हरियाणा में निकाय चुनाव के बीच सिरसा से कांग्रेस विधायक गोकुल सेतिया ओर कांडा बंधु आमने-सामने हो गए हैं। गोकुल सेतिया ने भाजपा नेता गोबिंद कांडा पर पलटवार करते हुए कहा कि “हमने गीतिका तो नहीं मारी। यह व्यक्ति अपना मानिसक संतुलन खो चुका है। यह नॉनसेंस आदमी है। उसकी बेतुकी बातों का जवाब नहीं देना चाहते।”
दरअसल, गोबिंद कांडा ने चुनावी सभा के दौरान कहा था कि “गोकुल सेतिया ने शहर में आतंक फैला रखा है। उसके नाना स्व.लक्ष्मण दास अरोड़ा ने सिरसा का विकास नहीं करवाया।”
सेतिया ने गोपाल कांडा की नशा तस्कर संग फोटो शेयर की
एक दिन पहले गोकुल सेतिया ने फेसबुक पर पोस्ट कर गोपाल कांडा के साथ एक अफीम तस्कर की फोटो शेयर की थी। गौरव शर्मा नाम के युवक को सोमवार को ही एंटी नारकोटिक्स ब्यूरो की टीम ने 2 किलो अफीम के साथ पकड़ा था। गौरव शर्मा को वार्ड नंबर-14 से भाजपा-हलोपा प्रत्याशी अंग्रेज बठला ने हलोपा जॉइन करवाई थी।
हलोपा का पटका गले में डाले हुए गौरव ने गोपाल कांडा के साथ फोटो भी खिंचवाई थी। फोटो में गोपाल कांडा के पास खड़े अंग्रेज बठला ने गौरव के कंधे पर हाथ रखा हुआ था।
विधानसभा चुनाव में सेतिया और कांडा के समर्थक भिड़े थे
हरियाणा में 5 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव की वोटिंग के दिन कांग्रेस उम्मीदवार गोकुल सेतिया और भाजपा समर्थित हलोपा उम्मीदवार गोपाल कांडा के समर्थक आपस में भिड़ गए थे। सेतिया ने आरोप लगाया था कि 6 बजे के बाद भी पोलिंग बूथ का गेट खुला रखा गया और पैसे बांटे गए। सेतिया पोलिंग बूथ के गेट पर चढ़ गए।
इसके बाद बीजेपी-गोपाल कांडा के समर्थक भी बूथ के बाहर जुटने लगे और आमने-सामने हो गए। स्थिति को शांत करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा था।
क्या है गीतिका सुसाइड केस, जिसका सेतिया ने जिक्र किया
गीतिका शर्मा सुसाइड केस में फंसे थे कांडा
गोपाल कांडा की कंपनी MDLR एयरलाइंस की पूर्व डायरेक्टर गीतिका शर्मा ने 5 अगस्त 2012 को दिल्ली के अशोक विहार स्थित अपने फ्लैट में सुसाइड कर लिया था। उसने फंदा लगाकर जान दे दी। पुलिस को गीतिका के घर से सुसाइड नोट मिला था, जिसमें उसने सुसाइड के लिए गोपाल कांडा और एयरलाइंस कंपनी MDLR की मैनेजर अरुणा चड्ढा को जिम्मेदार ठहराया।
गीतिका ने लिखा था कि मैं अपने आप को खत्म कर रही हूं। मेरा विश्वास टूट गया है। मेरे साथ धोखा किया गया। गोपाल कांडा और अरूणा चड्ढा ने मेरा विश्वास तोड़ा।
2023 में कांडा केस से बरी हुए
इस केस में दिल्ली पुलिस ने गोपाल कांडा और अरुणा चड्ढा के खिलाफ केस दर्ज किया था। उस समय गोपाल कांडा को गृह राज्य मंत्री पद से इस्तीफा भी देना पड़ा था। कांडा इस मामले में 18 महीने जेल में भी रहे। हालांकि, साल 2023 में सुसाइड केस में दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने गोपाल कांडा को बरी कर दिया था।