हरियाणा में 2 महीने बाद भी नेता प्रतिपक्ष घोषित नहीं:कांग्रेस आज फिर करेगी दिल्ली में मंथन, फैक्ट फाइंडिंग कमेटी बना रही रिपोर्ट

विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद हरियाणा कांग्रेस में बदलाव की मांग उठ रही है। हालांकि, किसी भी बदलाव से पहले हाईकमान फैक्ट फाइंडिंग कमेटी की रिपोर्ट का आकलन करना चाहता है। रिपोर्ट देखने के बाद ही हाईकमान किसी नतीजे पर पहुंचेगा। केंद्रीय नेतृत्व रिपोर्ट के बिंदुओं के आधार पर हरियाणा में नेता प्रतिपक्ष के नाम की घोषणा भी करेगा।

दिल्ली में आज होने वाली कमेटी की दूसरी बैठक में पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा, सभी सांसदों और पार्टी अध्यक्ष उदयभान को बुलाया गया है। चुनाव के बाद स्वास्थ्य कारणों से बैठकों से दूर रहने वाले कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया भी इसमें शामिल होंगे।

इस बैठक के बाद कमेटी अपनी रिपोर्ट पार्टी हाईकमान को सौंपेगी। पार्टी सूत्रों का कहना है कि इस रिपोर्ट के आने के एक-दो सप्ताह के भीतर हरियाणा कांग्रेस विधायक दल के नेता का नाम तय कर लिया जाएगा।

कमेटी ने विधायकों से वन टू वन बात की

हरियाणा विधानसभा चुनाव में हार के कारणों को जानने के लिए गठित फैक्ट फाइंडिंग कमेटी ने हारे हुए प्रत्याशियों और विधायकों से वन टू वन बात की है। कमेटी में शामिल छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल और राजस्थान कांग्रेस विधायक हरीश चौधरी ने खुद बैठकर जूम मीटिंग के जरिए हर नेता से वन टू वन बात की है। किसी भी प्रत्याशी को इसे रिकॉर्ड करने की इजाजत नहीं दी गई। उन्होंने चुनाव हारने वाले प्रदेश के 90 नेताओं में से 53 से बात की है।

कमेटी ने चुनाव हारने वाले प्रत्याशियों से 4 तरह के सवाल पूछे थे। जिसके बाद कमेटी ने लिखित रिपोर्ट तैयार की है। जिसमें ईवीएम से ज्यादा चुनाव के दौरान तालमेल की कमी और गुटबाजी की वजह सामने आई है। हालांकि, कमेटी के सदस्य इस बारे में कुछ भी कहने से बच रहे हैं।

दीपक बावरिया पर जेपी का बयान

कांग्रेस सांसद जयप्रकाश उर्फ ​​जेपी ने हरियाणा के हिसार में कहा, आज कांग्रेस की फैक्ट फाइंडिंग मीटिंग होनी है। वे खुद इसमें शामिल होंगे। इससे साफ हो जाएगा कि उनकी क्या भूमिका थी। बहुत कुछ सामने आएगा। कांग्रेस प्रभारी दीपक बावरिया के बारे में कांग्रेस सांसद ने कहा कि वे हमारे वरिष्ठ नेता हैं।

उन्होंने टिकट बंटवारे को बहुत अच्छे तरीके से करवाने की कोशिश की थी। फैक्ट फाइंडिंग कमेटी कल तय करेगी कि किसकी क्या भूमिका थी।

कमेटी की रिपोर्ट सामने नहीं आई

हरियाणा चुनाव के नतीजे घोषित हुए दो महीने से ज्यादा हो गए हैं। लेकिन फैक्ट फाइंडिंग कमेटी अभी भी हार की जांच में जुटी हुई है। दरअसल, कांग्रेस चुनाव दर चुनाव अपने खराब प्रदर्शन की समीक्षा करती है, लेकिन उनसे जुड़ी रिपोर्ट रहस्य के पर्दे से बाहर नहीं आ पाती। ऐसे में सवाल यह है कि हरियाणा में चुनावी हार के लिए पार्टी की संगठनात्मक कमजोरी से जुड़ी कितनी सच्चाई सामने आ पाएगी।