बलूच लड़ाकों ने पाकिस्तान में ट्रेन हाईजैक की:30 सैनिक मारे, सेना के ऑपरेशन में 27 विद्रोही ढेर; आर्मी ने 214 में से 155 बंधक छुड़ाए

पाकिस्तान में बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने मंगलवार को जाफर एक्सप्रेस पर हमला कर उसे हाईजैक कर लिया। अब करीब 24 घंटे बाद सेना के ऑपरेशन में 27 विद्रोहियों को मारा जा चुका है।

क्वेटा से पेशावर जा रही इस ट्रेन में 425 लोग सवार थे। इन पैसेंजर्स में पाकिस्तानी सैनिक और पुलिसवाले शामिल थे। BLA ने इन पैसेंजर्स में से 214 को बंधक बना लिया, जबकि 30 पाकिस्तानी सैनिकों की हत्या कर दी।

न्यूज एजेंसी AFP के मुताबिक सिक्योरिटी फोर्सेज ने 155 बंधकों को रिहा करा लिया है। बाकी की रिहाई के लिए ऑपरेशन जारी है।

BLA ने बंधक बनाए गए पैसेंजर्स को युद्धबंदी कहा है, और इनके बदले पाकिस्तान की जेल में बंद बलूच कार्यकर्ताओं, राजनैतिक कैदियों, गायब लोगों, लड़ाकों और अलगाववादी नेताओं की बिना शर्त रिहाई की मांग की है।

इसके लिए BLA ने मंगलवार रात 10 बजे पाकिस्तान सरकार को 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया है। BLA का कहना है कि यह फैसला बदलेगा नहीं।

बलूचिस्तान के बोलान जिले में हुआ हमला

जाफर एक्सप्रेस सुबह 9 बजे क्वेटा से पेशावर के लिए चली थी। इसके सिबि पहुंचने का टाइम 1.30 बजे था। इसके पहले ही दोपहर करीब 1 बजे बलूचिस्तान के बोलान जिले के माशकाफ इलाके में हमला हुआ। रात 10 बजे 8 घंटे बाद तक भी ट्रेन पूरी तरह BLA के लड़ाकों के नियंत्रण में थी।

पिछले साल 25 और 26 अगस्त 2024 की दरमियानी रात BLA ने इस ट्रेन के रूट में कोलपुर और माच के बीच एक ब्रिज को उड़ा दिया था। इसके चलते ट्रेन की सर्विस रोक दी गई थी। 11 अक्टूबर 2024 से ट्रेन सर्विस फिर से शुरू हो गई थी।

पाकिस्तानी मंत्री बोले- ये कायर लड़ाके हैं

पाकिस्तान के गृह राज्य मंत्री तलाल चौधरी ने कहा कि सिक्योरिटी फोर्सेज ने कुछ यात्रियों को रिहा कर लिया है। कई लोगों को ट्रेन से उतारकर पहाड़ी इलाकों में ले जाया गया है। BLA के लड़ाके महिलाओं और बच्चों को ढाल के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं।

सेना के जवान सावधानी से काम कर रहे हैं, क्योंकि इसमें लोगों की जान जाने का खतरा है। ऑपरेशन अभी भी जारी है। ये लड़ाके कायर हैं। वे आसान टारगेट चुनते हैं और छिपकर हमला करते हैं।

पाकिस्तान के मंत्री मोहसिन नकवी ने कहा कि हम ऐसे जानवरों से कोई समझौता नहीं करेंगे, जिन्होंने बेकसूर यात्रियों पर गोलीबारी की। पाकिस्तानी सेना ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है।

संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने हमले की निंदा की है। साथ ही बलूच लड़ाकों से बंधकों की रिहाई के लिए कहा है।

पहाड़ी इलाके का फायदा उठाकर BLA ने किया अटैक

बलूच लिबरेशन आर्मी ने बोलान के माशकाफ में गुडालार और पीरू कुनरी के बीच इस हमले को अंजाम दिया। यह पहाड़ी इलाका है, जहां 17 सुरंगें हैं, इसके चलते ट्रेन को धीमी स्पीड पर चलाना पड़ता है। इसका फायदा उठाकर BLA ने ट्रेन पर हमला किया।

सबसे पहले बलूच आर्मी ने माशकाफ में टनल नंबर-8 में रेलवे ट्रैक को उड़ा दिया। इससे जाफर एक्सप्रेस डिरेल हो गई। इसके बाद BLA ने फायरिंग शुरू कर दी। फायरिंग में ट्रेन का ड्राइवर भी घायल हुआ।

