अब ओवैसी ने 15 मिनट का जिक्र किया:फिर गुस्ताखी होने की एक्टिंग की; उनके भाई 2012 में कह चुके- 15 मिनट पुलिस हटा लो

हैदराबाद के सांसद और AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने महाराष्ट्र के सोलापुर में बुधवार को चुनाव प्रचार के दौरान ’15 मिनट’ का जिक्र किया। 2012 में उनके भाई अकबरुद्दीन ओवैसी ने कहा था- ‘देश से 15 मिनट के लिए पुलिस हटा दो तो पता चल जाएगा कौन कितना ताकतवर है।’

महाराष्ट्र चुनाव में ओवैसी और डिप्टी CM फडणवीस के बीच जुबानी जंग चल रही है। सोलापुर में पुलिस ने मंच पर ही ओवैसी को भड़काऊ भाषण देने से बचने का नोटिस थमा दिया। इस पर तंज कसते हुए ओवैसी ने फिर 15 मिनट का जिक्र किया। हालांकि, तुरंत बाद उन्होंने गुस्ताखी होने की एक्टिंग की। फिर कहा- वैरी सॉरी…।

ओवैसी ने अपनी बात को संभाला। मोबाइल और घड़ी दिखाते हुए बोले- 9.45… मीडिया वालों घड़ी चेक कर लो तुम्हारी भी। ओवैसी ने 15 मिनट को चुनाव प्रचार के टाइम खत्म होने में 15 मिनट बाकी होने से जोड़ दिया। ओवैसी सोलापुर में पार्टी प्रत्याशी फारूक शाबदी के प्रचार के लिए पहुंचे थे।

ओवेसी ने पुलिस नोटिस को मंच से पढ़ा और पूछा- ‘3 दिन पहले मोदी आए थे, उन्हें नोटिस नहीं दिया। पुलिस को क्या खाली भाईजान से मोहब्बत है।’ 8 दिन पहले भी संभाजीनगर में चुनाव प्रचार करने पहुंचे अकबरुद्दीन ने एक बार फिर इसे दोहराया था। उन्होंने कहा था- “कैंपेनिंग का टाइम है 10 बजे, अभी 9:45 बजे हैं, अभी 15 मिनट बाकी हैं…।”

ओवैसी की पार्टी महाराष्ट्र में 16 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जिसके प्रचार के लिए दोनों भाई फिलहाल महाराष्ट्र में ही हैं।

ओवैसी को दिए नोटिस में लिखा- भड़काऊ भाषण न दें पुलिस ने जो ओवैसी को नोटिस दिया है, उसमें लिखा है कि ओवैसी अपने भाषण में भड़काऊ भाषा का इस्तेमाल न करें, जिससे किसी भी समुदाय की भावनाएं आहत न हों। पुलिस ने यह नोटिस भारतीय नागरिक संहिता की धारा 168 के तहत जारी किया , लेकिन चूंकि वह नोटिस मराठी भाषा में था, इसलिए ओवैसी ने अंग्रेजी भाषा में नोटिस मांगा। इस दौरान देखा गया कि उन्होंने मराठी नोटिस की फोटो भी ली।

पुलिस ओवैसी को उनके मेल पर नोटिस की अंग्रेजी कॉपी भेजी। जिसकी भाषा का उन्होंने मंच से मजाक उड़ाया। साथ ही कहा- ये सारे नोटिस दूल्हे भाई को ही आते, किसी दूसरे को नहीं आते जी। खाली भाईजान से ही मोहब्बत है।

महाराष्ट्र में 288 सीटों पर सिंगल फेज में वोटिंग महाराष्ट्र में 20 नवंबर 2024 को एक ही फेज में चुनाव होंगे। नतीजे 23 नवंबर को आएंगे। राज्य में पहली बार 6 बड़ी पार्टियों के बीच मुकाबला हो रहा है। 2019 यानी महाराष्ट्र के पिछले विधानसभा चुनाव में BJP और शिवसेना ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा था। सरकार बनने से पहले ही उद्धव ने पाला बदल लिया। 28 नवंबर 2019 को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेकर उद्धव ठाकरे CM बने। उद्धव सरकार ने कई उतार-चढ़ावों से गुजरते हुए ढाई साल पूरे किए।

मई 2022 में महाराष्ट्र सरकार में नगर विकास मंत्री और शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने 39 विधायकों के साथ बगावत कर दी। राज्यपाल ने उद्धव ठाकरे को बहुमत सिद्ध करने के लिए कह दिया। 29 जून 2022 को उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। 24 घंटे के अंदर शिंदे ने CM और BJP नेता देवेंद्र फडणवीस ने डिप्टी CM के रूप में शपथ ली।

विवादित बयान दिया तो जेल भी गए थे अकबरुद्दीन, लेकिन बरी हो गए 2012 में तेलंगाना के चंद्रयानगुट्‌टा से विधायक अकबरुद्दीन ने कहा था- हिंदुस्तान हम 25 करोड़ हैं, तुम 100 करोड़ हो न, ठीक है तुम तो हमसे इतने ज्यादा हो, 15 मिनट के लिए पुलिस को हटा लो हम बता देंगे कि किसमें हिम्मत है और कौन ताकतवर है। अकबरुद्दीन पर इस बयान की वजह से केस भी दर्ज हुआ था। वे जेल भी गए थे, लेकिन बाद में कोर्ट ने उन्हें संदेह के आधार पर बरी कर दिया था।

ओवैसी ने डिप्टी CM के लिए कहा था- हम फडणवीस से डरने वाले नहीं AIMIM चीफ ओवैसी ने वर्सोवा में प्रचार के दौरान 10 नवंबर को कहा था कि महाराष्ट्र में AIMIM एक सेक्युलर सरकार को बढ़ावा देना चाहती है। न तो शिंदे CM बनेंगे और न ही फडणवीस CM बनेंगे, बल्कि महाराष्ट्र में एक सेक्युलर व्यक्ति को CM बनाया जाएगा।

ओवैसी ने कहा था कि भाजपा-कांग्रेस ने मुस्लिम समाज की आवाज को दबाने की कोशिश की है। फडणवीस मुस्लिम समुदाय को डराने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन मैं अपने समुदाय की आवाज उठाते रहूंगा। मैं फडणवीस को चुनौती देता हूं। हम उनसे डरने वाले नहीं है।

इसके 24 घंटे बाद ही फडणवीस ने पलटवार करते हुए कहा था कि ओवैसी महाराष्ट्र में औरंगजेब का महिमामंडन कर रहे हैं। फडणवीस ने मुंबई में एक रैली के दौरान कहा- आज कल तो औवेसी भी यहां आने लगा है। मेरे हैदराबादी भाई, तू यहां मत आ। तू उधर ही रह, क्योंकि यहां तेरा कोई काम नहीं है।