अमेरिका के कैलिफोर्निया राज्य में मंगलवार को लगी आग पर आज 5 दिन बाद यानी शनिवार तक भी पूरी तरह काबू नहीं पाया जा सका है। इसमें अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है। राष्ट्रपति जो बाइडेन का कहना है कि अभी भी बहुत से लोग लापता हैं।
आग के संकट के बीच कैलिफोर्निया के सांता मोनिका शहर में लूटपाट की वारदात को अंजाम दिया गया है, जिसके बाद प्रशासन ने कर्फ्यू घोषित कर दिया। इस मामले में 20 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
रॉयटर्स के मुताबिक लॉस एंजिलिस (LA) में लगी आग से अब तक करीब 4.30 लाख करोड़ रुपए (50 अरब डॉलर) के नुकसान का अनुमान लगाया गया है। यहां पर आग को कुछ हद तक काबू तो किया गया है, लेकिन एक्सपर्ट्स को डर है कि वीकेंड में फिर से तेज हवाएं चल सकती हैं।
लॉस एंजिलिस काउंटी में गुरुवार को लगभग 1 करोड़ लोगों को गलत फायर एक्जिट अलर्ट (आग वाले इलाकों से बाहर निकलने का मैसेज) भेज दिया गया। यह सिलसिला शुक्रवार को भी जारी रहा। इसे लेकर इमरजेंसी मैनेजमेंट के अधिकारियों को कहना है कि सेलफोन टावरों में आग की वजह से यह समस्या हो रही है।
वॉटर हाइड्रेंट में पानी खत्म होने की जांच के आदेश
कैलिफोर्निया में कई जगहों पर वॉटर हाइड्रेंट सूख गए हैं। NYT के मुताबिक राज्य के गवर्नर गैविन न्यूजॉम ने शुक्रवार जांच के आदेश दिए हैं कि वॉटर हाइड्रेंट में इतनी जल्दी पानी कैसे खत्म हो गया।
कैलिफोर्निया की आग में अब तक क्या-क्या हुआ…
- पेरिस हिल्टन, टॉम हैंक्स, स्टीवन स्पिलबर्ग जैसे हॉलीवुड सेलेब्रिटीज के घर जल गए।
- उप-राष्ट्रपति कमला हैरिस का घर खाली करा लिया गया है।
- राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इटली का दौरा रद्द कर दिया।
- डोनाल्ड ट्रम्प ने आग का जिम्मेदार मौजूदा बाइडेन प्रशासन को ठहराते हुए कहा- बाइडेन मेरे लिए यही छोड़ कर जा रहे हैं।
पहली- किसी शख्स ने कैलिफोर्निया को आग के हवाले किया
सोशल मीडिया पर दावे चल रहे हैं कि एक शख्स ने जंगल में आग लगाना शुरू किया जिसने फैलते-फैलते बड़ा रूप ले लिया। लॉस एंजिलिस पुलिस ने इस मामले में एक संदिग्ध को हिरासत में लिया है। हालांकि वहां के फायर चीफ डेविड अकूना ने इस दावे का खंडन किया है कि किसी के आग लगाने से वाइल्ड फायर शुरू हुई है। अकूना ने कहा इस बात का कोई सबूत नहीं है किसी ने इस आग को भड़काया है।
दूसरी- सांता सना हवाओं ने लगाई अमेरिका में आग
कैलिफोर्निया का लॉस एंजिलिस शहर पहाड़ों के बीच बसा है। यहां चीड़ के जंगल हैं। मंगलवार को चीड़ के सूखें पेड़ जलने से आग शुरू हुई। अगले कुछ घंटे में आग ने लॉस एंजिल्स के बड़े इलाके को अपनी चपेट में ले लिया। शहर की हवा जहरीली हो गई है। यहां AQI 350 पार हो गया है।
जंगलों में आग भड़कने के बाद करीब 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चली ‘सांता सना’ हवाओं ने आग को तेजी से भड़का दिया। आमतौर पर पतझड़ के मौसम में चलने वाली ये हवाएं काफी गर्म होती हैं। ये दक्षिण कैलिफोर्निया को सबसे ज्यादा प्रभावित करती हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक अभी भी हवाओं की रफ्तार काफी तेज बनी हुई है, इस वजह से आग लगातार फैलती जा रही है।
कैलिफोर्निया में पिछले 50 सालों में 78 से ज्यादा बार लगी आग
कैलिफोर्निया में कई सालों से सूखे के हालात हैं। इलाके में नमी की कमी है। इसके अलावा यह राज्य अमेरिका के दूसरे इलाकों की तुलना में काफी गर्म है। यही वजह है कि यहां पर गर्मी के मौसम में अक्सर जंगलों में आग लग जाती है। यह सिलसिला बारिश का मौसम आने तक जारी रहता है। हालांकि, बीते कुछ सालों से हर मौसम में आग लगने की घटनाएं बढ़ी हैं।
पिछले 50 सालों में कैलिफोर्निया के जंगलों में 78 से ज्यादा बार आग लग चुकी है। कैलिफोर्निया में जंगलों के पास रिहायशी इलाके बढ़े हैं। ऐसे में आग लगने पर नुकसान ज्यादा होता है।
1933 में लॉस एंजिलिस के ग्रिफिथ पार्क में लगी आग कैलिफोर्निया की सबसे बड़ी आग थी। इसने करीब 83 हजार एकड़ के इलाके को अपनी चपेट में ले लिया था। करीब 3 लाख लोगों को अपना घर छोड़कर दूसरे शहरों जाना पड़ा था।