वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही के नतीजे के बाद एशियन पेंट्स लिमिटेड के शेयर में करीब 8% की गिरावट देखने को मिल रही है। दरअसल, जुलाई-सितंबर तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 42% घटा है। इस तिमाही कॉन्सोलिडेटेड नेट प्रॉफिट 694.64 करोड़ रुपए है।
एक साल पहले इसी तिमाही में कंपनी को 1,205.42 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था। वहीं, Q2FY25 में कंपनी के सेल्स रेवेन्यू में 5.3% की गिरावट आई है। इस तिमाही में यह 8,003 करोड़ रुपए रहा। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी ने 8,452 करोड़ रुपए का रेवेन्यू जनरेट किया था। एशियन पेंट्स ने शनिवार यानी 9 नवंबर को वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही के नतीजे जारी किए थे।
प्रति शेयर ₹4.25 डिविडेंड देगी कंपनी
नतीजों के अलावा एशियन पेंट्स के बोर्ड ने शेयरधारकों को प्रति शेयर 4.25 रुपए के अंतरिम डिविडेंड (लाभांश) को भी मंजूरी दी है। कंपनियां अपने शेयरधारकों को मुनाफे का कुछ हिस्सा देती हैं, उसे डिविडेंड कहते हैं।
तिमाही आधार पर 40% कम हुआ नेट प्रॉफिट
वहीं, तिमाही आधार यानी अप्रैल-जून के मुकाबले जुलाई-सितंबर में कंपनी के नेट प्रॉफिट में 40.68% की कमी हुई है। वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में कंपनी को 1,170 करोड़ रुपए का नेट प्रॉफिट हुआ था।
इस साल अब तक 24.86% गिरा एशियन पेंट्स का शेयर अभी एशियन पेंट्स का शेयर 7.92% की गिरावट के साथ 2,550 रुपए के स्तर पर कारोबार कर रहा है। पिछले 6 महीने में शेयर ने 11.44% और 1 साल में 17.36% का निगेटिव रिटर्न दिया है। वहीं, इस साल अब तक शेयर 24.91% गिरा है।
60 से ज्यादा देशों में एशियन पेंट्स का कारोबार
एशियन पेंट्स की शुरुआत 1942 में हुई थी। इसे 4 दोस्त ने पार्टनर्शिप में शुरू किया था। 1968 से भारतीय पेंट मार्केट में इसकी बड़ी हिस्सेदारी रही है। फिलहाल एशियन पेंट्स 15 देशों में काम करती है। दुनिया भर में इसकी 27 पेंट मैन्यूफैक्चरिंग फैसिलिटिज हैं, जो 60 से ज्यादा देशों में कस्टमर सर्विस देती है।
यह दुनिया की सबसे बड़ी ऑटोमोटिव कोटिंग्स मैन्यूफैक्चरिंग कंपनियों में से एक अमेरिका की PPG Inc के साथ 50:50 के जॉइंट वेंचर में ऑपरेशन करती है। एशियन पेंट्स के ग्रुप में कई कंपनियां हैं। इनमें एशियन पेंट्स बर्जर, एप्को कोटिंग्स, SCIB पेंट्स, तौबमैन्स, एशियन पेंट्स कॉजवे और कैडिस्को एशियन पेंट्स दुनियाभर में सर्विस प्रोवाइड करती है।