इस ट्रेन में सुरक्षाबल, पुलिस और ISI के एजेंट्स सफर कर रहे थे। सभी पंजाब जा रहे थे। इन्होंने BLA के हमले का जवाब दिया, लेकिन BLA ने ट्रेन पर कब्जा कर लिया। इस दौरान कई सुरक्षाकर्मी मारे गए।

घटना की जानकारी मिलने पर पाकिस्तान आर्मी ने BLA पर जमीनी फायरिंग की और हवा से बम भी बरसाए, लेकिन BLA लड़ाकों ने किसी तरह आर्मी के जमीनी ऑपरेशन को रोक दिया।

BLA ने कहा- कत्ल-ए-आम की जिम्मेदार पाकिस्तानी सेना होगी

एक बयान में BLA ने कहा कि हमारे लड़ाकों ने माशकाफ, धादर और बोलान में इस ऑपरेशन को प्लान किया। हमने रेलवे ट्रैक को उड़ा दिया, जिसकी वजह से जाफर एक्सप्रेस रुकना पड़ा। इसके बाद हमारे लड़ाकों ने इस ट्रेन पर कब्जा कर लिया और यात्रियों को बंधक बना लिया।

बंधकों में पाकिस्तानी सेना, पुलिस, एंटी-टेररिज्म फोर्स (ATF) और इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) के एक्टिव ड्यूटी कर्मचारी शामिल हैं, जो पंजाब जा रहे थे। हमने महिलाओं, बच्चों और बलूच यात्रियों को छोड़ दिया है और सिर्फ पाकिस्तानी सुरक्षा बलों के कर्मियों को बंधक बनाया गया है।

इस ऑपरेशन का नेतृत्व BLA की फिदायीन यूनिट और मजीद ब्रिगेड कर रही है, जिन्हें फतेह स्क्वाड, STOS और जिराब इंटेलिजेंस विंग का समर्थन प्राप्त है। अगर हमारे खिलाफ कोई मिलिट्री ऑपरेशन करने की कोशिश की गई तो हम सभी बंधकों को मार देंगे। इस कत्ल-ए-आम की जिम्मेदारी पाकिस्तानी सेना की होगी।

BLA ने हमला क्यों किया

BLA की प्रमुख मांग पाकिस्तान से अलग होकर बलूचिस्तान देश का गठन करना है। बलूचिस्तान से होकर चीन का CPEC प्रोजेक्ट गुजरता है। लगभग 500 अरब डॉलर वाले इस प्रोजेक्ट का बलूच आर्मी विरोध करती है।

उसका कहना है कि ग्वादर पोर्ट पर स्थानीय बलूच लोगों के अधिकारों को खत्म किया जा रहा है। पिछले 4 साल में BLA के 76 हमलों में 1156 पाक फौजी मारे जा चुके हैं।

एयर स्ट्राइक की तैयारी, ड्रोन और एफ-16 फाइटर जेट तैनात

सूत्रों के अनुसार पाक सेना ने ​बंधकों को छुड़ाने के लिए मंगलवार देर रात एयर स्ट्राइक की रणनीति पर काम शुरू कर दिया है। तुर्किए से मिले ड्रोन और अमेरिकी फाइटर जेट एफ-16 ने गोलन के आसमान पर उड़ानें भरीं।

सूत्रों के अनुसार अटैक हेलिकॉप्टर्स का इस्तेमाल हो सकता है। पता चला है कि क्वेटा एयरबेस से घटनास्थल के पास के क्षेत्रों में 12 हेलिकॉप्टर रवाना किए गए हैं।

इस बड़े हमले के बाद आर्मी चीफ आसिम मुनीर प्रधानमंत्री PM शहबाज शरीफ से मिलने इस्लामाबाद में उनके सरकारी आवास पर पहुंचे। सूत्रों के अनुसार इस इमरजेंसी मीटिंग में एयरफोर्स चीफ को भी बुलाया गया।

बैठक में यह तय हुआ है कि रेस्क्यू मिशन की कमान मुनीर ही संभालेंगे। शरीफ ने देर रात अपनी कैबिनेट की बैठक भी बुलाई, राष्ट्रपति जरदारी को भी ब्रीफ किया गया है।

दो साल पहले भी जाफर एक्सप्रेस में ब्लास्ट हुआ था

16 फरवरी 2023 को भी जाफर एक्सप्रेस में ब्लास्ट हुआ था, जिसमें 2 लोगों की मौत हो गई थी। ब्लास्ट तब हुआ था, जब ट्रेन चिचावतनी रेलवे स्टेशन को पार कर रही थी। हमले की जिम्मेदारी तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) ने ली थी।

