हरियाणा में कड़ाके की ठंड पड़नी शुरू हो गई है। राजस्थान के साथ लगते हिसार, नारनौल, भिवानी और सिरसा में पारा जमाव बिंदु की ओर जा रहा है। इन इलाकों में पाला जमना शुरू हो गया है। आने वाले दिनों में भी ठंड से राहत की कोई उम्मीद नहीं दिख रही।
5 शहरों का तापमान हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला से भी कम दर्ज किया गया है। शिमला में न्यूनतम तापमान 4.4 डिग्री दर्ज किया गया है। जबकि हिसार में 1.7, नारनौल में 3.8, महेंद्रगढ़ में 4.2, सोनीपत में 2 और यमुनानगर में तापमान 4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।
आज सुबह महेंद्रगढ़ में हल्की धुंध नजर आई। वहीं करनाल, पंचकूला, पानीपत और जींद में सुबह से ठंडी हवाएं चल रही हैं।
17 शहरों में शीतलहर का येलो अलर्ट मौसम विभाग ने आज प्रदेश के 17 शहरों में शीतलहर (कोल्ड वेव) चलने का येलो अलर्ट जारी किया है। इससे रात के तापमान में और गिरावट आ सकती है। इन जिलों पंचकूला, अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, गुरुग्राम, मेवात, पलवल, फरीदाबाद, रोहतक, सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी, चरखी दादरी शामिल हैं।
पाले से फसलों का ऐसे करें बचाव हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के अनुसार पाले का असर अगेती सरसों, आलू, सब्जियों की नर्सरी और छोटे फलदार पौधों पर पड़ता है। प्रदेश में पाला आमतौर पर दिसंबर से फरवरी के महीने में ही पड़ता है। इसके जम जाने से पौधे को नुकसान होता है।
इससे बचाव के लिए किसान सब्जियों व फलदार पौधों में सिंचाई करें, ताकि जमीन का तापमान बढ़ सके। खेत के किनारे पर और 15 से 20 फुट की दूरी के अंतराल पर जिस ओर से हवा आ रही है, रात के समय कूड़ा-कचरा, सूखी घास आदि इकट्ठी कर धुआं करना चाहिए, ताकि तापमान बढ़ सके और पाले का प्रभाव न पड़े। फल और सब्जियों की नर्सरी को पॉलीथिन और भूसे से ढक कर रखें।
ठंड में पशुओं की देखभाल का विशेष ध्यान रखें हिसार की लाला लाजपत राय पशु चिकित्सा एवं विज्ञान विश्वविद्यालय (लुवास) ने सर्दियों में पशुओं के खाने पर विशेष ध्यान देने की बात कही है। सर्दियों में पशु कम पानी पीते हैं। इससे उनमें पानी की कमी हो जाती है। इससे दूध में गिरावट हो सकती है। पशुओं को गुनगुना पानी देना चाहिए। पशुओं को सामान्य से 0.8 प्रतिशत ज्यादा ऊर्जा से भरपूर खाना देना चाहिए। पशुओं के दूध में फैट बढ़ाने के लिए चारे में करीब 17 प्रतिशत फाइबर (हरा व सुखा चारा) शामिल करें।