हिसार से कांग्रेस के बागी मेयर उम्मीदवार BJP में शामिल:सैलजा समर्थक राड़ा, भूपेंद्र हुड्‌डा ने पार्टी से निकालने की चेतावनी दी थी

हरियाणा में निकाय चुनाव के बीच कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। हिसार से कांग्रेस के बागी नेता रामनिवास राड़ा ने बुधवार सुबह चंडीगढ़ में भाजपा जॉइन कर ली। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने उन्हें पटका पहनाकर पार्टी में स्वागत किया।

सिरसा से कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा के करीबी राड़ा कांग्रेस पार्टी से मेयर का टिकट मांग रहे थे। जब उन्हें टिकट नहीं मिला तो उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर अपना नामांकन दाखिल कर दिया। आज वह अपना नामांकन वापस लेकर भाजपा उम्मीदवार प्रवीन पोपली को समर्थन देंगे। एक दिन पहले भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा ने उन्हें पार्टी से निकालने की चेतावनी दी थी।

उदयभान बोले- राड़ा जाते हैं तो जाएं

राड़ा के भाजपा जॉइन करने पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष उदयभान ने कहा- रामनिवास राड़ा को हमने विश्वास जताकर विधानसभा का टिकट दिया था, लेकिन वह हार गए। जब पार्टी को संघर्ष करना था, उन दिनों में वह राज के साथ चले गए। ऐसे नेता अगर जाते हैं तो जाएं। इनके रहने से भी पार्टी का कोई भला नहीं होता। जहां तक मनाने की बात है, इन्होंने पार्टी को न तो इस्तीफा दिया और न ही जानकारी। ऐसे में BJP जॉइन के बाद मनाने का समय अब निकल गया है।

राड़ा ने समर्थकों की बुलाई थी मीटिंग

मेयर टिकट न मिलने से नाराज होकर 16 फरवरी को राड़ा ने हिसार में अपने समर्थकों की मीटिंग बुलाई थी। तभी से चर्चा थी कि वह भाजपा में शामिल हो सकते हैं। एक दिन पहले पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा हिसार आए थे, लेकिन राड़ा को मनाने की कोशिश नहीं की गई। जब हुड्‌डा से रामनिवास राड़ा के निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन भरने को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने राड़ा को पार्टी से निकालने की चेतावनी दी।

भाजपा से भी टिकट का आवेदन किया था

रामनिवास राड़ा ने निकाय चुनाव के ऐलान से एक महीना पहले ही हिसार से मेयर का चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया था। वह कांग्रेस और भाजपा दोनों से टिकट की कोशिश कर रहे थे। जब भाजपा ने मेयर उम्मीदवार के लिए आवेदन मांगे तो राड़ा ने भी टिकट के लिए आवेदन किया था। तब चर्चा थी कि हिसार से पूर्व भाजपा विधायक डॉ. कमल गुप्ता ने राड़ा की पैरवी की थी।

हालांकि, राड़ा को न कांग्रेस से टिकट मिला और न ही भाजपा से। कांग्रेस ने कृष्ण सिंगला को उम्मीदवार बना दिया और भाजपा ने प्रवीन पोपली को। इसके बाद नामांकन दाखिल करने के आखिरी दिन राड़ा ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन भर दिया।

अब सिलसिलेवार ढंग से जानिए रामनिवास राड़ा की कांग्रेस से नाराजगी

2024 विधानसभा चुनाव सावित्री जिंदल से हारे

2024 में हुए विधानसभा चुनाव में रामनिवास राड़ा भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा गुट के बजरंग दास गर्ग का टिकट कैंसिल करवाकर खुद कांग्रेस का टिकट लेकर आए थे। तब वह निर्दलीय उम्मीदवार सावित्री जिंदल से चुनाव हार गए। राड़ा इस चुनाव में दूसरे नंबर पर रहे थे। चुनाव में सावित्री जिंदल को 49,231, रामनिवास राड़ा को 30,290 और डॉ. कमल गुप्ता को 17,3825 वोट मिले।

राड़ा ने हुड्डा गुट पर लगाया चुनाव हराने का आरोप

रामनिवास राड़ा ने चुनाव हारने के बाद हुड्‌डा गुट पर चुनाव हरवाने के आरोप लगाए। राड़ा ने कहा था, ‘भूपेंद्र सिंह हुड्डा के कांग्रेस गुट ने उन्हें चुनाव में हराने का काम किया। इसमें भूपेंद्र हुड्डा, सांसद जयप्रकाश, कांग्रेस नेता बजरंग दास गर्ग, बीर सिंह ख्याली समेत कई अन्य नेता शामिल हैं। इन्होंने चुनाव में सावित्री जिंदल की मदद की और मेरा विरोध किया। निकाय चुनाव में मैं इसकी भरपाई करूंगा।’

राड़ा ने कांग्रेस से शिकायत की, कार्रवाई नहीं हुई

चुनाव में हार के बाद कांग्रेस की फैक्ट एंड फाइंडिंग कमेटी के सामने भी रामनिवास राड़ा ने शिकायत की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। कमेटी के सामने राड़ा ने कहा था, ‘कांग्रेस ने ही कांग्रेस को हराने का काम किया। हिसार के 7-8 नेताओं ने भीतरघात किया। यह नेता हरियाणा के एक गुट से जुड़े हैं। मेरी मदद सिर्फ कुमारी सैलजा ने की। मैं उन नेताओं के घर 2 से 3 बार मदद मांगने गया, लेकिन मेरा टाइम खराब किया।

3, 4 और 5 अक्टूबर को कांग्रेस कार्यकर्ताओं को खूब टेलिफोन घुमाए। उनका एक ही इशारा था कि रामनिवास राड़ा को हराओ, सावित्री जिंदल को जिताओ। मैंने प्रचार के लिए स्टार प्रचारकों में राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और अशोक गहलोत के दौरे के लिए अप्लाई किया था, लेकिन यहां के सीनियर नेताओं ने किसी स्टार प्रचारक का दौरा नहीं होने दिया।’