बरेली हिंसा में घर छोड़ने वाले मुस्लिम परिवार वापस आएंगे:40 परिवारों ने घर छोड़े थे, 11 लौटे; बोले- हम कई दिन सड़क किनारे भूखे रहे

बरेली में 6 महीने भड़की हिंसा में घर छोड़ने वाले मुस्लिम परिवार घर वापस आ रहे हैं। पहल हो चुकी है, 11 परिवार अपने घरों में वापस आ चुके हैं।

19 जुलाई, 2024 को मोहर्रम जुलूस के दौरान सांप्रदायिक हिंसा हुआ था। प्रशासन सख्त हुआ और दंगा भड़काने वालों पर कार्रवाई शुरू की थी।

इसमें 50 से ज्यादा दंगाइयों को जेल भेजा था, 14 घरों पर बुलडोजर चला था। इससे डरकर कई परिवार घर छोड़कर भागे थे।

11 परिवार, जो अपने घरों में वापस आ चुके हैं, उनका कहना था कि घर से भागने के बाद कई दिन सड़क के किनारे टेंट लगाकर रहे, पैसे नहीं थे इसलिए भूखे रहना पड़ा। अपने घर आने की खबर सुनकर सभी खुशी के आंसू छलक आए।

बरेली प्रशासन के मुताबिक, करीब 40 मुस्लिम परिवार अपने घर छोड़कर गए थे। बचे हुए 29 परिवार भी अधिकारियों के संपर्क में हैं, जल्द वह भी अपने घरों में आ जाएंगे।

तेजपाल की मस्जिद में हुई थी हत्या

19 जुलाई को हीरालाल के बेटे तेजपाल की घर से खींचकर मस्जिद में ले जाकर हत्या कर दी गई थी। मामले में हीरालाल ने शाही थाने में मुकदमा करवाया था।जिसके बाद बवाल हुआ था। कई थानों की पुलिस और पीएसी को लगाना पड़ा था।

इस दौरान 50 से अधिक मुस्लिम परिवार डर के कारण गांव से पलायन कर गए थे। CO सिटी पंकज श्रीवास्तव ने बताया कि इसमें रुकसाना, परवीन, शबनम, सफिकन, शाहेनूर, मोमिन, सहाना, साबिया, हाजरा, अरमाना, लइकन की घर वापसी कराई थी।

सड़कों और रिश्तेदारियों में गुजारे 6 महीने

6 महीने से 40 मुस्लिम परिवार अपना घर छोड़कर सड़कों पर गुजारा कर रहे थे। कई घरों में चोरियां हो गईं थी। परिवार दाने-दाने का मोहताज था। घर के मर्द दंगे के आरोप में जेल में बंद थे। डर की वजह से महिलाएं अपने बच्चों के साथ दर दर भटक रही थीं।

समाजवादी पार्टी का डेलिगेशन DM-SSP से मिला था

दो दिन पहले ये सभी परिवार समाजवादी पार्टी के डेलिगेशन के साथ डीएम और एसएसपी से मिले थे। सपा के जिलाध्यक्ष शिव चरण कश्यप ने बताया कि 40 मुस्लिम परिवार दाने दाने के मोहताज हैं।

इसकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। जिस वजह से आज हम इन सभी को लेकर अधिकारियों से मिलने आए हैं कि इन सबकी घर वापसी करवाई जाए। उन्होंने बताया कि बच्चों के बोर्ड एग्जाम है, लेकिन ये लोग अपने घरों में नहीं जा पा रहे हैं।

51 दंगाई गए जेल, 14 घरों पर चला बुलडोजर

पुलिस ने मुकदमा कर 51 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। 14 दंगाइयों के घरों पर पुलिस प्रशासन ने बुलडोजर की कार्रवाई की थी।

इसके बाद गांव से कई सारे विशेष समुदाय के लोग पलायन कर गए थे। इस मामले में मुख्य आरोपी बख्तावर के खिलाफ NSA के तहत भी कार्रवाई की गई थी। सभी आरोपी अभी भी जेल में हैं।

गांव में बढ़ाई गई सुरक्षा, छावनी में तब्दील हुआ

गौसगंज गांव में पुलिस चौकी भी बना दी गई है, जिसमें 365 दिन और 24 घंटे पुलिसकर्मी तैनात रहते हैं। पूरे गांव को सीसीटीवी कैमरा से लैस कर दिया गया है, ताकि गांव में होने वाली हर गतिविधि पर नजर बनाए रखी जाए।