औरंगजेब कब्र विवाद-नागपुर हिंसा के बाद 11 इलाकों में कर्फ्यू:देर रात दो समुदाय में पथराव-आगजनी, घर-गाड़ियां तोड़ीं; DCP पर कुल्हाड़ी से हमला

औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग को लेकर सोमवार को महाराष्ट्र में हिंदू संगठनों ने प्रदर्शन किया। इस दौरान नागपुर में विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने गोबर के कंडों से भरा एक हरे रंग का कपड़ा जला दिया। VHP के मुताबिक, ये औरंगजेब की प्रतीकात्मक कब्र थी।

इस घटना का वीडियो वायरल हो गया। देर शाम 7:30 बजे नागपुर के महाल इलाके में हिंसा भड़क गई। इसके बाद पथराव और तोड़फोड़ शुरू हो गई। उपद्रवियों ने घरों पर पथराव किया और सड़क पर खड़े दर्जनों वाहनों में तोड़फोड़-आगजनी की।

पुलिस पर भी हमला किया गया। DCP निकेतन कदम कुल्हाड़ी के हमले से घायल हो गए। पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। रात 10.30 बजे से 11.30 बजे के बीच ओल्ड भंडारा रोड के पास हंसपुरी इलाके में एक और झड़प हुई।

पुलिस कमिश्नर रविंद्र सिंघल ने बताया कि 11 इलाकों में कर्फ्यू लगाया गया है। इनमें कोतवाली, गणेशपेठ, तहसील, लकड़गंज, पचपावली, शांतिनगर, सक्करदरा, नंदनवन, इमामवाड़ा, यशोधरानगर और कपिलनगर शामिल हैं।

महाराष्ट्र के गृह मंत्री योगेश कदम ने मंगलवार को बताया कि 47 लोग हिरासत में हैं। 12 से 14 पुलिस कर्मियों को चोटें आई हैं, 2-3 नागरिक भी घायल हैं। हिंसा के कारणों की जांच की जा रही है।

मुंबई के मुस्लिम बहुल इलाकों में भी सुरक्षा बढ़ी

हिंसा के बाद शहर के गणेशपेठ, लकड़गंज, पचपावली, शांतिनगर, सक्करदरा, नंदनवन, इमामवाड़ा, यशोधरा नगर और कपिल नगर में कर्फ्यू लगाया गया है। इसके अलावा मुंबई में भी पुलिस सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

CM खुद नागपुर से विधायक

CM देवेंद्र फडणवीस ने देर रात कैबिनेट मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले के साथ बैठक की। इसके बाद बावनकुले नागपुर के लिए रवाना हो गए। CM ने उन्हें घटना पर रिपोर्ट सौंपने को कहा है। बावनकुले नागपुर के संरक्षक मंत्री हैं। फडणवीस भी नागपुर के दक्षिण-पश्चिम सीट से विधायक हैं।

औरंगजेब की कब्र पर सुरक्षा बढ़ाई गई

हिंसा के बाद छत्रपति संभाजीनगर (औरंगाबाद) में औरंगजेब की कब्र पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। SP ने बताया कि जिले में SRPF की एक कंपनी और दो प्लाटून तैनात किए गए हैं। संवेदनशील इलाकों में पुलिस मार्च कर रही है।

चश्मदीद बोले- चेहरा ढंककर आए थे उपद्रवी

चश्मदीदों ने बताया कि उपद्रवियों ने अपने चेहरे ढंक रखे थे। उनके हाथ में तलवार, डंडे और बोतलें थीं। अचानक से सभी ने हंगामा शुरू कर दिया। घरों पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। दुकानों में तोड़-फोड़ की। इसके बाद गाड़ियों के शीशे तोड़ने लगे और उनमें आग लगा दी।