कांग्रेस ने शीर्ष नेतृत्व ने शुक्रवार को केरल विधानसभा चुनाव को लेकर दिल्ली के इंदिरा भवन में करीब 3 घंटे मीटिंग की। सूत्रों के मुताबिक बैठक में केरल के नेताओं को सख्त चेतावनी दी गई। कहा गया है कि पार्टी हित के खिलाफ टिप्पणी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इस बात को कांग्रेस सांसद शशि थरूर के हाल में दिए पार्टी विरोधी बयान को लेकर देखा जा रहा है। उन्होंने कहा था- मैं कांग्रेस में हूं, लेकिन अगर पार्टी को मेरी जरूरत नहीं है तो मेरे पास भी विकल्प मौजूद है।
सूत्रों के मुताबिक बैठक में राहुल गांधी ने कहा- केरल में गांधी परिवार और वहां के लोगों के बीच भावनात्मक जुड़ाव है। हमें ऐसा कुछ भी नहीं करना या कहना चाहिए जो पार्टी लाइन के खिलाफ हो, क्योंकि ऐसा करने का मतलब है कि हम केरल के लोगों का अपमान कर रहे हैं।
बैठक में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, AICC महासचिव के सी वेणुगोपाल, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, केरल कांग्रेस प्रमुख के सुधाकरन और केरल विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के नेता वी डी सतीशन समेत कई लोग मौजूद रहे।
केरल के लोगों का अपमान नहीं करना चाहिए
केरल में पार्टी मामलों की प्रभारी दीपा दासमुंशी ने कहा- हमारे पार्टी अध्यक्ष खड़गे जी ने कहा कि हम सभी को पार्टी में अनुशासन का पालन करना चाहिए। दूसरी बात नेताओं को एकजुट होना चाहिए और सामूहिक नेतृत्व होना चाहिए।
उन्होंने कहा- हमें अपने पार्टी कार्यकर्ताओं को कम नहीं आंकना चाहिए। राहुल जी ने कहा कि वे 5 साल से केरल में हैं और वे केरल के लोगों के साथ भावनात्मक जुड़ाव को समझते हैं। इसलिए हमें केरल के लोगों का अपमान नहीं करना चाहिए। इसमें कोई संदेह नहीं है कि केरल कांग्रेस पार्टी में कोई भी एलडीएफ या भाजपा समर्थक नहीं है।
दीपा ने कहा…
कि अगले कुछ महीनों में पार्टी ने कई कार्यक्रमों की योजना बनाई है, जिसकी शुरुआत अप्रैल में कार्यकर्ताओं के राज्य कांग्रेस सम्मेलन से होगी, जिसमें खड़गे और गांधी शामिल होंगे। मीडिया में गलत बताया है कि केरल में कांग्रेस पार्टी में कोई एकता नहीं है। यहां सभी ने एलडीएफ और भाजपा के खिलाफ जोरदार तरीके से अपनी बात रखी है। नेता पूरी तरह एकजुट हैं।
थरूर से नहीं मांगा गया स्पष्टीकरण
सूत्र के मुताबिक बैठक के दौरान थरूर ने संगठन को मजबूत करने पर जोर दिया। उनकी हालिया टिप्पणियों पर उनसे कोई स्पष्टीकरण नहीं मांगा गया। क्योंकि वे कह चुके हैं कि मलयालम पॉडकास्ट में उनकी टिप्पणियों के इंग्लिश ट्रांसलेट को गलत तरीके से बताया गया।
रमेश चेन्निथला ने कहा- विधानसभा चुनाव में कांग्रेस एक साथ लड़ेगी और कोई मतभेद नहीं है। सभी एकजुट होंगे और केरल के लोगों के लिए लड़ेंगे क्योंकि केरल सरकार सभी मोर्चों पर पूरी तरह विफल रही है। हम लड़ेंगे और जीतेंगे और 2026 में यूडीएफ सरकार बनेगी।
शशि थरूर के दिए 3 बयान…
23 फरवरी: शशि थरूर ने कहा- पार्टी को मेरी जरूरत नहीं तो मेरे पास भी विकल्प
कांग्रेस सांसद शशि थरूर पार्टी के खिलाफ बगावती तेवर दिखाए थे। उन्होंने कहा था कि मैं कांग्रेस में हूं, लेकिन अगर पार्टी को मेरी जरूरत नहीं है तो मेरे पास भी विकल्प मौजूद है। हालांकि थरूर ने पार्टी बदलने की अफवाहों का खंडन करते हुए कहा कि भले ही विचारों में अंतर हो, लेकिन वह ऐसा नहीं मानते।
25 फरवरी: पीयूष गोयल के साथ फोटो शेयर की, लिखा- मिलकर अच्छा लगा
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के साथ की फोटो X पर शेयर की Lr। तस्वीर में उनके साथ ब्रिटेन के ट्रेड सेक्रेटरी जोनाथन रेनॉल्ड्स भी नजर आए थे।
पहला- 22 फरवरी: थरूर ने X पर पोस्ट कर लिखा- बुद्धिमान होना कभी-कभी मूर्खता कहलाती है। उन्होंने अंग्रेजी कवि थॉमस ग्रे की कविता ‘ओड ऑन ए डिस्टेंट प्रॉस्पेक्ट ऑफ ईटन कॉलेज’ का एक कोट शेयर किया और लिखा- ‘जहां लोगों को अज्ञानता में खुशी मिलती है, वहां बुद्धिमानी दिखाना मूर्खता है।’
दूसरा- 18 फरवरी: थरूर दिल्ली में राहुल गांधी से मिले। उन्होंने पार्टी में किनारे किए जाने पर राहुल से नाराजगी जताई। उन्होंने कहा, ‘मुझे संसद में महत्वपूर्ण बहसों में बोलने का मौका नहीं मिलता। पार्टी में मुझे इग्नोर किया जा रहा है। मैं पार्टी में अपनी स्थिति को लेकर असमंजस में हैं। राहुल गांधी मेरी भूमिका स्पष्ट करें।’