UP Assistant manager Suicide Case: दिल्ली पुलिस के एसीपी समेत चार पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज

UP Assistant manager Suicide Case: बहुराष्ट्रीय कंपनी के असिस्टेंट मैनेजर की संदिग्ध हालात में मौत के मामले में दिल्ली पुलिस के एसीपी समेत चार के खिलाफ गाजियाबाद पुलिस ने हत्या की धारा में रिपोर्ट दर्ज की है। 14 मार्च को अनुज यादव का शव राजनगर एक्सटेंशन स्थित उनके फ्लैट में फंदे पर लटका मिला था। बृहस्पतिवार को अनुज के पिता एसएसपी कलानिधि नैथानी से मिले थे, जिसके बाद देर रात 10 बजे थाना नंदग्राम पुलिस ने केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।

मिला था सुसाइड नोट

एसएचओ नंदग्राम नीरज कुमार ने बताया कि मथुरा के मूल निवासी श्यामवीर सिंह की तहरीर पर अनुज की पत्नी अमीषा, दिल्ली पुलिस में एसीपी उनके ससुर विनोद आनंद, सास मंजू व साले युवराज के खिलाफ हत्या की धार में केस दर्ज किया गया है। एसीपी विनोद राष्ट्रपति सुरक्षा में तैनात बताए गए हैं। पुलिस के मुताबिक राजनगर एक्सटेंशन स्थित सिग्नेचर हाईट्स सोसायटी निवासी अमीषा ने 14 मार्च की दोपहर सूचना दी थी कि पति अनुज यादव ने फांसी लगा ली है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हैंगिंग यानी फांसी लगने से मौत की पुष्टि हुई थी। एसएचओ ने बताया कि घटनास्थल से सुसाइड नोट भी मिला था, जिसमें अनुज ने खुद को मौत का जिम्मेदार बता दबाव न झेल पाने की बात लिखी थी।

हत्या की धमकी देते थे

मथुरा के मूल निवासी अनुज के पिता श्यामवीर सिंह भी बहुराष्ट्रीय कंपनी में सहायक महाप्रबंधक हैं। वह प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता नाहर सिंह यादव व जिलाध्यक्ष प्रताप सिंह के साथ बृहस्पतिवार को एसएसपी से मिले और बताया कि उनके बेटे ने बीटेक के बाद आइआइएम से एमबीए किया था और सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रहा था। वह फांसी नहीं लगा सकता। कहा कि अमीष व अनुज की शादी के दस्तावेज बना एसीपी व उनका परिवार अनुज को परेशान कर रहा था। दोनों की शादी में उन्हें पता भी नहीं चला। आरोप लगाया कि अमीषा व उनका परिवार अनुज से रुपये ऐंठते थे और नहीं देने पर झूठे केस में फंसाने और हत्या की धमकी देते थे। उनके मुताबिक अनुज ने इस बारे में अपनी मां को भी बताया था। आरोप लगाया कि अमीष व उनके परिवार के लोगों ने 14 मार्च को अनुज की हत्या कर दी और साक्ष्य मिटाकर आत्महत्या का नाम दे दिया।

तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। साक्ष्यों के आधार पर विवेचना कर निष्पक्ष कार्रवाई के आदेश दिए हैं।