20 से ज्यादा मामले दर्ज कपिल सांगवान दिल्ली के नजफगढ़ का रहने वाला है। उस पर 20 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। उसने शुरुआती पढ़ाई दिल्ली के ही विकासपुरी के स्कूल से की। 12वीं तक की पढ़ाई पूरी कर वह होटल मैनेजमेंट करने के लिए गुरुग्राम के मानेसर स्थित एमिटी यूनिवर्सिटी में पढ़ने चला गया। इसी बीच उसकी जिंदगी ने एक नया मोड लिया।
झगड़े के केस में जेल हुई थी 2014 में कपिल सांगवान उर्फ नंदू का दिल्ली के छावला इलाके में किसी के साथ झगड़ा हो गया था। जिसके बाद पुलिस ने कपिल पर आर्म्स एक्ट और झगड़े का केस दर्ज किया था। बाद में कपिल जेल में भी गया। जेल से छूटने के बाद वह छोटी-मोटी वारदातों में शामिल रहा। वहीं दूसरी तरह उसका भाई ज्योति सांगवान उर्फ बाबा कई बड़ी आपराधिक घटनाओं के चलते पहले से जेल में बंद था।
ज्योति बाबा का दुश्मन उस वक्त दिल्ली का दूसरा गैंगस्टर मंजीत महाल था। मंजित महाल के शूटर कहे जाने वाले नफे उर्फ मंत्री ने 2015 में ज्योति बाबा के जीजा सुनील उर्फ डॉक्टर का मर्डर कर दिया। दोनों के बीच पैसों को लेकर झगड़ा चल रहा था।
हरियाणा के पंचकूला में ट्रिपल हत्याकांड का मास्टरमाइंड ब्रिटेन में छिपा गैंगस्टर कपिल सांगवान उर्फ नंदू है। हरियाणा पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि नंदू ने अपने जीजा की हत्या का बदला लिया है। उसके जीजा की हत्या करीब 9 साल पहले पंचकूला में मारे गए विनीत उर्फ विक्की के बड़े भाई अशोक ने की थी।
इसी ने इनेलो के प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व MLA नफे सिंह राठी की भी हत्या करवाई थी।
पुलिस के मुताबिक हमलावरों के निशाने पर दिल्ली के नजफगढ़ के रहने वाले विनीत (30), भांजा तीर्थ (17) थे। इस फायरिंग में जींद के उचाना कलां की रहने वाली वंदना उर्फ निया (22) भी मारी गई है। तीनों 23 दिसंबर को दोस्त की बर्थडे में शामिल होने के लिए होटल में पहुंचे थे। होटल के बाहर गाड़ी में बैठते वक्त कार में आए हमलावरों ने गोलियां चलाई थीं।
2015 में हुई थी जीजा की हत्या सांगवान के जीजे की हत्या दिसंबर 2015 में अशोक प्रधान गिरोह के सदस्यों ने की थी। प्रधान फिलहाल अपने सहयोगी गैंगस्टर मंजीत महल के साथ तिहाड़ जेल में बंद है। पुलिस के मुताबिक विनीत और तीर्थ हरियाणा में जुआ रैकेट चलाते थे।
विनीत पर हत्या-डकैती के केस सोमवार को पुलिस ने बताया था कि मारे गए विनीत पर हत्या और डकैती समेत 5 आपराधिक मामले दर्ज थे। 30 जनवरी 2019 को सेक्टर 20 की मार्केट स्थित एक फाइनेंसर की दुकान में विक्की व अन्य साथियों ने मिलकर लूट की वारदात को अंजाम दिया था और गोलियां भी चलाई थीं। उसमें दीपक की मौत हो गई थी। पुलिस ने 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया था, जिसमें विक्की भी शामिल था।
इसके अलावा चंडीगढ़ में हथियार सप्लाई के मामले में विक्की पर एक केस दर्ज था। अप्रैल 2019 में यूपी के बिजनौर में विक्की पर हत्या की कोशिश का मामला दर्ज था।