इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान पर किए हमलों को लेकर बयान दिया है। न्यूज एजेंसी AP के मुताबिक नेतन्याहू ने कहा कि इजराइली हमले ने ईरान को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाया है। साथ ही अपने सभी टारगेट्स को हासिल किया है।
वहीं ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह खामेनेई ने भी इस पर आज पहली बार बयान दिया। खामेनेई ने कहा, इजराइल के हमले को न तो बढ़ा-चढ़ाकर बताना चाहिए और न ही इसे कमतर समझना चाहिए।
उन्होंने कहा, इजराइल को ईरान और उसके युवाओं की ताकत समझाना जरूरी है। ये अधिकारियों पर निर्भर करता है कि वो इजराइल को ईरानी जनता का संदेश कैसे देते हैं। अधिकारी ऐसे कदम उठाएं जो देश के हित में हो।
इजराइल ने ईरान पर शनिवार तड़के 100 से अधिक फाइटर जेट्स से हमला किया था। ये हमला 1 अक्टूबर को हुए ईरानी हमले के पलटवार के तौर पर किया गया।
ईरानी अधिकारी बोले- हमारे पास हमले का जवाब देने का अधिकार
ईरान के अधिकारियों ने कहा है कि उनके पास इजराइली हमले का जवाब देने का अधिकार है। हालांकि ईरानी सेना पहले ही कह चुकी है कि गाजा और लेबनान में सीजफायर किसी भी जवाबी हमले से महत्वपूर्ण है
इजराइल ने ईरान पर हमले से पहले सीरिया में रडार ठिकानों पर इजराइल ने शुरुआती हमला किया था। इसके बाद ईरान में एयर डिफेंस सिस्टम और रडार पर हमला किया गया। इजराइल ने ईरान के 20 ठिकानों को निशाना बनाया था। इनमें मिसाइल फैक्ट्री और सैन्य अड्डे शामिल थे।
ईरान की स्टेट न्यूज एजेंसी तस्नीम के मुताबिक इजराइली हमले में कम से कम 2 ईरानी सैनिक मारे गए थे।
अमेरिका बोला- इजराइली हमले का जवाब न दे ईरान अमेरिका ने ईरान से अपील की है कि वे इजराइली हमले का जवाब न दे। BBC के मुताबिक अमेरिकी अधिकारी ने एक बयान में कहा कि अगर ईरान एक बार फिर से हमला करने का फैसला करता है तो इसके लिए हम तैयार हैं। ईरान को एक बार फिर से परिणाम भुगतना होगा और अमेरिका ऐसा होता देखना नहीं चाहता।
बयान में आगे कहा गया है कि इजराइल और ईरान को अब एक-दूसरे पर हमले रोक देने चाहिए। अमेरिका लेबनान और गाजा में सीजफायर की कोशिश के लिए तैयार है। इसके साथ ही इजराइल से बंधक बनाए गए लोगों की वापसी भी चाहता है।
ईरान ने 180 मिसाइलों से किया था हमला
ईरान ने 1 अक्टूबर को इजराइल पर 180 मिसाइलों से हमला किया था। रात 10 बजे शुरू हुए ईरानी हमले करीब 30 मिनट तक चले थे। हमले के बाद ईरान ने कहा था कि नसरल्लाह की शहादत का यह पहला बदला है। यह तो अभी शुरुआत है।
दरअसल, 27 सितंबर को इजराइल ने बेरूत में हिजबुल्लाह के हेडक्वार्टर पर हमला किया था। इसमें हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह मारा गया था।
हमले के बाद इजराइली डिफेंस फोर्सेस के प्रवक्ता डेनियल हगारी ने हमले का नतीजा भुगतने के लिए कहा था। ईरान ने इससे पहले अप्रैल में इजराइल पर हमला किया था। इस दौरान ईरान की तरफ से सैकड़ों मिसाइलें और ड्रोन दागे गए थे।