अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प आज यानी 1 फरवरी को कनाडा और मेक्सिको पर 25% और चीन पर 10% टैरिफ लगा दिया है। इसे लेकर उन्होंने एग्जीक्यूटिव ऑर्डर पर साइन किए। इस दौरान जब ट्रम्प से पूछा गया कि क्या ये देश टैरिफ में देरी के लिए कुछ कर सकते हैं। उन्होंने जवाब दिया कि वे अब कुछ नहीं कर सकते।
इससे पहले कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा था कि हम नहीं चाहते हैं कि ऐसा कुछ हो, लेकिन अगर वो आगे बढ़ते हैं तो हम भी कार्रवाई करेंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कनाडा जवाबी कार्रवाई के तौर पर ट्रम्प के होम स्टेट फ्लोरिडा के ऑरेंज जूस पर टैरिफ लगा सकता है।
वहीं मेक्सिको की राष्ट्रपति क्लाउडिया शिनबाम ने कहा कि वो हालात का जायजा लेकर ही आगे का फैसला करेंगी। हालांकि उन्होंने चेतावनी दी है कि मेक्सिको भी जवाबी कार्रवाई कर सकता है। शिनबाम ने कहा- हम हमेशा अपने लोगों के सम्मान के लिए बिना किसी दबाव के बात करने को हैं।
इन देशों पर अवैध ड्रग भेजने का आरोप
शुक्रवार को व्हाइट हाउस की प्रवक्ता कैरोलिन लेविट ने कहा था कि डोनाल्ड ट्रम्प शनिवार से कनाडा और मेक्सिको से इंपोर्ट पर 25% और चीनी सामान पर 10% टैरिफ लगाएंगे। क्योंकि इन देशों ने हमारे देश से हमारे देश अवैध फेंटेनाइल ड्रग पहुंच रहा है, जिससे लाखों अमेरिकी मारे गए हैं।
फेंटेनाइल एक ताकतवर सिंथेटिक ओपिओइड यानी ड्रग है। इसका का ओवरडोज दिमाग में ऑक्सीजन की सप्लाई को कम कर देता है। इससे इंसान कोमा में जा सकता है, या उसकी मौत भी हो सकती है।
कनाडा-मेक्सिको को ऑयल इंपोर्ट में छूट मिल सकती है
गुरुवार को ट्रम्प ने कहा था कि मैं कनाडा और मेक्सिको पर 25% टैरिफ लगाऊंगा, क्योंकि इन देशों के साथ हमारा घाटा बहुत ज्यादा है। हालांकि ट्रम्प ने कहा था कि वो मेक्सिको और कनाडा को ऑयल इंपोर्ट में छूट देने के बारे में सोच सकते हैं।
एनर्जी इन्फॉर्मेशन एडमिनिस्ट्रेशन के मुताबिक पिछले साल अक्टूबर में अमेरिका ने कनाडा से हर दिन लगभग 46 लाख बैरल ऑयल और मेक्सिको से 5.63 बैरल ऑयल इंपोर्ट किया। जबकि उस महीने में अमेरिका का एवरेज डेली प्रोडक्शन लगभग 1.35 करोड़ बैरल प्रतिदिन था।
कनाडा और मेक्सिको के साथ US का फ्री ट्रेड एग्रीमेंट
गौरतलब है कि अमेरिका का कनाडा और मेक्सिको के साथ फ्री ट्रेड एग्रीमेंट है। इसके तहत इन देशों के बीच होने वाले किसी भी तरह के आयात-निर्यात पर टैरिफ (शुल्क) नहीं लगता है। ट्रम्प ने अपने पिछले कार्यकाल में मेक्सिको और कनाडा के साथ नॉर्थ अमेरिका फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (NAFTA) किया था।
ट्रम्प अगर सत्ता में आने के बाद इन देशों पर टैरिफ लगाते हैं तो ये समझौते का उल्लंघन होगा।
इन तीनों देशों ने 2023 में अमेरिका से 1 ट्रिलियन डॉलर (करीब 85 लाख करोड़ रुपए) से ज्यादा का सामान खरीदा था। वहीं, 1.5 ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा की बेची थीं। रिपोर्ट के मुताबिक ट्रम्प के टैरिफ वॉर का सबसे ज्यादा असर ऑटो सेक्टर, कृषि, टेक्नोलॉजी, पार्ट्स-पुर्जे पर होगा। टैरिफ लगने के बाद इन चीजों की कीमत में इजाफा हो जाएगा।
67% अमेरिकियों को महंगाई बढ़ने की चिंता
PWC के एक सर्वे में शामिल 67% अमेरिकियों का मानना है कि कंपनियां बढ़ी हुई टैरिफ का बोझ ग्राहकों पर डालेंगी। एवोकाडो से लेकर बच्चों के खिलौने, चॉकलेट, कपड़े, गहने और कारों तक के दाम दाम डेढ़ गुना तक बढ़ सकते हैं।