पुतिन से मिले PM मोदी, आज जिनपिंग से मुलाकात:गलवान झड़प के 4 साल बाद पहली द्विपक्षीय वार्ता; डिनर के दौरान तीनों नेता साथ दिखे

रूस के कजान में BRICS का 16वीं समिट चल रही है। इसमें हिस्सा लेने के लिए PM नरेंद्र मोदी मंगलवार दोपहर कजान पहुंचे। PM मोदी और रूस के राष्ट्रपति पुतिन के बीच मंगलवार रात मुलाकात हुई। न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, मोदी ने पुतिन को अगले साल वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए भारत आने का न्योता दिया।

पुतिन ने BRICS देशों के नेताओं के लिए डिनर होस्ट किया। डिनर के दौरान पुतिन के साथ मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग म्यूजिकल कन्सर्ट का लुत्फ उठाते दिखे। इस दौरान बीच में पुतिन बैठे थे और दोनों तरफ कुर्सी पर PM मोदी और जिनपिंग थे।

प्रधानमंत्री मोदी आज जिनपिंग से शाम 4:40 बजे मुलाकात करेंगे। वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तनाव कम करने घोषणा के बाद दोनों के बीच द्विपक्षीय वार्ता होगी। 2020 में गलवान झड़प के बाद रिश्तों में आए तनाव के बाद दोनों नेताओं के बीच यह पहली बाइलेटरल मीटिंग होगी।

PM मोदी आज BRICS देशों की समिट में शामिल होंगे। ये समिट दो सेशन में होगी। आज इसका बंद कमरे में एक सेशन होगा। इसे क्लोज प्लेनरी कहते है। वहीं आज शाम ओपन प्लेनरी होगी। PM यहां कई देशों के नेताओं के साथ द्विपक्षीय बातचीत भी करेंगे। समिट और द्विपक्षीय बातचीत पूरी होने के बाद PM आज ही भारत के लिए रवाना हो जाएंगे।

पुतिन से मिले मोदी, यूक्रेन जंग पर फिर बोले PM रूस दौरे के पहले दिन यानी मंगलवार, 22 अक्टूबर को PM मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन से मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेता एक-दूसरे से गले मिले।

पुतिन ने कहा, “हमारे संबंध इतने अच्छे हैं कि आप मेरी बात बिना ट्रांसलेटर (अनुवादक) के समझ जाते हैं।”

वहीं, प्रधानमंत्री मोदी ने यूक्रेन जंग पर भारत के स्टैंड को कायम रखा। उन्होंने कहा, “हर समस्या का समाधान शांतिपूर्ण ढंग से हो। रूस-यूक्रेन जंग केवल बातचीत से रुकेगी। भारत संघर्ष के समाधान में हर मदद देने को तैयार है।

मोदी ने कहा-

ईरानी राष्ट्रपति से मिले PM मोदी इसके बाद मोदी ने ईरान के राष्ट्रपति मसूद पजशकियान से मुलाकात की। ईरान का राष्ट्रपति बनने के बाद पजशकियान की ये मोदी से पहली मुलाकात थी। दोनों नेताओं के बीच चाबहार पोर्ट और इंटरनेशनल नॉर्थ साउथ ट्रांसपोर्ट कॉरिडोर (INSTC) को लेकर बात हुई। यह कनेक्टिविटी​​​ और बिजनेस के लिहाज से बहुत अहम है। दोनों नेताओं के बीच मिडिल ईस्ट में बिगड़ते हालात को लेकर भी चर्चा हुई। मोदी ने वहां हो रहे संघर्ष को लेकर चिंता भी जताई।

BRICS प्लस में शामिल होंगे विदेश मंत्री जयशंकर PM मोदी 23 अक्टूबर को रूस से रवाना हो जाएंगे। इसके बाद 24 अक्टूबर को BRICS प्लस देशों के सेशन में भारतीय डेलिगेशन को विदेश मंत्री एस जयशंकर लीड करेंगे। यह सेशन ‘BRICS और ग्लोबल साउथ’ की थीम पर होगा।

इस समिट में कुल 28 देश और 5 अंतरराष्ट्रीय संगठन हिस्सा लेंगे। समिट के बाद BRICS देशों का साझा बयान यानी कजान डिक्लेरेशन जारी होगा। भारत कजान में नए कॉन्सुलेट की शुरुआत भी कर सकता है। यहां एक हजार से अधिक भारतीय छात्र रहते हैं।

अब तक 15 बार हो चुकी है BRICS समिट 2009 में BRIC देशों की पहली समिट हुई थी। इसका आयोजन रूस में हुआ था। इसके बाद 2010 में साउथ अफ्रीका के शामिल होने के बाद इसका नाम बदलकर BRICS हो गया। अब तक 15 बार BRICS समिट हो चुकी है। इस बार 16वीं समिट हो रही है।

रूस अब तक तीन बार BRICS समिट की मेजबानी कर चुका है। यह चौथा मौका होगा, जब पुतिन BRICS की अध्यक्षता कर रहे हैं।

रूस ने 9 जुलाई को मॉस्को में पीएम नरेंद्र मोदी को देश का सर्वोच्च सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द एपोस्टल’ से नवाजा। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने खुद उन्हें सम्मानित किया। ये सम्मान सबसे बेहतर काम करने वाले नागरिक या फिर सेना से जुड़े लोगों को दिया जाता है।