भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज आज वडोदरा में हैं। सबसे पहले मोदी और सांचेज ने वडोदरा एयरपोर्ट से टाटा के प्लांट तक करीब पौने तीन किमी का रोड शो किया। इसके बाद दोनों नेताओं ने C-295 सैन्य विमान के निर्माण के लिए टाटा एयरबस की असेंबली यूनिट का उद्घाटन किया।
एयरबस असेंबली उद्घाटन के बाद मोदी ने कहा कि हमने नए रास्ते पर चलना तय किया, नए लक्ष्य तय किए। इसका नतीजा सबके सामने है। पॉसिबिलिटी (संभावना) को प्रॉस्पैरिटी (समृद्धि) में बदलने के लिए सही प्लान और सही पार्टनरशिप का होना जरूरी है। इस कार्यक्रम में में देश के 1500 उद्योगपतियों को भी आमंत्रित किया गया है।
स्पेन के किसी PM का यह 18 साल बाद भारत दौरा है। इससे पहले जुलाई 2006 में स्पेन के तत्कालीन प्रधानमंत्री जोस लुइस ने भारत की यात्रा की थी।
मोदी ने कहा कि अब यह पूरा क्षेत्र एविएशन मैन्यूफैक्चरिंग का बड़ा हब बनने जा रहा है। इसके लिए मैं गुजरात सरकार को मुख्यमंत्री को उनकी आधुनिक औद्यौगिक नीतियों की सराहना करता हूं। भारत और स्पेन के बीच कल्चरल कनेक्ट का अपना महत्व है।
मुझे याद है, फादर कार्लोस वैलेस यहीं गुजरात में आकर बस गए थे। उन्होंने पचास वर्ष यहां पूरे किए। उन्होंने अपने लेखन से हमारी संस्कृति को समृद्ध किया। वे गुजराती में लिखते थे। हमने उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया। अब कुछ लोगों के गले यह बात नहीं उतरेगी।
मेरे मित्र पेड्रो सांचेज की ये पहली भारत यात्रा है। आज से हम भारत और स्पेन की पार्टनरशिप को नई दिशा दे रहे हैं। हम C-295 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट के प्रोडक्शन की फैक्ट्री का उद्घाटन कर रहे हैं। ये फैक्ट्री भारत-स्पेन संबंध और मेक इन इंडिया को मजबूत करेगी।
C-295 एयरक्राफ्ट बनाने वाली फैक्ट्री नए भारत की नई कार्य संस्कृति को दर्शाती है। दो साल पहले अक्टूबर में इस फैक्ट्री का निर्माण शुरू हुआ था। आज उसी महीने में यह फैक्ट्री विमान बनाने के लिए तैयार है।
हमने अपने लिए नए लक्ष्य तय किए। नए रास्ते पर चलना तय किया। इसका नतीजा हम सबके सामने है। पॉसिबिलिटी को प्रॉस्पैरिटी में बदलने के लिए राइट प्लान और राइट पार्टनरशिप का होना जरूरी है।
पीएम भुज-नालिया गेज कन्वर्जन प्रोजेक्ट देश को समर्पित करेंगे। भुज-नालिया गेज कन्वर्जन प्रोजेक्ट 1094 करोड़ रुपये की लागत से पूरा किया गया है। इस प्रोजेक्ट में 24 बड़े और 254 छोटे ब्रिज, 3 रोड ओवरब्रिज और 30 अंडरब्रिज शामिल हैं। इस प्रोजेक्ट से कच्छ जिले के सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।
इसके साथ ही प्रधानमंत्री पर्यटन से जुड़े 200 करोड़ के विकास कार्यों की भी घोषणा करेंगे, जिसके तहत गुजरात के पोरबंदर जिले के मोकरसागर में कर्ली रिचार्ज जलाशय को विश्व स्तरीय टिकाऊ इकोटूरिज्म के रूप में विकसित किया जाएगा। इस तरह मोदी पीएम दिवाली से पहले गुजरात वासियों को विकास कार्यों की ये ढेरों सौगात देंगे।
