झारखंड विधानसभा चुनाव के आखिरी और सेकेंड फेज में कल 20 नवंबर को 12 जिलों की 38 सीटों पर वोटिंग होगी। इसमें 1.23 करोड़ वोटर्स शामिल होंगे। सेकेंड फेज की 38 में से 18 सीटें संथाल, 18 सीटें उत्तरी छोटानागपुर और दो सीटें रांची जिले की है।
चुनाव आयोग के मुताबिक, दूसरे फेज में 528 कैंडिटेट्स मैदान में हैं। इनमें से 55 महिला उम्मीदवार हैं। 127 करोड़पति हैं, जबकि 148 उम्मीदवारों पर क्रिमिनल केस दर्ज हैं।
इसी फेज में सीएम हेमंत सोरेन, उनकी पत्नी कल्पना सोरेन, पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी और विपक्ष के नेता अमर बाउरी चुनाव लड़ रहे हैं। नतीजे 23 नवंबर को आएंगे।
2019 विधानसभा चुनाव में JMM ने सबसे ज्यादा 29 और भाजपा ने 25 सीटें जीती थी। कांग्रेस 18 और राजद ने एक सीटें जीती थी। JMM-कांग्रेस और राजद ने मिलकर सरकार बनाया था।
सबसे ज्यादा 65 निर्दलीय प्रत्याशी करोड़पति
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) ने झारखंड विधानसभा चुनाव के फेज 2 के 522 उम्मीदवारों के हलफनामे के आधार पर एक रिपोर्ट तैयार की है। ADR की रिपोर्ट के अनुसार, फेज-2 के 522 की एवरेज संपत्ति 2.53 करोड़ रुपए है।
यानी 522 में से साढ़े 24% यानी 127 कैंडिडेट करोड़पति हैं। इनके पास एक करोड़ या उससे ज्यादा की संपत्ति है। दलगत आंकड़ों को देखें तो सबसे ज्यादा भाजपा के 32 में से 23 प्रत्याशी करोड़पति हैं।
174 प्रत्याशियों पर क्रिमिनल केस दर्ज
ADR की रिपोर्ट के मुताबिक, 522 में से 28% यानी 148 उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। वहीं, 23% यानी 122 उम्मीदवार ऐसे हैं, जिन पर हत्या, किडनैपिंग जैसे गंभीर मामले दर्ज हैं। 3 प्रत्याशियों पर हत्या का केस दर्ज है। वहीं, 34 प्रत्याशियों पर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज है। 12 प्रत्याशियों ने महिलाओं के ऊपर अत्याचार से संबंधित मामले घोषित किए हैं। इस 12 में से एक कैंडिडेट पर रेप का केस दर्ज है।
बड़े चेहरे, जिनकी साख दांव पर…
पार्टी: JMM
लीडर: हेमंत सोरेन
हेमंत झारखंड के मौजूदा CM हैं। विधानसभा चुनाव से पहले उन्हें लैंड स्कैम केस में 140 दिन जेल में रहना पड़ा। जमानत मिलने के बाद फिर CM बने। चुनाव का ऐलान होते ही हेमंत सोरेन ‘जेल का बदला जीत से’ का नारा दे रहे हैं।
हेमंत खुद संथाल जनजाति से हैं। जेल जाने के बाद उन्होंने अपनी दाढ़ी ऐसे बढ़ाई कि वे कुछ हद तक पिता शिबू सोरेन की तरह दिखने लगे। ऐसे में संथाल-परगना के जो लोग शिबू सोरेन को आज भी पूजते हैं, वो सीधे तौर पर हेमंत से कनेक्ट हो रहे हैं।
पार्टी: JMM
लीडर: कल्पना सोरेन
कल्पना सोरेन गिरिडीह जिले के गांडेय सीट से चुनाव लड़ रही हैं। जून, 2024 में हुए उपचुनाव में उन्होंने इसी सीट से BJP के दिलीप वर्मा को 27 हजार वोट से हराया था। इस बार कल्पना ‘मइयां सम्मान योजना’ को लेकर महिला वोटर्स के बीच जा रही हैं। वे हर दिन 3 से 4 जनसभा कर रही हैं। उन्होंने अब तक 70 से ज्यादा जनसभाएं की।
