शेयर बाजार में इस हफ्ते उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। कंपनियों के दूसरी तिमाही के नतीजे, US इन्फ्लेशन डेटा, फेड चेयर जेरोम पॉवेल की स्पीच, भारत की रिटेल-थोक महंगाई, डोमेस्टिक इकोनॉमिक डेटा, ग्लोबल इकोनॉमिक डेटा, FII-DII फ्लो और अपकमिंग IPO पर बाजार की नजर रहेगी। गुरुनानक जयंती के अवसर पर 15 नवंबर को बाजार बंद रहेगा।
ऐसे फैक्टर्स जिनसे इस हफ्ते में बाजार की चाल तय होगी…
कंपनियों के दूसरी तिमाही के नतीजे
इस हफ्ते 2500 से ज्यादा कंपनियां सितंबर तिमाही (जुलाई-सितंबर) के नतीजे जारी करेंगी। ONGC, ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज, हिंडाल्को, श्री सीमेंट, आयशर मोटर्स, ग्रासिम इंडस्ट्रीज और हीरो मोटोकॉर्प जैसी निफ्टी-50 की बड़ी कंपनियों के भी नतीजे आएंगे।
इसके अलावा, हुंडई मोटर, नायका, फर्स्टक्राई, मामाअर्थ, वोडाफोन आइडिया, बैंक ऑफ इंडिया, हिंदुस्तान कॉपर, अपोलो टायर्स, हैप्पीस्ट माइंड्स टेक्नोलॉजीज, कल्याण ज्वैलर्स, NBCC, PI इंडस्ट्रीज और मुथूट फाइनेंस भी अपने तिमाही नतीजों का ऐलान करेंगी।
रिटेल और थोक महंगाई
निवेशकों की नजर रिटेल और थोक महंगाई के आंकड़ों पर रहेगी। रिटेल महंगाई के आंकड़े 12 नवंबर और थोक महंगाई का डेटा 14 नवंबर को जारी किया जाएगा। 12 नवंबर को सितंबर के इंडस्ट्रियल आउटपुट के आंकड़े भी जारी होंगे।
अक्टूबर के लिए पैसेंजर व्हीकल सेल्स के आंकड़े 13 नवंबर को जारी किए जाएंगे। बाजार की नजर 15 नवंबर को अक्टूबर के फिस्कल डेफिसिट के आंकड़ों, 8 नवंबर को समाप्त सप्ताह के लिए फॉरेक्स रिजर्व और 1 नवंबर को समाप्त पखवाड़े के लिए बैंक लोन और डिपॉजिट ग्रोथ डेटा पर होगी।
US महंगाई
अक्टूबर के लिए US इन्फ्लेशन और रिटेल सेल्स का डेटा जारी किया जाएगा। यह दिसंबर में अपनी अगली बैठक में फेड के ब्याज दर निर्णय को प्रभावित करेगा। एक्सपर्ट्स के अनुसार, कंज्यूमर इनफ्लेशन सितंबर में दर्ज की गई 2.4% से थोड़ी बढ़ सकती है, जबकि कोर इनफ्लेशन 3.3% पर स्थिर रहने की संभावना है।
इसके अलावा, मार्केट की नजर सप्ताह के दौरान कई फेड अधिकारियों के भाषणों पर रहेगी, जिसमें 15 नवंबर को पॉवेल का भाषण भी शामिल है। हालांकि उन्होंने नवंबर की पॉलिसी मीटिंग के बाद कहा था कि वे दिसंबर में ब्याज दरों में कटौती से इनकार नहीं करते हैं, लेकिन इकोनॉमिक इंडिकेटर्स फेड के अगले कदम को तय करने में अहम भूमिका निभाएंगे।
ग्लोबल इकोनॉमिक डेटा
यूरो जोन के Q3-CY24 जीडीपी आंकड़ों के लिए दूसरे अनुमान के साथ-साथ UK और जापान के Q3 GDP आंकड़ों के शुरुआती अनुमान भी अगले हफ्ते आने वाले हैं। चीन इस हफ्ते अक्टूबर के लिए अपनी रिटेल सेल्स, इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन, हाउस प्राइस इंडेक्स और बेरोजगारी के आंकड़े जारी करेगा।
