तवे पर भून लें जीरा, Ayurveda डॉ. का जबरदस्त देसी नुस्खा, कोने-कोने से निकाल सकता है यूरिक एसिड

जीरा हाई यूरिक एसिड लेवल को कंट्रोल करने के लिए एक प्राकृतिक और प्रभावी उपाय है। इसके एंटीऑक्सीडेंट, एंटी इंफ्लेमेटरी और मूत्रवर्धक गुण इसे यूरिक एसिड के लिए प्रभावी बनाते हैं।

यूरिक एसिड (Uric Acid) एक आम समस्या है जिससे बहुत से लोग पीड़ित रहते हैं। सर्दियों में यह समस्या और ज्यादा बढ़ जाती है। यूरिक एसिड शरीर में उस समय बनता है जब कुछ खाद्य पदार्थों में मौजूद प्यूरिन (Purine) नामक पदार्थ टूटते हैं। वैसे तो यूरिक एसिड शरीर से मूत्र के जरिए निकल जाता है, लेकिन अधिक यूरिक एसिड (हाइपरयूरिसेमिया) होने पर कई समस्याएं पैदा कर सकता है।

​जोड़ों में यूरिक एसिड के क्रिस्टल जमा होने से होने से दर्दनाक गठिया जिसे गाउट कहते हैं और किडनी स्टोन का खतरा होता है। जाहिर है गाउट और किडनी स्टोन की समस्या दर्दनाक होती है, जिससे आपकी सामान्य कामकाज बुरी तरह प्रभावित हो सकता है।

जीरा अपनी खुशबू और स्वाद के लिए जाना जाता है। यह न केवल खाने को स्वादिष्ट बनाता है, बल्कि इसके कई स्वास्थ्य लाभ भी हैं। यह यूरिक एसिड लेवल को कम कर सकता है। theicph पर प्रकाशित एक अध्ययन  के अनुसार, जीरे के सेवन से यूरिक एसिड कम हो सकता है।

जीरे से कैसे कम होता है यूरिक एसिड

  • जीरा शरीर में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करते हैं। ऑक्सीडेटिव तनाव यूरिक एसिड के निष्कासन में बाधा डाल सकता है।
  • जीरा गठिया या यूरिक एसिड से होने वाली सूजन और दर्द को कम करने में मदद करता है।
  • जीरा एंजाइम और बाइल के स्राव को बढ़ाकर पाचन में मदद करता है। इससे प्यूरिन प्रभावी ढंग से टूटता है, जिससे यूरिक एसिड का निर्माण कम होता है।
  • जीरा एक हल्का मूत्रवर्धक है, जो पेशाब की मात्रा बढ़ाकर शरीर से यूरिक एसिड को बाहर निकालने में मदद करता है।
  • जीरा शरीर में पीएच लेवल को संतुलित करने में मदद करता है, जिससे जोड़ों और किडनी में यूरिक एसिड क्रिस्टल बनने से रोका जा सकता है।

    यूरिक एसिड के लिए जीरे का उपयोग कैसे करें?

    जीरा पानी
    सामग्री: 1 चम्मच जीरा, 1 गिलास पानी।
    तरीका: पानी उबालें और उसमें जीरा डालें।
    5–10 मिनट तक पकने दें।
    छानकर सुबह खाली पेट गर्म पिएं।
    लाभ: शरीर को डिटॉक्स करता है और यूरिक एसिड के स्तर को कम करता है।

    जीरा और नींबू डिटॉक्स

    सामग्री: 1 चम्मच जीरा पाउडर, आधे नींबू का रस, 1 गिलास गर्म पानी।
    तरीका: जीरा पाउडर और नींबू का रस गर्म पानी में मिलाएं।
    सुबह रोजाना इसका सेवन करें।
    लाभ: पाचन में सुधार करता है और शरीर को क्षारीय बनाता है।

    जीरा और हल्दी की चाय

    सामग्री: 1 चम्मच जीरा, 1/2 चम्मच हल्दी, 1 गिलास पानी।
    तरीका: सभी सामग्री को 10 मिनट तक उबालें।
    छानकर रोजाना एक बार पिएं।
    लाभ: सूजनरोधी गुणों के लिए हल्दी और जीरे का मेल बेहतर है।
    भुना हुआ जीरा पाउडर
    जीरे को सूखा भूनकर पाउडर बना लें और दही या फलों पर छिड़कें।

    डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।