मुझे पत्नी और सास की हत्या का कोई गम नहीं है। इसलिए मैं मौके से भागा नहीं। मैंने 7 साल पहले अपनी मौसी की बेटी कामिनी सिंह से लव मैरिज की थी। उसके लिए अपना सब कुछ छोड़ दिया था। लेकिन, कामिनी ने मुझे धोखा दिया। वह दिल्ली के एक लड़के से अफेयर चला रही थी। मैं उसे बार-बार समझा रहा था, लेकिन वह नहीं मान रही थी। मेरी सास भी उसका ही साथ दे रही थी।
ये बातें कानपुर में पत्नी और सास की हत्या के आरोपी जोशेफ पीटर ने पुलिस से कही। रविवार देर रात शवों के पास बैठा रहा। मोहल्ले के लोगों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने उसे अरेस्ट कर लिया।
खून से सनी लाशों के बीच बैठा रहा आरोपी चकेरी के फ्रेंड्स कॉलोनी में रहने वाला जोशेफ पीटर उर्फ बादल एक निजी कंपनी की कैंटीन में काम करता है। वह मूल रूप से बुलंदशहर की कोतवाली क्षेत्र का रहने वाला है। जोशेफ पीटर फ्रेंड्स कॉलोनी में रहने वाली मौसी पुष्पा (62) की बेटी कामिनी सिंह (39) से 2017 में लव मैरिज की थी। कामिनी अपने मायके में ही पति जोशेफ पीटर के साथ रहती थी। कामिनी के फोन पर बात करने पर जोशेफ का आए दिन झगड़ा होता था।
रविवार रात कामिनी अपने बॉयफ्रेंड से बात कर रही थी, इसको लेकर जोसेफ और कामिनी में झगड़ा हो गया। जोशेफ ने चापड़ से पत्नी की गर्दन पर वार कर दिया। कामिनी की मौके पर मौत हो गई। बीच-बचाव करने आई सास को भी चापड़ से हमला कर मार डाला।
पड़ोसी संजीव गुप्ता ने डायल 112 को सूचना दी। चकेरी थाने की पुलिस मौके पर पहुंची तो कमरे में पुष्पा और कामिनी का खून से लथपथ शव जमीन पर पड़ा हुआ था। शव के बगल में बेड पर बैठे जोशेफ पीटर को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया। इसके बाद ADCP पूर्वी राजेश कुमार श्रीवास्तव और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची।
अब पढ़िए आरोपी का कबूलनामा
सर…मुझे पत्नी और सास की हत्या का कोई गम नहीं है। इसलिए मैं मौके से भाग नहीं। अब मैं इससे ज्यादा घुट-घुट कर नहीं जी सकता हूं। इससे अच्छा तो मैं जिंदगी भर जेल में रहूंगा, लेकिन अब चीजें बर्दाश्त से बाहर हो गई थीं। मैंने सात साल पहले 2017 में अपनी मौसी पुष्पा (62) की बेटी कामिनी सिंह (39) से लव मैरिज की थी।
कामिनी के लिए अपना परिवार, मां-बाप और घर सब कुछ छोड़ दिया था। लेकिन, कामिनी ने मुझे धोखा दिया। वह दिल्ली के एक लड़के से अफेयर चला रही थी। मैं उसे बार-बार समझा रहा था, लेकिन वह मान नहीं रही थी। इसमें सबसे बड़ा दोष मेरी मौसी यानी सास का था। वह उसे रोकने की बजाय और भड़का रही थी।
मेरे सामने बॉयफ्रेंड से बात करने लगी थी अक्टूबर में बीवी एक सप्ताह के लिए घर छोड़कर दिल्ली भाग गई थी। इतना सब होने के बाद भी मैंने उसे माफ कर दिया, लेकिन पत्नी और सास मानने को तैयार नहीं थी। अब तो वह मेरे सामने ही अपने बॉयफ्रेंड से बात करने लगी थी। इसी बात को लेकर रविवार रात को भी झगड़ा हुआ। मैं संडे होने के चलते उसे बाहर घुमाने ले जाना चाहता था। ई-रिक्शा भी घर के बाहर बुला लिया था। लेकिन, उसने इनकार कर दिया।
इसी बात को लेकर झगड़ा हो गया। सास भी उसकी तरफ से मुझसे झगड़ा करने लगी। इस वजह से मुझे गुस्सा आ गया। मुझे खुद ही नहीं समझ आया कि मैंने चापड़ से पत्नी और सास को कैसे मार डाला। पानी सिर के ऊपर हो गया था। मेरे बर्दाश्त करने की क्षमता खत्म हो गई थी और मैं आपा खो बैठा। बुलंदशहर में मेरे घर वालों को सूचना दे देना बस…। इसके बाद वह फफक कर रोने लगा।
जोसेफ पीटर उर्फ बादल ने ये बातें एडीसीपी ईस्ट राजेश श्रीवास्तव और चकेरी थाना प्रभारी अशोक दुबे के सामने कही।