शूटर्स ने बाबा सिद्दीकी का मर्डर किया था। सिद्दीकी पर 6 राउंड फायर किए गए थे। इनमें से 3 गोलियां सिद्दीकी को लगी थी। फायर 9.9 mm की पिस्टल से किया गया। लॉरेंस गैंग अक्सर इन्हीं पिस्टल का इस्तेमाल करता है। 3 शूटर्स ने सिद्दीकी पर फायरिंग की थी।

2. सिर्फ 3-4 लोग नहीं 10-15 का ग्रुप मर्डर में शामिल भास्कर को सूत्रों ने बताया कि सिद्दीकी मर्डर में 3-4 लोग नहीं, 10-15 लोगों का पूरा ग्रुप शामिल था। सिद्दीकी जब बेटे के दफ्तर से बाहर आ रहे थे, तब इस ग्रुप ने सिद्दीकी से पूछा था कि क्या हमारे साथ दशहरा नहीं मनाएंगे। सिद्दीकी उनके साथ सेलीब्रेशन में शामिल हुए, जब वे अपनी कार की अगली सीट पर बैठने लगे तो पटाखों की आवाज के बीच उन पर फायरिंग की गई।

3. बेटे जीशान की भी हत्या हो सकती थी भास्कर को सूत्रों ने बताया कि बाबा सिद्दीकी और उनका बेटा जीशान एकसाथ बांद्रा स्थित दफ्तर से बाहर निकले थे। लेकिन हत्या से ठीक पहले जीशान के पास एक फोन आया और वो वापस अपने दफ्तर आ गए। इसी दौरान सिद्दीकी पर फायरिंग की गई। सूत्रों ने बताया कि जीशान का एक री-डेवलपमेंट को लेकर विवाद चल रहा था। आशंका जाहिर की जा रही है कि अगर बाबा सिद्दीकी के साथ जीशान मौजूद रहते तो उनकी भी हत्या की जा सकती थी।

6 आरोपियों के बारे में जानिए 1. शिव कुमार शिव यूपी के बहराइच का रहने वाला है। उसे अभी गिरफ्तार नहीं किया गया है। उसे ही इस हत्या के लिए कॉन्ट्रेक्ट दिया गया है। उसका कोई पुराना क्रिमिनल रिकॉर्ड नहीं है। शिव 5-6 साल पहले पुणे में काम करने के लिए आया था।

2. धर्मराज धर्मराज भी बहराइच का रहने वाला है। वो शिव कुमार का पड़ोसी है। उसने कोर्ट में खुद के नाबालिग होने का दावा किया था। धर्मराज को शिव कुमार ने कुछ महीने पहले अपने पास पुणे बुलाया था।

3. गुरमेल गुरमेल हरियाणा के कैथल का रहने वाला है। उसने अपने भाई के दोस्त की बर्फ तोड़ने वाले सुए से हत्या की थी। इस केस में उसे गिरफ्तार किया गया था। जेल में ही वो लॉरेंस गैंग के संपर्क में आया। जेल से निकलने के बाद वो मुंबई आ गया। यहीं पर उसकी सिद्दीकी मर्डर केस के दूसरे आरोपियों से मुलाकात हुई। गुरमेल लॉरेंस के रिश्तेदार अनमोल का करीबी है।

4. जीशान अख्तर जीशान अख्तर फरार है। जीशान पंजाब के जालंधर का रहने वाला है। उस पर आरोप है कि सिद्दीकी मर्डर केस में शामिल आरोपियों को लॉजिस्टिक सपोर्ट किया। उन्हें रहने का ठिकाना मुहैया कराया। जीशान टारगेट किलिंग समेत 9 केसों में वांटेड है। जीशान ने लॉरेंस की नजर में आने के लिए 9 वारदातें कीं।

5. शुभम लोनकर बाबा सिद्दीकी के मर्डर के 28 घंटे बाद शुबु लोनकर नाम से सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई थी। इसमें लॉरेंस गैंग और अनमोल को हैश टैग किया गया था। सिद्दीकी मर्डर की जिम्मेदारी गैंग ने ली थी। धमकी दी गई थी कि सलमान की किसी ने मदद की तो उसे छोड़ेंगे नहीं। बताया जा रहा है कि पोस्ट करने वाला शुभम लोनकर है, जो लॉरेंस गैंग के अनमोल का करीबी है। उसे पहले भी हथियारों के साथ गिरफ्तार किया गया था, तब पूछताछ में उसने कुबूल किया था कि वो गैंग के अहम मेंबर अनमोल से बातचीत करता है।

6. प्रवीण लोनकर मुंबई पुलिस ने शनिवार रात पुणे से शुभम के भाई प्रवीण लोनकर (28) को गिरफ्तार किया है। प्रवीण ने ही शिव कुमार और धर्मराज को रुकने का ठिकाना दिया था। बताया जा रहा है कि दोनों भाई बाबा की हत्या की साजिश में शामिल थे।

सलमान खान के घर की सुरक्षा बढ़ाई गई सोशल मीडिया पोस्ट में सलमान खान का नाम आने के बाद उनकी और उनके गैलेक्सी अपार्टमेंट की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सलमान बाबा सिद्दीकी के करीबी हैं। मर्डर के बाद सलमान परिवार के साथ सिद्दीकी के घर पहुंचे थे। सिद्दीकी ने सलमान और शाहरुख की दुश्मनी खत्म कराई थी। जब सलमान को हिट एंड रन केस में सजा सुनाई गई तो बाबा सिद्दीकी ही उनकी मदद के लिए कोर्ट पहुंचे थे। सिद्दीकी सलमान के हर अच्छे और बुरे वक्त में साथ रहते थे।

दाऊद इब्राहिम की तरह बढ़ा लॉरेंस का नेटवर्क NIA ने अपनी रिपोर्ट में लॉरेंस बिश्नोई की तुलना दाऊद इब्राहिम से की है। पेज नंबर 50 पर इसका जिक्र है। लिखा है कि दाऊद की तरह ही लॉरेंस ने अपना नेटवर्क बढ़ाया है।

D कंपनी का सरगना दाऊद इब्राहिम ड्रग्स कारोबार से लेकर टारगेट किलिंग, वसूली और टेरर सिंडिकेट चलाता है। 1980 के दशक में वो चोरी, लूटपाट जैसे क्राइम करता था। इसके बाद लोकल ऑर्गनाइज्ड क्राइम करने लगा। धीरे-धीरे अपनी गैंग बना ली। इसे नाम दिया गया D-कंपनी।

1990 के दशक तक उसकी गैंग में 500 से ज्यादा मेंबर्स बन गए। 10 से 15 साल में दाऊद इब्राहिम अंडरवर्ल्ड डॉन बन गया। इसमें टेरर सिंडिकेट से बड़ी मदद मिली।

NIA का मानना है कि लॉरेंस बिश्नोई भी नॉर्थ इंडिया में ऑर्गनाइज्ड टेरर सिंडिकेट चला रहा है। उसने भी छोटे-मोटे क्राइम से शुरुआत की थी। इसके बाद गैंग बनाई। जिसके बाद उसका नेटवर्क तेजी से बढ़ा है।

दाऊद इ्ब्राहिम ने छोटा राजन की मदद से गैंग को बढ़ाया। उसी तरह लॉरेंस बिश्नोई ने गोल्डी बराड़, सचिन बिश्नोई, अनमोल बिश्नोई, विक्रम बराड़, काला जठेड़ी, काला राणा के साथ मिलकर गैंग का नेटवर्क 13 राज्यों तक पहुंचा दिया।