प्रधानमंत्री अमरेली जिले के जल आपूर्ति विभाग की 700 करोड़ रुपए से अधिक की लागत वाली विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगे। उद्घाटन की जाने वाली परियोजनाओं में नवदा से चावंड बल्क पाइपलाइन शामिल है जो बोटाद, अमरेली, जूनागढ़, राजकोट और पोरबंदर जिले के 36 शहरों तथा 1,298 गांवों के लगभग 67 लाख लाभार्थियों को अतिरिक्त 28 करोड़ लीटर पानी प्रदान करेगी।
भावनगर जिले में पसवी समूह की संवर्धित जल आपूर्ति योजना के दूसरे चरण का शिलान्यास भी किया जायेगा, जिससे भावनगर जिले के महुवा, तलाजा और पालीताना तालुका के 95 गांवों को लाभ होगा। प्रधानमंत्री पर्यटन से जुड़ी विभिन्न विकास संबंधी पहलों का शिलान्यास भी करेंगे, जिसमें पोरबंदर जिले के मोकरसागर में करली पुनर्भरण जलाशय को एक विश्वस्तरीय टिकाऊ इको-पर्यटन स्थल में बदलना शामिल है।
प्रधानमंत्री 2,800 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली विभिन्न सड़क परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगे। उद्घाटन की जाने वाली परियोजनाओं में एनएच 151, एनएच 151ए एवं एनएच 51 और जूनागढ़ बाईपास के विभिन्न खंडों को चार लेन का बनाना शामिल है। जामनगर जिले के ध्रोल बाईपास से मोरबी जिले के अमरान तक के शेष खंड को चार लेन का बनाने वाली परियोजना का शिलान्यास भी किया जाएगा।
प्रधानमंत्री लगभग 1,100 करोड़ रुपये की लागत से पूरी हुई भुज-नालिया रेल गेज परिवर्तन परियोजना को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। इस व्यापक परियोजना में 24 बड़े सेतु, 254 छोटे सेतु, 3 रोड ओवरब्रिज और 30 रोड अंडरब्रिज शामिल हैं और यह कच्छ जिले के सामाजिक-आर्थिक विकास को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
एक सार्वजनिक समारोह में पीएम मोदी गुजरात के अमरेली में लगभग 4,900 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगे। इन परियोजनाओं से राज्य के अमरेली, जामनगर, मोरबी, देवभूमि द्वारका, जूनागढ़, पोरबंदर, कच्छ और बोटाद जिले के नागरिकों को लाभ होगा।
प्रधानमंत्री अमरेली के दुधाला में भारत माता सरोवर का उद्घाटन करेंगे। यह परियोजना सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) मॉडल के तहत गुजरात सरकार और ढोलकिया फाउंडेशन के बीच सहयोग के जरिए विकसित की गई है। ढोलकिया फाउंडेशन ने एक चेक डैम को रिडवलप किया।
मूल रूप से, यह बांध 4.5 करोड़ लीटर पानी रोक सकता था। लेकिन इसे गहरा करने, चौड़ा करने और मजबूत करने के बाद, इसकी क्षमता बढ़कर 24.5 करोड़ लीटर हो गई है। इससे आस-पास के कुओं एवं कूपों में जलस्तर बढ़ गया है जिससे स्थानीय गांवों और किसानों को सिंचाई की बेहतर सुविधा प्रदान करने में मदद मिलेगी।
10,600 करोड़ के प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगे पीएम
प्रधानमंत्री अमरेली के दुधाला में भारत माता सरोवर का उद्घाटन करेंगे। इसके बाद पीएम जूनागढ़, अमरेली और भुज में 10,600 करोड़ के प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास व उद्घाटन करेंगे। इनमें अमरेली, जामनगर, मोरबी, देवभूमि द्वारका, जूनागढ़, पोरबंदर, कच्छ और बोटाद जिलों में लगभग 1600 विकास परियोजनाएं शामिल हैं।