वहीं, पिछले साल 14 नवंबर 2024 को क्वेटा रेलवे स्टेशन पर ब्लास्ट में 26 लोगों की मौत हुई थी। 50 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। तब भी हमले की जिम्मेदारी मिलिटेंट ग्रुप बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने ली थी।

बलूचिस्तान के 590 करोड़ टन खनिज पर चीन की नजर

पाकिस्तान की सरकार बलूचिस्तान से बलूचों को खदेड़ने के लिए बार-बार सैन्य कार्रवाई करती रही है। इस कार्रवाई की दो बड़ी वजह हैं। पहली- बलूचिस्तान की भौगोलिक स्थिति, जो इसे दुनिया के कुछ सबसे अमीर स्थानों में खड़ा कर देती है।

दरअसल, यह इलाका पाक के दक्षिण-पश्चिम में है, जिसके क्षेत्रफल में ईरान और अफगानिस्तान की भी जमीनें शामिल हैं। यह 347190 वर्ग किमी में फैला है। इस हिसाब से यह पाक का सबसे बड़ा प्रांत है। देश का 44% भूभाग यहीं है, जबकि इतने बड़े क्षेत्र में पाक की कुल आबादी के सिर्फ 3.6% यानी 1.49 करोड़ लोग ही रहते हैं।

दूसरी, इस जमीन के नीचे मौजूद तांबा, सोना, कोयला, यूरेनियम और अन्य खरिजों का अकूत भंडार। इससे यह पाक का सबसे अमीर राज्य भी है। यहां की रेको दिक खान दुनिया की सोने और तांबे की खदानों में से एक है। यह चगाई जिले में है, जहां 590 करोड़ टन खनिज होने का अनुमान है। इसके प्रति टन भंडार में 0.22 ग्राम सोना और 0.41% तांबा है।

इस हिसाब से इस खान में 40 करोड़ टन सोना छिपा है। जिसकी अनुमानित कीमत 174.42 लाख करोड़ रुपए तक हो सकती है। इसके बावजूद यह इलाका पाकिस्तान के सबसे पिछड़े इलाकों में से एक है। पाकिस्तान ये बेशकीमती खदानें चीन को देकर अपनी किस्मत चमकाना चाहती है। उस पर 124.5 अरब डॉलर का विदेशी कर्ज है, जो उसकी GDP का 42% है।

बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी क्या है

बलूचिस्तान में कई लोगों का मानना है कि भारत-पाकिस्तान बंटवारे के बाद वे एक आजाद देश के तौर पर रहना चाहते थे, लेकिन बिना उनकी मर्जी से उन्हें पाकिस्तान में शामिल कर दिया गया था। इस वजह से बलूचिस्तान में सेना और लोगों का संघर्ष आज भी जारी है।

BBC के मुताबिक बलूचिस्तान में आजादी की मांग करने वाले कई संगठन हैं। इनमें बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) सबसे ताकतवर संगठन है। ये संगठन 70 के दशक में अस्तित्व में आया, लेकिन 21वीं सदी में इसका प्रभाव बढ़ा है।

BLA बलूचिस्तान को पाकिस्तानी सरकार और चीन से मुक्ति दिलाना चाहता है। उनका मानना है कि बलूचिस्तान के संसाधनों पर उनका हक है। पाकिस्तान सरकार ने बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी को 2007 में आतंकी संगठनों की सूची में शामिल किया था।

ग्लोबल टेररिज्म इंडेक्स में पाकिस्तान दूसरे नंबर पर

सिडनी स्थित इंस्टीट्यूट फॉर इकोनॉमिक्स एंड पीस की तरफ से जारी वैश्विक आतंकवाद सूचकांक (GTI) रिपोर्ट 2025 में पाकिस्तान को दुनिया में दूसरा सबसे ज्यादा आतंक प्रभावित देश बताया गया था।

रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान का खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान सबसे ज्यादा आंतक प्रभावित इलाके हैं। देश भर की कुल आतंकी घटनाओं में से 90% इसी इलाके में हुईं।

रिपोर्ट में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान को लगातार दूसरे साल पाकिस्तान का सबसे खतरनाक आतंकवादी संगठन बताया गया। 2024 में इस ग्रुप ने 482 हमले किए, जिसकी वजह से 558 मौतें हुई थीं, जो 2023 के मुकाबले 91% ज्यादा हैं।