झांसी में दरोगा बोला-एक फोन पर विधायक बाथरुम कर देंगे:प्रधान को फोन पर धमकाया, कहा-तुमको जेल भेजूंगा; SSP ने दिए जांच के आदेश

झांसी में ग्राम प्रधान और चौकी इंचार्ज में रुपयों के लेन-देन को लेकर विवाद हो गया। इसका एक ऑडियो वायरल हो रहा है। इसमें चौकी इंचार्ज कह रहा है, इतना किसी में दम नहीं है कि मेरा ट्रांसफर करा दे। मेरी सेटिंग इतनी ऊपर है कि एक फोन पर विधायक बाथरुम कर देंगे।

बराठा ग्राम प्रधान पंकज कुमार गौतम ने 3 ऑडियो और अपना वीडियो जारी कर पारीछा चौकी इंचार्ज आदेश राणा पर गंभीर आरोप लगाए हैं। एसएसपी ने बड़ागांव थानाध्यक्ष से पूरे मामले की रिपोर्ट तलब की है।

ऑडियो गुरुवार शाम को वायरल हुआ। इसमें चौकी इंचार्ज आदेश राणा और बराठा गांव के प्रधान पंकज कुमार गौतम के बीच बातचीत हो रही है।

दो पक्षों में हुई थी मारपीट बड़ागांव थाना क्षेत्र के बराठा गांव में कुछ दिन पहले दो पक्षों के बीच मारपीट हुई थी। एक पक्ष को लेकर ग्राम प्रधान पंकज कुमार गौतम पारीछा चौकी पहुंच गए। पंकज का आरोप है कि दरोगा अशोक राणा ने मुझे बुलाकर कहा कि अगर कार्रवाई चाहते हो तो 10 हजार रुपए दिला दो। मैंने पैसे दिला दिए।

दोनों पार्टियों को चौकी पर बुलाकर बैठा लिया। जिस महिला के साथ मारपीट हुई, उसे भी थाने में बैठा लिया, तब मैं थाने पहुंच गया। दरोगा से कहा कि ये गलत है, तो वो कहने लगे कि प्रधानजी ज्यादा होशियारी मत दिखाओ। दोनों पार्टियों को जेल भेजूंगा। तब मैं घर आ गया।

पैसे लेने पहुंचे तो बदतमीजी की घर आकर मैंने गांव के दो लोगों को बताया कि चौकी इंचार्ज ने रुपए भी ले लिए और जेल भेज रहे हैं। उनको लेकर चौकी गया। दरोगा से कहा कि आपको दस हजार रुपए दिए थे। जो पिटा है, उसको भी बैठा लिया। अगर काम नहीं किया तो हमारे रुपए वापस कर दीजिए।

यह सुनते ही दरोगा भड़क गए और गाली देने लगे। तब से दरोगा कर रहे हैं कि कोई पूछे तो कहना कि दरोगा को पैसे दिए ही नहीं है। अगर किसी को बताया तो कट्‌टे के केस में जेल भेज दूंगा। अब हिम्मत करके सामने आया हूं।

प्रधान- इन लोगों का क्या हुआ सर दरोगा- रोहन और पवन को बुलाया था। मैंने कहा- प्रभु और उसके नाती को छोड़ देते हैं। इन दोनों का 151 करेंगे। तो बोला इनको छोड़ना ठीक नहीं है। दो लोग इधर से और दो लोग उधर से। ये उनको तब से बुला ही नहीं पा रहे हैं, हम थाने में ही हैं।

प्रधान- इधर से निकल गए ये लोग। दरोगा- ऐसा है प्रभुदयाल आप पर आरोप लगा रहा है कि प्रधान करा रहा है। हमने उनको समझाया कि तुम्हारी गलतफहमी है। वो बहुत परेशान हैं, तुम्हारे बारे में कोई बात नहीं की। मैंने कहा कि ये ही दबाव बनाए घूम रहे थे, उस मोटे से तू राजीनामा न करना, हम इनसे कहेंगे कि मेरे वाले मुकदमे में राजीनामा करो, तब करेंगे। नहीं तो मुकदमा लिखवाएंगे तुम्हारे खिलाफ।

प्रधान- मैं तो घर भी नहीं था, बरुआसागर मीटिंग में गया था। दरोगा- हमने कहा कि प्रधान तुम्हारी बिरादरी का है। आपस में मिल जुलकर रहो। कोई विरोध नहीं किया, तुम्हारे पक्ष की बात कह रहा है। मैंने कहा कि मैंने इटावा का पानी पिया, मुझे जानते नहीं हो। इनके मैंने थाने के रास्ते भी बंद कर दिए।

प्रधान- ये चौकी और थाने जाकर अपने आपको प्रधान बताते हैं, कहना साहब से। दरोगा- ये सोच रहे होंगे कि मेरा ट्रांसफर करा देंगे। इनकी (गाली) में दम नहीं हैं। हमारी सेटिंग इतनी ऊपर है कि ये विधायक-इधायक सब खड़े रह जाएंगे। तुम परेशान मत हो। हम सभापति से जुड़े हुए हैं। समझ में आई की नहीं।

प्रधान- आ रही है। दरोगा- एक फोन के मारे विधायक-इधायक सब बाथरूम कर देंगे। चलो ठीक है, अपनी बात अपने तक सीमित रखना।

प्रधान- ठीक है साहब। जो आपने कहा, उस पर हम तैयार हैं। दरोगा- सुबह आना ठीक है।

दूसरा 54 सेकेंड का ऑडियो: पैसे की बात है

दरोगा- हां प्रधानजी वो कहां है। प्रधान- पता नहीं, गाड़ी लेकर निकल गए थे।

दरोगा- तुमसे बात नहीं हो रही। प्रधान- नहीं, मुझे शुरू में ही फोन लगाया था।

दरोगा- क्या पूछ रहे थे। प्रधान- क्या गाड़ी आई थी, मैंने कहा हां आई थी।

दरोगा- देखो प्रधानजी पैसा वाली बात है। कोई बात आए तो कह देना, पैसा मेरे पास है। किसी को नहीं दिया। न इन्होंने मांगा। मोटा है, उसे भी बता देना। कह देना हमने दरोगाजी को दिया ही नहीं।

तीसरा 44 सेकेंड का ऑडियो: प्रधान तुम्हारे खिलाफ मुकदमा लिख देंगे

प्रधान- क्या काम था साहब दरोगा- उसमें मिलना था।

प्रधान- सुबह चौकी आएंगे। दरोगा- अभी आओ। हम गेट पर मिलेंगे।

प्रधान- सुबह से भींगे हुए हैं, भगवान कसम। दरोगा- प्रधानजी मैं भी भींगा हुआ हूं, आपके खिलाफ मुकदमा लिखवा दूंगा।

प्रधान- हमारे खिलाफ…क्यों? दरोगा- आओ तो तुम, अभी आओ पहले।

प्रधान- ठीक है।

एसपी सिटी ज्ञानेंद्र कुमार सिंह का कहना है कि एक ऑडियो संज्ञान में आया है, जो बड़ागांव थाने के पारीछा चौकी इंचार्ज का बताया जा रहा है। इसको सुना गया है। एसएसपी ने संज्ञान लेते हुए थानाध्यक्ष से पूरे मामले की रिपोर्ट तलब की है। रिपोर्ट आने पर सीओ सदर से जांच कराते हुए दरोगा के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई की जाएगी।