FII-DII फ्लो
फॉरेन इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (FII) की बिकवाली के चलते बाजार में पिछले एक महीने से अधिक समय से कमजोरी दिख रही है। ऐसे में इस हफ्ते भी निवेशकों की नजर FII और DII की एक्टिविटी पर रहेगी।
FII की लगातार बिकवाली ने बाजार पर जबरदस्त दबाव बनाया है। हालांकि, DII ने काफी हद तक इसकी भरपाई करने में कामयाबी हासिल की है और बाजार को मजबूत सपोर्ट किया है।
27 सितंबर से लगातार 30 दिनों तक FII कैश सेगमेंट में नेट सेलर्स बने रहे, उन्होंने 1.45 लाख करोड़ रुपए के शेयर बेचे। दूसरी ओर इसी अवधि में DII ने 1.35 लाख करोड़ रुपए के शेयर खरीदे। मौजूदा महीने में अब तक FII ने नेट 19,850 करोड़ रुपए के शेयर बेचे हैं और DII ने नेट 14,014 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे हैं।
ऑयल प्राइस
अगले हफ्ते बाजार की नजर ऑयल प्राइस की कीमतों पर रहेंगी, जो अब तक स्टेबल रही हैं। भारत नेट ऑयल इंपोर्टर है, इसलिए इसमें कोई भी बड़ा बदलाव बाजारों को प्रभावित करता है।
आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए चीन के बड़े डेट स्वैप प्रोग्राम के बाद तेल की कीमतों के लिए इंटरनेशनल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूडफ्यूचर्स सप्ताह के अंत में 1 फीसदी की बढ़त के साथ 73.87 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
हालांकि, यह सभी प्रमुख मूविंग एवरेज से नीचे ट्रेड करता रहा, जो एक पॉजिटिव संकेत है। इसकी कीमतें पिछले कई हफ्तों से 80 डॉलर के निशान से नीचे बनी हुई हैं, जिससे तेल आयातकों को राहत मिली है।
इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO)
आने वाले हफ्ते में तीन कंपनियों के इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग यानी IPO ओपन होंगे। मेनबोर्ड सेगमेंट में ब्लैकबक ऐप ऑपरेटर जिंका लॉजिस्टिक्स सॉल्यूशंस का 1,115 करोड़ रुपए का IPO आएगा। यह IPO 13 नवंबर को सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा।
निवा बूपा हेल्थ इंश्योरेंस का IPO 11 नवंबर को क्लोज होगा, जो 2,200 करोड़ रुपए जुटाएगी। सैगिलिटी इंडिया के शेयर 12 नवंबर को शेयर बाजारों में लिस्ट होंगे। इसके बाद स्विगी और ACME सोलर होल्डिंग्स की लिस्टिंग 13 नवंबर को होगी। निवा बूपा भी अगले हफ्ते 14 नवंबर को लिस्ट होगी।
पिछले हफ्ते सेंसेक्स में 237 पॉइंट की गिरावट रही थी
पिछले पूरे कारोबारी हफ्ते में सेंसेक्स में 237.8 अंक (0.29%) की गिरावट रही थी। इसके अलावा निफ्टी में भी 156.15 अंक या 0.64% की गिरावट देखने को मिली थी।
वहीं आखिरी कारोबारी दिन यानी शुक्रवार (8 नवंबर) को सेंसेक्स 55 अंक की गिरावट के साथ 79,486 के स्तर पर बंद हुआ। निफ्टी में भी 51 अंक की गिरावट रही, ये 24,148 के स्तर पर बंद हुआ था।