कल्पना आदिवासियों के लिए अलग सरना धर्म कोड बनाने की गारंटी दे रही हैं, जो ट्राइबल वोटर्स पर बड़ा असर डाल रहा है। इसका सीधा फायदा JMM को मिलता दिख रहा है।
पार्टी: BJP
लीडर: बाबूलाल मरांडी
BJP के प्रदेश अध्यक्ष और झारखंड के पहले मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी गिरिडीह जिले के धनवार सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। वे 2019 में भी यहीं से जीते थे। तब वे अपनी पार्टी झारखंड विकास मोर्चा के सिंबल पर मैदान में थे। बाद में उन्होंने पार्टी का BJP में विलय कर दिया।
बाबूलाल मरांडी की लीडरशिप में BJP ने JMM के खिलाफ मजबूत घेराबंदी की है। पहले पार्टी ने चंपाई सोरेन को तोड़ा। फिर गठबंधन में आजसू के साथ JDU और LJP (रामविलास) को जोड़ लिया। BJP ने झारखंड के 4 पूर्व CM के रिश्तेदारों को टिकट देकर ट्राइबल सीटों पर ताकत बढ़ाई है।
पार्टी: JLKM
लीडर: जयराम महतो
झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा यानी JLKM के अध्यक्ष जयराम महतो बेरमो डुमरी सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। राज्य में 15% से ज्यादा कुर्मी वोटर्स हैं, जो आदिवासी समुदाय के बाद सबसे बड़ा वोट बैंक हैं। जयराम महतो कुर्मी समुदाय से आते हैं। वे गिरिडीह, धनबाद और बोकारो सीटों पर BJP और JMM के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकते हैं।
जयराम महतो पेपर लीक, रोजगार और कॉम्पिटिटिव एग्जाम में लोकल भाषाओं के इस्तेमाल जैसे मुद्दे उठा रहे हैं।
जामताड़ाः सोरेन और अंसारी आमने-सामने
सीता सोरेन इस बार जामताड़ा के सामान्य सीट से चुनाव लड़ रही हैं। चूंकि ओडिशा की रहने वाली हैं। इसलिए वह रिजर्व सीट से चुनाव नहीं लड़ सकती हैं। हालांकि इससे पहले वह एसटी के लिए सुरक्षित जामा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ती थीं और तीन बार जीत चुकी हैं। सीता की सीट का बदलाव का असर चुनाव में भी दिखेगा। फुरकान अंसारी के बाद जामताड़ा की जमीन को इरफान ने पूरी शिद्दत से सींचा है। अल्पसंख्यकों के बीच लोकप्रिय इरफान अंसारी दूसरे समुदायों के लोगों के सुख-दुख में भागीदार बनते रहे हैं। इस बार भी उन्हें संथाल मतदाताओं का साथ मिला तो सीता सोरेन को कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा।
अबकी बार 2.7 करोड़ वोटर, 29 हजार से ज्याद बूथ
मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि प्रदेश में वोटर्स की कुल संख्या 2.6 करोड़ है। जिनमें से 1.29 करोड़ महिला मतदाता है। वहीं पुरुष वोटर्स की संख्या1.39 करोड़ हैं।
प्रदेश में मतदान केंद्र 29 हजार 562 हैं। इनमें से 5 हजार 42 पोलिंग स्टेशन शहरी इलाके में हैं। वहीं 24 हजार 520 ग्रामीण पोलिंग बूथ हैं। हर पोलिंग बूथ में 881 मतदाता वोट डालेंगे।
विधानसभा की 81 सीटें हैं, जिनमें से 44 सामान्य सीटें, अनुसूचित जाति (SC) के लिए 9 और अनुसूचित जनजाति (ST) के लिए 28 सीटें हैं।
झारखंड लोकसभा चुनाव का परिणाम
झारखंड में लोकसभा की 14 सीटें हैं। 2024 चुनाव में भाजपा ने 8, JMM 3, कांग्रेस 2 और आजसू एक सीट पर जीती थी।