लखनऊ में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर बस में लगी आग:दिल्ली से आजमगढ़ जा रही थी प्राइवेट बस; सभी 42 यात्री सुरक्षित बचाए गए

लखनऊ में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर एक प्राइवेट बस में भीषण आग लग गई। बस में 42 पैसेंजर सवार थे, जिन्हें समय रहते बाहर निकाल लिया गया। घटना गोसाईंगज थाना क्षेत्र में गुरुवार सुबह करीब 6:30 की है। हादसे के बाद मौके पर अफरातफरी मच गई।

जानकारी के मुताबिक, बस का टायर अचानक फट गया, जिससे आग लग गई। ड्राइवर ने तत्काल बस को कंट्रोल किया और रोक लिया। सभी को नीचे उतारा जा रहा था, तभी बस धूं-धूकर जलने लगी। सूचना पर पहुंची पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम ने आग पर काबू पाया। हादसे में बस पूरी तरह से जल चुकी है।

पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर बस में लगी आग…

गुरुवार सुबह 6:30 बजे लगी आग पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, गुरुवार सुबह करीब 6:30 बजे 112 द्वारा सूचना मिली कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर 12 किलोमीटर के माइसस्टोन पर एक प्राइवेट बस में आग लगी है। इसके बाद टीम पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीमें मौके पर पहुंची। करीब 1 घंटे में आग पर काबू पाया गया।

दिल्ली से आजमगढ़ जा रही थी बस जानकारी के मुताबिक, UP 15 DT 0063 बस दिल्ली से आजमगढ़ जा रही थी। इसमें करीब 42 यात्री बैठे हुए थे। चलते-चलते बस पिछला टायर फटा और आग लग गई। इससे पहले की आग विकराल होती, सभी यात्रियों और उनके सामान को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया था।

आग लगने की वजह से बस 90% जल चुकी है। दूसरे बस की व्यवस्था करके यात्रियों को आजमगढ़ के लिए रवाना कर दिया गया है। मौके पर पहुंची दमकल कर्मियों ने आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया है। पुलिस ने मामले की जांच करने की बात कही है।

हाइवे पर क्यों फटते हैं बस के टायर

तेज स्पीड: सड़क पर घर्षण की वजह से टायर गर्म हो जाते हैं। टायर के भीतर हवा फैलती है और प्रेशर ज्यादा होने से टायर फट जाते हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक वे इतनी गर्मी सहन करने के लिए डिजाइन नहीं होते हैं।

खराब टायर: खराब टायरों का घर्षण भी ज्यादा होता है और वे जल्दी गर्म होते हैं। लोगों को समझना चाहिए कि यदि टायरों की ट्रेडिंग की गहराई कम है, तो वे ज्यादा स्पीड पर चलाने के लिए मुफीद भी नहीं हैं। टायरों को 40 हजार किलोमीटर के बाद बदल देना चाहिए।

ज्यादा हवा: टायर में क्षमता से ज्यादा हवा होने से सड़क पर टायर की कम सतह लगती है, जिससे कंट्रोल हाथ से निकल सकता है। ठीक से कंट्रोल न किया जा सकने वाला वाहन कभी भी हादसे का शिकार हो सकता है। इसलिए टायर का प्रेशर मानक के अनुसार ही होना चाहिए।