ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी मंगलवार को संभाजीनगर में चुनाव कर रहे थे। इस दौरान अकबरुद्दीन ने कहा- “कैंपेनिंग का टाइम है 10 बजे, अभी 9:45 बजे हैं, अभी 15 मिनट बाकी हैं…”
चुनावी सभा में आए लोगों से अकबरुद्दीन ने कहा, “अरे भाई 15 मिनट बाकी है, सब्र करिए, न वो मेरा पीछा छोड़ रही है न मैं उसका पीछा छोड़ रहा हूं। चल रही है मगर क्या गूंज है।”
औवेसी के इस विवादित बयान को 12 साल पहले दिए गए भाषण से जोड़ा जा रहा है। दरअसल, 2012 में भी अकबरुद्दीन ने 15 मिनट वाला भड़काऊ बयान दिया था। तब कहा था- देश से 15 मिनट के लिए पुलिस हटा दो तो पता चल जाएगा कौन ताकतवर है।
अकबरुद्दीन ने पार्टियों की गारंटी पर उठाए सवाल अकबरुद्दीन ने अपनी स्पीच में महाराष्ट्र के प्रमुख नेताओं को चुनौती दी और पूछा कि क्या शरद पवार, अजित पवार, उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे जैसे नेता चुनाव के बाद उनकी वफादारी की गारंटी दे सकते हैं। उन्होंने पूछा, “क्या शरद पवार यह आश्वासन देंगे कि वे चुनाव के बाद पीएम मोदी के साथ गठबंधन नहीं करेंगे?
औवेसी बोले- क्या अजित पवार वोटों की गिनती के बाद शरद पवार के पास वापस न लौटने का वादा कर सकते हैं? क्या उद्धव ठाकरे यह गारंटी देंगे कि वे भाजपा में फिर से शामिल नहीं होंगे? और, क्या एकनाथ शिंदे चुनाव के बाद ठाकरे गुट से दूर रहने की कसम खा सकते हैं?”
विवादित बयान दिया तो जेल भी गए, लेकिन बरी हो गए 2012 में तेलंगाना के चंद्रयानगुट्टा से विधायक अकबरुद्दीन ने कहा था- हिंदुस्तान हम 25 करोड़ हैं, तुम 100 करोड़ हो न, ठीक है तुम तो हमसे इतने ज्यादा हो, 15 मिनट के लिए पुलिस को हटा लो हम बता देंगे कि किसमें हिम्मत है और कौन ताकतवर है। अकबरुद्दीन पर इस बयान की वजह से केस भी दर्ज हुआ था। वे जेल भी गए थे, लेकिन बाद में कोर्ट ने उन्हें संदेह के आधार पर बरी कर दिया था।
लोकसभा सांसद असदुद्दीन औवेसी के भाई हैं अकबरुद्दीन अकबरुद्दीन औवेसी AIMIM चीफ और हैदराबाद से लोकसभा सांसद असदुद्दीन औवेसी के छोटे भाई हैं। वे तेलंगाना के चंद्रयानगुट्टा से छह बार के विधायक हैं। उनकी पार्टी महाराष्ट्र में 16 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जिसके प्रचार के लिए दोनों भाई फिलहाल महाराष्ट्र में ही हैं।
2019 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में AIMIM ने 44 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन केवल दो सीटों पर ही जीत हासिल कर सकी थी।