वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप-गुकेश और लिरेन का छठा मैच बराबर रहा:फाइनल में लगातार तीसरा मुकाबला ड्रॉ, फाइनल स्कोर 3-3 से बराबर

भारतीय ग्रैंड मास्टर डी गुकेश और विश्व चैंपियन डिंग लिरेन के बीच सिंगापुर में खेले जा रही FIDE वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप फाइनल का छठा मुकाबला बराबरी पर रहा। दोनों ने लगातार तीसरा ड्रॉ मैच खेला है। इससे पहले चौथा, पांचवां मैच भी बराबरी पर छूटा था। 14 मैचों के फाइनल में अब तक चार मैच ड्रॉ हो चुके हैं।

रविवार को खेले गए ड्रॉ मैच के बाद दोनों प्लेयर्स के पास 3-3 अंक हैं। उन्हें चैंपियनशिप जीतने के लिए और 4.5 अंक चाहिए। पहले 7.5 अंक तक पहुंचाने वाला इसे जीत लेगा और वर्ल्ड चैंपियन का टाइटल हासिल कर लेगा।

18 साल के गुकेश ने 46 चालों के बाद लिरेन को ड्रॉ के लिए मजबूर किया। 32 साल के लिरेन ने पहली बाजी अपने नाम की थी, जबकि गुकेश तीसरी बाजी को जीतने में सफल रहे थे।

फाइनल स्कोर 3-3 की बराबरी पर इस ड्रॉ के बाद गुकेश और लिरेन के बीच का फाइनल स्कोर 3-3 की बराबरी पर है। इस मुकाबले से दोनों खिलाड़ियों को 0.5-0.5 अंक मिले।

बता दें चेस में एक मैच जीतने पर एक अंक मिलते हैं, जबकि ड्रॉ मुकाबले में दोनों खिलाड़ियों को 0.5-0.5 अंक दिए जाते हैं। अब तक दोनों प्लेयर्स एक-एक मुकाबले ही जीत सके हैं।

पहले 7.5 अंक हासिल करने वाला चैंपियन बनेगा वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप फाइनल में गुकेश और लिरेन के बीच 14 गेम खेले जाएंगे। यह 12 दिसंबर तक चलेगा। फाइनल स्कोर बराबर रहने पर ट्राईब्रेकर मुकाबला खेला जाएगा, जो 13 दिसंबर को होगा। वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप के इतिहास में पहली बार ऐसा है कि दो एशियाई खिलाड़ी वर्ल्ड चैंपियन बनने के लिए एक-दूसरे से भिड़ रहे हैं।

कौन हैं डी गुकेश डी गुकेश का पूरा नाम डोमाराजू गुकेश है और वे चेन्नई के रहने वाले हैं। गुकेश का जन्म चेन्नई में 7 मई 2006 को हुआ था। उन्होंने 7 साल की उम्र में ही शतरंज खेलना शुरू कर दिया था। उन्हें शुरू में भास्कर नागैया ने कोचिंग दी थी।

नागैया इंटरनेशनल स्तर के चेस खिलाड़ी रहे हैं और चेन्नई में चेस के होम ट्यूटर हैं। इसके बाद विश्वनाथन आनंद ने गुकेश को खेल की जानकारी देने के साथ कोचिंग दी। गुकेश के पिता डॉक्टर हैं और मां पेशे से माइक्रोबायोलोजिस्‍ट हैं।